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सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव के दूसरे दिन श्रद्धालुओं का महासंगम देखने को मिला। यह महोत्सव 3 मार्च तक जारी रहेगा, जिसके लिए विट्ठलेश सेवा समिति और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए धाम में सुरक्षा, पार्किंग और यातायात प्रबंधन के विशेष इंतजाम किए गए हैं। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर कुबेरेश्वर धाम श्रद्धा और भक्ति के रंग में रंग चुका है, जहां हर कोई शिव आराधना में लीन होकर रुद्राक्ष महोत्सव का हिस्सा बन रहा है।
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श्रद्धालुओं से भरे डोम और पंडाल
रविवार रात तक सभी पांच डोम और भव्य पंडाल श्रद्धालुओं से पूरी तरह भर गए। महोत्सव में लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति देखी जा रही है। आयोजन स्थल को स्वच्छ बनाने के लिए प्रशासन ने चार लाख स्क्वायर फीट क्षेत्र में डोम और पंडाल तैयार किए हैं। इसके अलावा, भोजनशाला में हजारों श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया, जिसका संचालन पंडित प्रदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में किया गया।
24 घंटे चिकित्सा सुविधाएं
श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए एक मिनी आईसीयू अस्पताल सहित स्वास्थ्य कैंप स्थापित किए गए हैं, जहां 24 घंटे चिकित्सक और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध हैं। सामान्य बीमारी के इलाज के लिए अन्य हेल्थ कैंप भी लगाए गए हैं, जहां नि:शुल्क जांच, परामर्श और दवाएं वितरित की जा रही हैं।
राजस्थान के प्रतापगढ़ से आए श्रद्धालु श्री महिपाल की पत्नी अचानक बेहोश हो गईं। तत्काल आईसीयू में भर्ती कर उन्हें समुचित चिकित्सा सुविधा दी गई, जिससे उनकी स्थिति में सुधार हुआ। हेल्थ कैंप में अब तक 300 से अधिक श्रद्धालुओं ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कराया और दवाएं प्राप्त कीं।
पेयजल की व्यवस्था
कुबेरेश्वर धाम में श्रद्धालुओं को पेयजल के लिए परेशानी न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए जगह-जगह प्याऊ (जल वितरण केंद्र) लगाए गए हैं। पानी की शुद्धता बनाए रखने के लिए जल स्रोतों और टैंकरों में क्लोरीन मिलाई जा रही है। टैंकरों में नल फिटिंग का कार्य पीएचई विभाग द्वारा, जबकि रिफिलिंग का कार्य नगर पालिका एवं जनपद पंचायत द्वारा किया जा रहा है।
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विशाल पार्किंग क्षेत्र
श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए 14 स्थानों पर लगभग 100 एकड़ भूमि में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। ऑटो और अन्य वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल बनाए गए हैं, जिससे यातायात में किसी प्रकार का अवरोध न हो और श्रद्धालु आसानी से कथा पंडाल तक पहुंच सकें। यातायात नियंत्रण के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इंदौर-भोपाल मार्ग परिवर्तित किया गया, जिससे हाईवे पर आवागमन निर्बाध रूप से सुचारू बना हुआ है।
सहायता केंद्र 24 घंटे सक्रिय
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पुलिस सहायता केंद्र में अधिकारी-कर्मचारी पूरे समय ड्यूटी पर तैनात हैं। खोया-पाया केंद्र भी कई स्थानों पर स्थापित किए गए हैं, जहां श्रद्धालु अपनों से बिछड़ने पर सूचना दे सकते हैं और व्यवस्था संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता के लिए विशेष महिला सहायता केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें महिला पुलिसकर्मी तैनात हैं, जो जरूरतमंद महिलाओं की हर संभव मदद कर रही हैं।
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ऑटो किराया से श्रद्धालुओं को राहत
श्रद्धालुओं से अनावश्यक रूप से अधिक किराया न लिया जाए, इसके लिए जिला सड़क सुरक्षा समिति ने बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से कुबेरेश्वर धाम आने-जाने के लिए ऑटो किराया निर्धारित किया गया है।
बस स्टैंड से धाम तक ऑटो किराया - 25 रुपए
रेलवे स्टेशन से धाम तक ऑटो किराया - 30 रुपए
वहीं, महाराष्ट्र के नागपुर से आए श्रद्धालु श्री हरीश केलकर, श्री रमेश गदरे और श्रीमती श्यामाबाई पुजारी ने भी पुष्टि की कि ऑटो चालकों ने उनसे तय किराया ही लिया है। इस पहल से श्रद्धालुओं को आर्थिक रूप से राहत मिली है और अव्यवस्था पर नियंत्रण पाया गया है।
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