मानसून पूर्व बोवनी की तैयारी में लगे दमोह जिले के किसानों को बीज निगम द्वारा अमानक बीज थमाए जा रहे है। इन घटिया क्वालिटी के बीजों को लेकर किसानों ने हंगामा भी किया। यहां विशेष बात है कि इसे बीज निगम की लैब ने ही रिजेक्ट कर दिया था।
प्रदेशभर में इस समय किसान खेतों को तैयार कर बोवनी की तैयारी कर रहे है। इसी सीजन में प्रदेश के किसान सोयाबीन की बोवनी करते है। इस बोवनी के लिए किसानों को गुणवत्ता युक्त बीजों की आवश्यकता होती है।
खुले बाजार में जहां अच्छा बीज काफी महंगा मिलता है तो वहीं बीज निगम से गुणवत्ता युक्त बीज कम दामों पर मिल जाता है। लेकिन यहां भी अब लापरवाही बरती जा रही है।
जो बीज दिए वे लैब में हुए थे फेल
दमोह जिले में बीज निगम द्वारा जो बीज किसानों को वितरित किए जा रहे है, उनकी गुणवत्ता से किसान खुश नहीं है। इधर निगम ने एक ही गोदाम में मानक और अमानक बीज रख दिए, जिससे किसानों को घटिया बीज भी वितरित किए जा रहे है।
इन बीजों की क्वालिटी देखकर किसानों ने इनकी गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए उच्च स्तर पर शिकायत भी दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि बीज निगम व कृषि विभाग की लैब में यह बीज अमानक पाए गए थे।
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87 क्विंटल बीज हुआ लैब में फेल
इस साल दमोह जिले से 219 क्विंटल सोयाबीन बीज लैब में जांच के लिए भेजा गया था। जिसमें से 87 क्विंटल बीज को जांच के बाद बोवनी के लिए अमानक घोषित कर दिया गया। यहां लापरवाही यह हुई कि अच्छा बीज और अमानक घोषित बीज एक ही गोदाम में रख दिया गया। वितरण करने वालों ने भी इसे बिना देखे वितरित करना प्रांरभ कर दिया। जो किसानों के पास पहुंच गया।
बीज की किस्म में अंतर, दागदार दाने
बीजे लेने वाले किसानों ने बताया कि उन्हें बीज निगम द्वारा 7230 रुपए क्विंटल बीज दिया जा रहा है। उन्हें जो बिल दिए गए उस पर एनआरसी 127 किस्म का उल्लेख है, जबकि गोदाम से उन्हें एनआरसी 138 बीज दिया गया। यह बीज दागदार है, वहीं इसका दाना भी छोटा है, बोरे के अंदर कंकड़-पत्थर भी निकल रहे हैं।
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बदल कर दिए जा रहे बीज
बीज निगम के प्रबंधक विजय सिंह ठाकुर ने बताया कि कुछ किसानों को मजदूरों की गलती से गलत बीज दे दिया गया था, जिसे बदलकर मानक बीज दिया गया। मजदूरों द्वारा रिजेक्ट बीज भी वितरण करने वाले बीजों के साथ रख दिया था, जिसे अब हटवाया जा रहा है।
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