आस्था फाउंडेशन सोसाइटी में 200 करोड़ का घोटाला, EOW की FIR में फंसा LNCT का चौकसे परिवार

आस्था फाउंडेशन सोसायटी में 200 करोड़ के करीब के घोटाले का खुलासा हुआ है। इस घोटाले में LNCT के चौकसे परिवार का नाम सामने आया है। इसमें जांच में कई गड़बड़ियों का पर्दाफाश हुआ है।

author-image
Sanjay Gupta
New Update
aastha-foundation-society-200-crore-scam-eow-fir-lnct-chokse-family
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

आस्था फाउंडेशन सोसायटी में 200 करोड़ के करीब का घोटाला हुआ है। इस मामले में संस्था के पूर्व प्रेसीडेंट अनिल संघवी की शिकायत पर एलएनसीटी के जय नारायण चौकसे, अनुपम चौकसे, धर्मेंद्र गुप्ता, श्वेता चौकसे, पूनम चौकसे, पूजा चौकसे, आशीष जायसवाल समेत अन्य के खिलाफ आर्थिक अपराध की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। जय नारायण चौकसे हाल ही में सोसायटी में नए सिरे से हुए चुनाव में प्रेसीडेंट पद पर आए हैं। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील भी दायर की गई है।

यह लगे हैं आरोप

सिंघवी ने एफआईआर की पुष्टि की है और कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी एक एडहॉक कमेटी बनाई थी। इसमें पूर्व जस्टिस भी शामिल थे। इस कमेटी द्वारा भी फॉरेंसिक ऑडिट कराया गया था। इसमें 200 करोड़ के घोटाले की पुष्टि हुई है। संघवी द्वारा भी ऑडिट कराया गया था और इसमें भी यही बात सामने आई। जांच में यह पाया गया कि जनहित, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के बजाय परिवार और निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाया गया। साल 2021 से 2025 तक कई घोटाले किए गए।

ये खबर भी पढ़िए...2 हजार करोड़ की आस्था फांउडेशन में उलझे बिल्डर संघवी, डॉ. बदलानी, LNCT Group का चौकसे परिवार

इस तरह की गई ठगी

जांच में यह सामने आया कि 32 करोड़ का लोन आस्था फाउंडेशन के नाम पर लिया गया। लेकिन इसे चौकसे परिवार के ट्रस्ट एचके कल्चुरी ट्रस्ट के पुराने कर्ज चुकाने में इस्तेमाल किया गया। इनके द्वारा 21 दिन में करीब 22 करोड़ का कर्ज पारिवारिक ट्रस्ट के कर्ज उतारने में इस्तेमाल किया गया।

इन्होंने 8.22 करोड़ की फीस छात्रों से वसूली और इसका उपयोग निजी कंपनियों और परिवार के खातों में किया। यहां तक कि करीब 50 लाख की छात्रवृत्ति परिवार की कंपनी के खातों में चली गई। इन्होंने करीब 51 करोड़ का संदिग्ध लेन-देन किया और यह राशि पूरी तरह से लौटकर नहीं आई। निर्माण कार्यों के नाम पर करोड़ों का भुगतान किया गया, लेकिन काम हुआ ही नहीं। दवा और किताबों की खरीदी में भी घोटाला किया गया। 20 करोड़ का अनसिक्योर्ड लोन दिया गया। 35 करोड़ खाते से निकाले गए।

ये खबर भी पढ़िए...दो हजार करोड़ की आस्था फांउडेशन के संघवी और जिम्मेदारों से वापस ली महंगी BMW कारें

आस्था फाउंडेशन सोसाइटी की खबर को एक नजर में समझें

  • आस्था फाउंडेशन सोसायटी में 200 करोड़ के करीब घोटाले का मामला सामने आया है, जिसमें पूर्व प्रेसीडेंट अनिल संघवी की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।

  • सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई एडहॉक कमेटी और फॉरेंसिक ऑडिट में 200 करोड़ के घोटाले की पुष्टि हुई है।

  • जांच में पाया गया कि आस्था फाउंडेशन का लोन चौकसे परिवार के ट्रस्ट के कर्ज चुकाने में इस्तेमाल किया गया, और छात्रों से वसूली गई फीस निजी कंपनियों के खातों में चली गई।

  • 32 करोड़ का लोन लिया गया, 50 लाख की छात्रवृत्ति परिवार की कंपनी के खाते में गई, और करोड़ों का भुगतान बिना काम किए किया गया।

  • ईओडब्ल्यू ने विभिन्न धाराओं के तहत जय नारायण चौकसे और अन्य आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

ये खबर भी पढ़िए...मध्यप्रदेश इंदौर एमवाय अस्पताल में चूहों के कुतरने से नवजातों की मौत पर अब हाईकोर्ट ने खुद लिया संज्ञान, सरकार ने डीन, अधीक्षक को बचाया

ये खबर भी पढ़िए...MP News: दुबई की बिजनेस वुमन को इंदौर के चोपड़ा बंधुओं ने फंसाया, कर डाला 100 करोड़ का फ्रॉड

इन धाराओं में हुआ केस

ईओडब्ल्यू (EOW) ने बीएनएस की धारा 61, 316, 318, 338 और 336(3) के तहत केस दर्ज कर जय नारायण चौकसे, अनुपम चौकसे, धर्मेंद्र गुप्ता, श्वेता चौकसे, पूनम चौकसे, पूजा चौकसे और आशीष जायसवाल समेत अन्य को आरोपी बनाया है।

MP News मध्यप्रदेश EOW LNCT Group सुप्रीम कोर्ट आस्था फाउंडेशन सोसायटी
Advertisment<>