सीएम राइज स्कूल में विलय होंगे छोटे सरकारी स्कूल, शिक्षकों के फ्यूचर पर संकट

मध्य प्रदेश सरकार ने छोटे सरकारी स्कूलों को सीएम राइज स्कूलों में विलय करने का निर्णय लिया है। इससे शिक्षकों के भविष्य को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

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Amresh Kushwaha
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कमलेश सारडा@नीमच

मध्य प्रदेश सरकार ने हाल ही में कम छात्र संख्या वाले सरकारी स्कूलों को सीएम राइज (सांदीपनि) स्कूलों में विलय करने के आदेश जारी किए हैं। इस पहल का उद्देश्य सरकारी स्कूलों के बुरे हालात को सुधारना और छात्रों को बेहतर शिक्षा का अवसर प्रदान करना है। विलय के बाद, छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और परिवहन सुविधाएं मिलेंगी, लेकिन शिक्षकों के भविष्य को लेकर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

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जानें इन स्कूलों के विलय का कारण

मध्य प्रदेश सरकार के जरिए किए गए इस विलय के पीछे मुख्य उद्देश्य छोटे सरकारी स्कूलों की दयनीय स्थिति को सुधारना और बेहतर शिक्षा प्रदान करना है। इन स्कूलों की कम छात्र संख्या के कारण उन्हें पर्याप्त संसाधन मिलना मुश्किल हो जाता था, जबकि सीएम राइज स्कूलों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा और सुविधाएं उपलब्ध हैं।

इस पहल के तहत, जिन स्कूलों का विलय किया जाएगा, उनके छात्रों को सीएम राइज स्कूलों में प्रवेश मिलेगा। साथ ही उन्हें 5 किलोमीटर तक की निशुल्क परिवहन सुविधा भी मिलेगी। इस कदम से लगभग 2 हजार छोटे स्कूलों के बंद होने का अनुमान है, जो छात्रों के लिए एक नई शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनेंगे।

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शिक्षकों के फ्यूचर पर संकट

विलय के कारण शिक्षकों के भविष्य पर अनिश्चितता की स्थिति बन गई है। वर्तमान में, कई शिक्षक छोटे सरकारी स्कूलों में कार्यरत हैं, जिन्हें अब सीएम राइज स्कूलों में समाहित किया जा सकता है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक कोई स्पष्ट आदेश जारी नहीं किया गया है। शिक्षा विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इन शिक्षकों को अवसर प्रदान करें। लेकिन यह पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है कि क्या उन्हें CM Rise School में काम करने का अवसर मिलेगा।

शिक्षकों को CM Rise School में पढ़ाने के लिए एक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। यदि कोई शिक्षक इस परीक्षा में असफल रहता है, तो उसे अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जा सकता है। इस अनिश्चितता के कारण, शिक्षकों में चिंता का माहौल है।

स्कूलों के विलय से ग्रामीण छात्रों को लाभ

इस विलय से खासकर ग्रामीण इलाकों के छात्रों को लाभ होगा। पहले, जो छात्र 5 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित स्कूलों में जाते थे, उन्हें अब CM Rise School तक आने-जाने के लिए परिवहन सुविधा दी जाएगी। इससे छात्रों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी और वे समय पर स्कूल पहुंच सकेंगे।

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CM Rise School का होगा विस्तार

मुख्यमंत्री ने इस योजना के तहत राज्यभर में CM Rise School के निर्माण को बढ़ावा दिया है। फिलहाल 265 सरकारी स्कूलों को सीएम राइज स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। आने वाले समय में 116 और स्कूलों को नए भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा। इन स्कूलों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा के अलावा, बच्चों के खेलने के लिए भी अच्छे उपकरण और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।


3 किमी के दायरे में स्थित स्कूल होंगे मर्ज

विकासखंड शिक्षा अधिकारी निखिल पाटीदार ने बताया कि फिलहाल 3 किलोमीटर के दायरे में स्थित सरकारी विद्यालयों को CM Rise School में मर्ज किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि छोटे सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के भविष्य के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक आदेश नहीं आया है, लेकिन उन्हें सीएम राइज स्कूलों में पढ़ाने का अवसर मिल सकता है।

जानें क्या हैं सीएम राइज स्कूल...

CM Rise School मध्य प्रदेश सरकार की एक नई पहल है। इसका उद्देश्य सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। इन स्कूलों का उद्घाटन मुख्यमंत्री मोहन यादव के जरिए 20 अप्रैल, 2025 को किया गया था। यह स्कूल नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक की शिक्षा प्रदान करते हैं। इसमें व्यावसायिक शिक्षा और खेलकूद की सुविधाएं भी शामिल हैं।

इन स्कूलों में अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे कि खिलौने और खेलकूद के उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं ताकि बच्चों का समग्र विकास हो सके। CM Rise School का उद्देश्य छात्रों को न केवल अच्छी शिक्षा देना है, बल्कि उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए समग्र विकास के अवसर भी प्रदान करना है।

छोटे स्कूल सीएम राइज में विलय होने की खबर को पांच प्वॉइंट में समझे...

  • विलय का उद्देश्य: मध्य प्रदेश सरकार छोटे सरकारी स्कूलों की दयनीय स्थिति सुधारने और छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए इन्हें CM Rise School में विलय कर रही है।

  • छात्रों को मिलेगा लाभ: विलय के बाद छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा, 5 किलोमीटर तक की निशुल्क परिवहन सुविधा और बेहतर स्कूल सुविधाएं मिलेंगी।

  • शिक्षकों की असमंजस स्थिति: शिक्षकों को CM Rise School में काम करने के लिए एक परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी, अन्यथा उन्हें अन्य स्कूलों में स्थानांतरित किया जा सकता है।

  • ग्रामीण छात्रों को लाभ: विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों के छात्रों को स्कूल आने-जाने के लिए परिवहन सुविधा मिलेगी। इससे उनकी शिक्षा में सुधार होगा।

  • सीएम राइज स्कूलों का विस्तार: 265 सरकारी स्कूलों को CM Rise School में बदला जा रहा है और भविष्य में 116 और स्कूलों को नए भवनों में स्थानांतरित किया जाएगा।

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