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इंदौर के भूमाफिया मनोज उर्फ मनोहर नागर (उम्र 50) पर बुधवार शाम को तीन गोलियां चलाने वाले आरोपी चिन्हित हो गए हैं। इनमें से एक पुलिस की हिरासत में आ चुका है और दो फरार हैं। उधर नागर अब खतरे से बाहर है, उसे तीन गोलियां लगी थीं और अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने 18 घंटे में इस घटना का खुलासा कर दिया था। लेकिन इसमें चौंकाने वाली बात आई है कि यह मामला कोई लाखों- करोड़ों का नहीं था। केवल प्लॉट बिक्री के ब्रोकरेज का विवाद था।
यह हैं गोलियां चलाने के आरोपी
सी.सी.टी.वी. फुटेज व अन्य साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी विनय राठौर उर्फ सोनू को बताया है। इसमें आरोपी राठौर के साथी अमन उर्फ पुष्पेंद्र सिंह राजपूत उम्र 19 साल निवासी रघुवंशी कालोनी मांगलिया, इंदौर को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसमें युवराज उर्फ राज बच्चा भी आरोपी है। सोनू और युवराज दोनों फरार हैं और एमपी पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की है।
दोपहर में ब्रोकरेज को लेकर विवाद, 24 हजार दिए
जानकारी के अनुसार न्यायनगर में अवैध प्लॉट बिक्री का काम भूमाफिया मनोज नागर की ओर से सोनू राठौर देख रहा था। कई प्लॉट बिके और इसकी ब्रोकरेज उसे लेनी थी। वह कई बार नागर के दफ्तर गया और विवाद हुए। घटना वाले दिन बुधवार को भी वह गया लेकिन नागर ने केवल 24 हजार दिए और कहा कि बस अब जा, इससे ज्यादा कुछ नहीं दूंगा। इसी बात से सोनू ने नागर को धमकी दी कि शाम तक देख लूंगा। जानकारी के अनुसार इसी ब्रोकरेज राशि से उसने अपने दोनों साथियों अमन और युवराज को तैयार किया और हथियार की व्यवस्था की और शाम को घटना को अंजाम दे दिया।
सोनू और युवराज पर ईनाम घोषित
घटना में सोनू मुख्य आरोपी है जिसने गोलियां चलाईं और साथ में युवराज और अमन थे। अमन गिरफ्तार हो चुका है और वहीं सोनू और युवराज फरार हैं। डीसीपी द्वारा दोनों पर दस-दस हजार का ईनाम घोषित कर दिया गया है। विनय उर्फ सोनू राठौर निवासी तपेश्वरी बाग, खजराना, इंदौर निवासी है और युवराज उर्फ राज बच्चा सोनगरा निवासी तपेश्वरी बाग, खजराना, इंदौर का है।
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इस तरह हुई थी घटना
पुलिस थाना लसूड़िया में 24 सितंबर की शाम को मनोज पिता रामचरण नागर 50 वर्ष निवासी एम.आर. 3 महालक्ष्मी नगर इंदौर ने बॉम्बे हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती हुआ। पुलिस को उसने रिपोर्ट किया कि वह 477 MR 03 महालक्ष्मी नगर इंदौर में परिवार के साथ निवास करता है तथा प्रॉपर्टी का काम करता है। उसका सांई श्रद्धा कॉलोनी में ऑफिस है, जहां से वह प्रॉपर्टी के कार्य देखता है।
शाम करीब 06:30 बजे वह अपने ऑफिस को बंद करके अपनी फॉर्च्यूनर गाड़ी से महालक्ष्मी नगर मेला ग्राउंड से होकर अपने घर जा रहा था। तभी अपोलो डीबी तरफ वाले रास्ते से रॉन्ग साइड से एक सफेद रंग की कार तेज रफ्तार से आई और उसकी गाड़ी में सामने से टक्कर मार दी।
वह गाड़ी रोककर नीचे उतरा तो कार वाले ने अपनी कार का कांच चढ़ा लिया। उसने कार के कांच पर मुक्का मारा। तभी कार में दूसरी तरफ से एक लड़के ने आकर उसकी आंखों में मिर्ची डाल दी। इतने में एक शॉर्ट हाइट का लड़का हेलमेट पहने हुए आया और जान से मारने की नीयत से उसने उसे दो गोलियां मारी, जो उसके सीधे हाथ में लगीं। फिर एक गोली मारी, जो बाएं हाथ में लगी।
वह दौड़कर सनसिटी कॉलोनी के गेट में घुसा, तो उस लड़के ने सनसिटी के गेट के पास एक गोली उसके पेट में मारी और वहां से भाग गया। कार में सवार दो व्यक्ति और हेलमेट पहने व्यक्ति ने उसके साथ यह किया। हेलमेट पहने व्यक्ति ने उसकी जान लेने की नीयत से तीन-चार गोलियां चलाईं। बयान के बाद पुलिस ने अपराध क्रमांक 1182/2025 धारा 109(1), 3(5) BNS पंजीबद्ध कर जांच में लिया था।
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सीपी ने विशेष टीम बनाकर जांच कराई
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त संतोष कुमार सिंह और अति पुलिस आयुक्त इंदौर अमित सिंह द्वारा पुलिस उपायुक्त जोन-2 कुमार प्रतीक को निर्देशित किया गया था। अति. पुलिस उपायुक्त जोन-2 अमरेन्द्र सिंह और सहायक पुलिस आयुक्त विजयनगर आदित्य पटले के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन कर कार्रवाई की गई। टीम ने आसपास के सभी सीसीटीवी खंगाले और आरोपियों तक पहुंची।