BHOPAL. मध्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था अब 24X7 दौड़ने वाली है। लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद सरकार पूरे प्रदेश में मॉल, रेस्टारेंट, आईटी सेक्टर, प्रमुख बाजार, बिजनेस सेंटर और इंडस्ट्री को दिन-रात खोलने की मंजूरी देने वाली है। श्रम विभाग ने प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ( Chief Minister Dr. Mohan Yadav ) और श्रममंत्री प्रहलाद पटेल ( Labor Minister Prahlad Patel ) के बीच पहले दौर की चर्चा में सैद्धांतिक सहमति बन गई है।
एमपी बन सकता है देश का सांतवा राज्य
श्रम विभाग की मानें तो इस फैसले के बाद महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना के बाद एमपी सातवां राज्य होगा। दिल्ली के साथ शहरों में गुड़गांव भी चौबीस घंटे चालू रहता है। कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री मप्र (एमपी सीआईआई) के चेयरमैन आशीष वैष्णव के मुताबिक श्रम विभाग के साथ इस मामले पर बात हो गई है। इसे अमल में लाया जाता है तो यह अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए होगा।
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पूरे एमपी में लागू करने पर बन सकती है सहमति
मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि मप्र के 2047 के एजेंडे में भी इसे शामिल किया गया है। चर्चा के दौरान यह मसला आया था कि इसे भोपाल-इंदौर जैसे बड़े शहरों में पायलट के तरह लागू किया जाए, लेकिन अब इसे पूरे मप्र में एक साथ लागू करने की तैयारी है।
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अभी ये है नियम
मप्र दुकान एवं स्थापना अधिनियम की धारा 9 में स्पष्ट है कि दुकानें या कोई भी अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठान सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा से न तो पहले खुलेंगे और न ही बाद में। इस नियम का रेग्यूलाइजेशन कलेक्टर को करना होगा। भोपाल समेत मप्र में अभी रात 10 बजे से लेकर 11 बजे तक ही दुकानें खुला रखने की व्यवस्था है।
3 शिफ्ट में काम, तो रोजगार-मुनाफा सब बढ़ेगा
1. 2024 में मप्र के जीएसटी कलेक्शन में 30 प्रतिशत की ग्रोथ है। अर्थव्यवस्था चौबीस घंटे खुलती है तो यह ग्रोथ और बढ़ेगी।
2. मप्र में कानून व्यवस्था की स्थिति चौबीस घंटे बाजार खोलने के अनुकूल है।
3. देर रात कोई मॉल या रेस्टोरेंट में जाता है तो 18% तक तो जीएसटी देगा। कारोबारी का मुनाफा बढ़ेगा।
4. फैक्ट्री, इंडस्ट्री या आईटी सेक्टर तीन शिफ्ट में काम करेगा तो रोजगार बढ़ेगा, बाजार उठेगा और लोगों की खर्च करने की ताकत बढ़ेगी। कंपनियों को अतिरिक्त कर्मचारी भी नियुक्त करने पड़ेंगे।
5. देर रात की खरीदारी और व्यापसायिक गतिविधियां उन पर्यटकों को आकर्षित कर सकती हैं जो दिन और रात दोनों में खरीदारी या भोजन करना पसंद करते हैं।
6. कांपिटिशन बढ़ेगा। आर्थिक विकास के साथ शहर की बाकी सुविधाएं भी ठीक होंगी।
7. खुदरा और उपभोक्ता सामान के साथ मनोरंजन में भी नया निवेश आ सकता है।
8. अधोसंरचना से जुड़े काम भी तीन पालियों में पूरी रफ्तार से हो सकेंगे।
9. वाणिज्यिक क्षेत्रों में पैदल यातायात और गतिविधियों में स्वाभाविक वृद्धि होगी।
10. चोरी और हमले जैसे अपराध कम होंगे।
क्या कहते हैं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल
प्रस्ताव अच्छा है, बात हो चुकी है। प्रोडक्टिविटी और अर्थव्यवस्था की ग्रोथ के लिए यह अच्छा फैसला होगा। इस प्रस्ताव पर बात हो गई है। चौबीस घंटे अर्थव्यवस्था खोलने के साथ हम यह भी ध्यान रखेंगे कि श्रमिकों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य मिले। हफ्ते में कोई भी 48 घंटे से ज्यादा काम न करे।