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मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और हरियाणा को लेकर कांग्रेस ने नया प्लान तैयार किया है। इसके जरिए पार्टी इन राज्यों के पांच विधानसभा सीट पर कांग्रेस नजर रखेगी। इनमें एमपी के दिमनी (मुरैना), यूपी के बांसगांव, छत्तीसगढ़ के कांकेर,राजस्थान के विराटनगर और हरियाणा के अलवर सीट शामिल है। यहां कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी 'हर बूथ मजबूत' कार्यक्रम शुरू करने जा रहीं हैं।
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी ने 'हर बूथ मजबूत' कार्यक्रम के लिए मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा सीट को चुना है। यहां से एमपी बीजेपी के वरिष्ठ नेता और एमपी विस अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर विधायक हैं। ऐसे में समझने की कोशिश करते हैं कि कांग्रेस के इस प्लान के पीछे की बड़ी वजह क्या है।
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तोमर की सीट पर प्रियंका गांधी की नजर वाली खबर पर एक नजर
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इन लोगों को प्रियंका गांधी ने सौंपी जिम्मेदारी
प्रियंका गांधी ने दिमनी सीटों के लिए राजस्थान के बाड़मेर जिले की सिवाना से कांग्रेस के पूर्व विधायक और राजस्थान राज्य अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल को चुना है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ऐसे पांच विधानसभा क्षेत्रों को चुना है। जहां कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनाव में कम अंतर से हार गई थी। इसके तहत कांग्रेस 25 लोकसभा सीटों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जहां हार का अंतर 33 से 35 हजार वोटों के बीच था। वहीं, 30 सीटें ऐसी हैं। जहां हार का अंतर 50 से 55 हजार वोटों के बीच था। इस कार्यक्रम के तहत, हर विधानसभा क्षेत्र में 20-20 बूथों का एक समूह (कलस्टर) बनाया जाएगा।
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समझें मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट का समीकरण
मध्यप्रदेश में 2003 से भाजपा की सरकार है, लेकिन चंबल क्षेत्र में कांग्रेस की स्थिति मजबूत बनी हुई है। मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें से 5 विधानसभा क्षेत्रों श्योपुर, विजयपुर, जौरा, मुरैना और अंबाह में कांग्रेस के विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास केवल 3 विधानसभा क्षेत्र सबलगढ़, सुमावली और दिमनी हैं।
चुनाव वर्ष | विजेता | पार्टी | प्राप्त वोट | वोट शेयर | जीत का मार्जिन | उपविजेता | पार्टी | प्राप्त वोट | वोट शेयर |
2019 | नरेंद्र सिंह तोमर | भाजपा | 5,41,689 | 47.63% | 1,13,341 | रामनिवास रावत | कांग्रेस | 4,28,348 | 37.66% |
2014 | अनूप मिश्रा | भाजपा | 3,75,567 | 43.96% | 1,32,981 | वृंदावन सिंह सिकरवार | कांग्रेस | 2,42,586 | 28.40% |
2009 | नरेंद्र सिंह तोमर | भाजपा | 3,00,647 | 42.30% | 1,00,997 | रामनिवास रावत | कांग्रेस | 1,99,650 | 28.09% |
अभी क्या है मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट का हाल
मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट पर 2024 के चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सत्यपाल सिंह नीटू सिकरवार 52,530 वोटों के अंतर से हार गए थे। इस चुनाव में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर के करीबी बीजेपी प्रत्याशी शिवमंगल सिंह तोमर मुरैना से सांसद बने थे।
लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मुरैना-श्योपुर संसदीय क्षेत्र में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर की प्रतिष्ठा दांव पर थी। इस दौरान विजयपुर से कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने बीजेपी जॉइन कर ली थी। 2023 में रावत ने कांग्रेस के टिकट पर विजयपुर से लगभग 18 हजार वोटों से जीत हासिल की थी। लेकिन, जब वे लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी में शामिल हुए, तो बीजेपी के उम्मीदवार शिवमंगल सिंह तोमर को विजयपुर विधानसभा क्षेत्र से 32,516 वोटों की बढ़त मिली।
पुराने गढ़ को मजबूत करने का इरादा
मुरैना जिले की दिमनी (Dhimani) विधानसभा सीट को कांग्रेस ने इस अभियान के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में चुना है। इस क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर विधायक हैं। कांग्रेस का मानना है कि मुरैना क्षेत्र में पार्टी की स्थिति को मजबूत करने के लिए इस सीट पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रियंका गांधी ने इस अभियान के तहत स्थानीय कार्यकर्ताओं को जुटाने और संगठन को मजबूत करने की योजना बनाई है। पार्टी के इस प्लान से एमपी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी मजबूती मिलेगी।