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आमीन हुसैन @रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में नवरात्रि पर्व की शुरुआत के साथ ही रतलाम के कालिका माता परिसर में बने गरबा पंडालों पर बैनर चर्चा का विषय बन गया है। बैनर में साफ लिखा गया है कि गैर-हिंदुओं का गरबा प्रांगण में आना सख्त मना है। वहीं, गरबा पंडालों के आयोजकों और श्रद्धालुओं का कहना है कि पंडाल में प्रवेश केवल पास और आईडी चेक करने के बाद ही मिलेगा। साथ ही, तिलक लगाने के बाद ही एंट्री दी जाएगी।
गैर-हिंदुओं की नो-एंट्री के पोस्टर लगाए गए
प्रदेश भर से नवरात्रि के चलते गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की नो-एंट्री के पोस्टर लगाए गए हैं और गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की एंट्री पर पाबंदी लगाई गई है। अब रतलाम शहर के कालिका माता परिसर में गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की नो-एंट्री के बैनर गरबा पंडालों के टेंट में लगाए गए हैं। गरबा आयोजकों का कहना है कि हां, सामाजिक तत्वों से बचाव के लिए यह गरबा पंडालों में गरबा समितियों का फैसला है, जो बालिकाओं के लिए सुरक्षा के मुताबिक लिया जा रहा है।
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गरबा देखने आए लोगों ने पहल की सराहना की
गरबा पंडालों में गरबा देखने आए लोगों ने इस पहल की सराहना की है कि गरबा पंडालों में गैर-हिंदुओं की नो-एंट्री महिला और बालिकाओं के हित की सुरक्षा के लिए एक अच्छी पहल है। वहीं, गरबा पंडालों के आयोजकों का कहना है कि यह आईडी कार्ड देख कर ही अंदर जाने दिया जाता है।
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रतलाम शहर के काजी ने लिखा लिखित पत्र
दूसरी ओर रतलाम के शहर काजी अहमद अली ने मुस्लिम समाज के लोगों को एक लिखित पत्र भेजा है- इस लिखित पत्र में गरबा पंडालों में मुस्लिमों को जाने से रोकने की गुजारिश की गई है। पत्र में कहा गया है कि जैसा कि आप सभी हजारत (मुस्लिम लोग) को मालूम है कि हिंदू भाइयों का एक अहम और बड़ा नवरात्रि पर्व चल रहा है। इसमें गरबे का आयोजन किया जाता है।
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दो समाजों में हो जाती है विवाद की स्थिति
रतलाम के शहर काजी के लिखित पत्र में आगे लिखा है कि कई बार देखा गया है कि मुस्लिम लड़के-लड़कियों के गरबा आयोजन में जाने से आयोजकों को कड़ी आपत्ति होती है और दो समाजों में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, जो हिंदुस्तान की गंगा-जमुनी तहजीब और आपसी भाईचारे पर बुरा असर डालती है। लिहाजा, तमाम घर के बड़े बुजुर्गों से गुजारिश है कि अपने बच्चों को गरबा आयोजनों में जाने से रोकें, क्योंकि यह ठीक नहीं है।
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गरबा पंडाल में मुसलमानों की नो एंट्री का मामला अब चर्चा का विषय बना हुआ है। हाल ही में गरबा गाइडलाइन को चर्चा हुई। इसके बाद राज्य के अलग-अलग जगहों पर गैर-हिंदुओं को गरबा पंडाल में एंट्री बैन कर दी गई। अब गरबा पंडाल में आईडी लेकर एंट्री मिल रही है।