देश के आदर्श थाने मल्हारगढ़ के फर्जी केस में हाईकोर्ट सख्ती के बाद 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

मल्हारगढ़ थाना, जो देश के आदर्श थानों में से एक था, अब एक फर्जी नार्कोटिक्स केस के कारण विवादों में घिर गया है। एक युवक सोहनलाल को गलत तरीके से गिरफ्तार कर केस बनाया गया था। हाईकोर्ट के आदेश पर 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।

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Sanjay Gupta
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Photograph: (THESOOTR)

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INDORE. देश के आदर्श थाना के रूप में टॉप 10 में नवें पायदान पर रहने वाले मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ (Malhargarh Police Station) थाने की हरकत ने पूरी खाकी को शर्मसार कर दिया है।

एक युवक पर फर्जी नार्कोटिक्स केस बनाने के मामले में हाईकोर्ट इंदौर की सख्ती के बाद एसपी विनोद कुमार मीणा मंगलवार को पेश हुए। इसमें बताया कि 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। मामले में हाईकोर्ट ने आदेश सुनकर रिजर्व रख लिया है। औपचारिक आदेश कभी भी जारी कर दिया जाएगा। 

एसपी हाईकोर्ट में हुए पेश 

बेगुनाह छात्र सोहनलाल को 29 अगस्त को राजस्थान की बस से उतारकर केस बनाने के मामले में याचिका लगी हुई थी। जिसमें बीती सुनवाई में हाईकोर्ट ने सख्त रूख अपनाते हुए पुलिस को जवाब देने के आदेश दिए और एसपी को बुलाया।

एसपी मीणा ने उपस्थित होकर कोर्ट को बताया कि बस में से छात्र को उतारकर उसे ड्रग स्मगलिंग ( drug smuggling) में गिरफ्तार कर जेल भेजने वाले पुलिसकर्मी मल्हारगढ़ थाने के थे। इसमें आरोपी 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करते हुए, जांच शुरू कर दी गई है।

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एसपी बोले- गलती हुई है पुलिस से 

सुनवाई के दौरान एसपी मीणा ने माना कि इस मामले में गलती हुई है। जिन पुलिसकर्मियों ने उसे बस से उठाया था वे भी मंदसौर मल्हारगढ़ थाना के ही हैं। इस मामले में बीती सुनवाई आए जांच अधिकारी एसआई ने भी कोर्ट को गलत जानकारी दी थी इस पर भी एसपी ने माफी मांगी। कोर्ट ने यह भी पूछा कि थाने में कितना स्टाफ है, इस पर बताया गया कि 55 का स्टाफ है। इसमें कार्रवाई करते हुए 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं।

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यह था मामला

मल्हारगढ़ पुलिस द्वारा 29 अगस्त 2025 को 2.7  किलो अफीम के साथ छात्र सोहन पिता बालाराम जोधपुर  को आरोपी बनाया था। अगले दिन 30 अगस्त को मंदसौर कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया। सोहन ने अधिवक्ता  हिमांशु ठाकुर के जरिए याचिका दायर की।

परिजनों ने बताया कि वह होशियार छात्र है और 12वीं फर्स्ट डिवीजन में पास की है और वह पीएससी की तैयारी शुरू करने जा रहा था। हाईकोर्ट ने ना सिर्फ जमानत मंजूर की बल्कि इसमें पुलिस पर सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि ऐसा लग रहा है कि पूरा मल्हरागढ़ थाना की ही मिलीभगत है, एसपी इस पर जवाब दें। 

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बस में लगे CCTV से खुल गई पुलिस की पोल 

मल्हारगढ पुलिस ने सोहनलाल युवक को 29 अगस्त को गिरफ्तार किया और उस पर एनडीपीएस के तहत 2.5 किलो अफीम का केस बनाया। इस मामले में सोहनलाल 29 अगस्त से जेल में बंद है। उसके द्वारा अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर के जरिए हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की गई।

इसमें एक बस RJ35PA1410 के अंदर के सीसीटीवी फुटेज पेश किए। इसमें इस दिन सोहनलाल सफर कर रहा है, तभी रात को 11.30 बजे तीन युवक (जो पुलिसकर्मी बताए गए हैं) बस में आते हैं और उसे उतारकर ले जाते हैं। इसी दिन मल्हारगढ़ थाने में शाम 5.15 बजे सोहनलाल को पुलिस द्वारा एनडीपीएस केस में गिरफ्तार बताया जाता है और केस नंबर 218/25 दर्ज किया जाता है। जबकि बस में जब युवक था तो खाली हाथ था। वहीं यही पुलिस वाले एक जैसे कपड़े टी शर्ट में मल्हारगढ़ थाने के बाहर दिख रहे हैं।

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