MP News: मध्य प्रदेश के नारायणगढ़ में 27 अप्रैल को हुए भीषण सड़क हादसे में एक इको वैन बाइक से टकराकर खुले कुएं में गिर गई थी। इस हादसे में कुल 12 लोगों की मौत हो गई थी। मनोहर सिंह ने दुर्घटना के समय लोगों को बचाने के लिए कुएं में छलांग लगाई थी, लेकिन जहरीली गैस के प्रभाव से वे भी जान गंवा बैठे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनके इस अद्भुत साहस और बलिदान को सम्मान देते हुए मरणोपरांत उन्हें वीरता पुरस्कार देने तथा उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। इस दुर्घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की।
सीएम मोहन यादव की घोषणा
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मनोहर सिंह के बलिदान को सलाम करते हुए घोषणा की कि उन्हें वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही, उनके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी प्रदान की जाएगी।
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आर्थिक सहायता का ऐलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी मृतकों के लिए 2-2 लाख, गंभीर घायलों के लिए 1 लाख और सामान्य घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की है।
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बाइक टक्कर के बाद वैन गिरी थी कुएं में
मंदसौर के नारायणगढ़ में एक इको वैन, जो श्रद्धालुओं को लेकर जा रही थी, रास्ते में एक बाइक से टकराकर सीधे एक खुले कुएं में गिर गई। हादसा इतना भयावह था कि वैन सवार 14 लोगों में से 10 की मौके पर ही मौत हो गई, साथ ही बाइक सवार भी इस टक्कर में मारा गया था।
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खुला कुआं बना मौत का कारण
इस पूरे हादसे ने सड़क सुरक्षा और स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारियों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। खुले कुएं को ढंकने की कोई व्यवस्था नहीं थी, जो दुर्घटना का मुख्य कारण बना। हादसे के बाद अब स्थानीय स्तर पर इस पर भी चर्चा तेज हो गई है कि ऐसी लापरवाहियों को जल्द कैसे रोका जाए।
मंदसौर हादसा