IAS प्रतिभा पाल... एक कर्तव्यनिष्ठ अफसर, जो मां बनने के 11 दिन बाद ही पहुंच गई थीं ड्यूटी पर

आईएएस प्रतिभा पाल कर्तव्यनिष्ठ होने के साथ अपने निर्भीक और सख्त प्रशासनिक अंदाज के लिए जानी जाती हैं। उनके काम करने का जनहितैषी तरीका, अनुशासन और समर्पण भाव को बखूबी दर्शाता है।​

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The Sootr
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द तंत्रः कहते हैं कि सपनों से बढ़कर कुछ नहीं होता। अगर आप ठान लें तो हर असंभव काम को भी पूरा कर सकते हैं। ठीक ऐसा ही कर दिखाया है आईएएस प्रतिभा पाल ने।​

15 अप्रैल 1988 को उत्तर प्रदेश के बरेली में जन्मी प्रतिभा प्रतिभाशाली रही हैं। जहां एक ओर बच्चे बचपन में खेल-खिलौने, गुड्डा-गुड़ियों के साथ खेलते हैं, वहीं दूसरी ओर प्रतिभा किताबों में ही अपना सारा दिन बिता दिया करतीं थीं। उन्हें बचपन से ही कविताएं लिखने और पढ़ने का शौक रहा।​

प्रतिभा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बरेली के स्कूल से हासिल की। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने ग्रेजुएशन में बीए किया, लेकिन वे इतने में कहां रुकने वाली थीं। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने एमए हिस्ट्री से पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया।

कॉलेज के दौरान ही प्रतिभा ने तय कर लिया था कि उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाना है और अफसर बनकर देश की सेवा में अपना योगदान देना है। उन्होंने सिविल सेवा में कड़ी मेहनत से मुकाम हासिल किया और 2012 बैच की आईएएस अधिकारी बनीं।​ उन्हें मध्यप्रदेश कैडर मिला। 

प्रसव के 12 घंटे पहले तक करती रहीं काम​...

एक स्त्री के लिए अपने बच्चे के प्रति ममत्व की भावना, दुनिया की किसी भी भावना से न केवल परे है, साथ ही साथ अलग भी है। एक स्त्री के जीवन में यह सबसे अनमोल क्षण होता है, जब वह शिशु को जन्म देती है। इसके लिए वो न सिर्फ असहनीय दर्द सहती है, साथ ही साथ अपने शरीर की पूरी काया तक पलट कर रख देती है।​

ठीक ऐसी ही एक मां हैं आईएएस प्रतिभा पाल। उन्होंने न केवल अपना मातृ धर्म निभाया, बल्कि एक अधिकारी होने के नाते अपने कामों को भी प्राथमिकता दी। प्रतिभा ने मिसाल कायम करते हुए अपने प्रसव के 12 घंटे पहले तक ना सिर्फ काम किया, साथ ही प्रसव होने के 11 दिन बाद फिर ड्यूटी जॉइन कर ली।​

कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी हैं प्रतिभा

आईएएस प्रतिभा पाल कर्तव्यनिष्ठ होने के साथ अपने निर्भीक और सख्त प्रशासनिक अंदाज के लिए जानी जाती हैं। उनके काम करने का जनहितैषी तरीका, अनुशासन और समर्पण भाव को बखूबी दर्शाता है।​

आईएएस प्रतिभा पाल खुद जनसुनवाई करती हैं, ताकि वह नागरिकों की समस्याओं को समझें और मुद्दों पर जनता के सुझाव ले सकें। उन्होंने मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत रीवा जिले को प्रथम दर्जा भी दिलवाया है।​

इंदौर नगर निगम संभाली

प्रतिभा पाल इंदौर नगर निगम (मध्य प्रदेश) की आयुक्त थीं। उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान शहर के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ​उन्होंने अपने कार्यकाल में इंदौर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल बनवाया, साथ ही कचरा प्रबंधन, स्वच्छता अभियानों पर जोर भी दिया। प्रतिभा का मानना है कि एक अफसर को अपने कर्तव्यों के साथ समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनना चाहिए।  

कॅरियर एक नजर

नाम: प्रतिभा पाल 
जन्म दिनांक: 15-04-1988
जन्म स्थान: बरेली, उत्तरप्रदेश 
एजुकेशन: B.A., M.A. (Hist.)
बैच: RR; 2012 (मध्यप्रदेश) 

पदस्थापना

IAS प्रतिभा पाल 28 अप्रैल 2025 की स्थिति में रीवा जिले की कलेक्टर हैं। इससे पहले बतौर कलेक्टर वे श्योपुर जिले की कमान भी संभाल चुकी हैं। उन्होंने Asstt. Collector जबलपुर, SDO (Rev) नरसिंहगढ़, CEO जिला पंचायत नरसिंहपुर, नगर निगम कमिश्नर सतना, नगर निगम कमिश्नर उज्जैन, नगर निगम कमिश्नर इंदौर भी अपनी सेवाएं दी हैं।

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