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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को मुरैना में राजघाट पर 10 घड़ियालों को चंबल नदी में छोड़ा। मुख्यमंत्री ने चंबल नदी में 9 मादा और 1 नर घड़ियाल को उनके प्राकृतिक आवास में छोड़ा। इस दौरान उन्होंने घड़ियाल संरक्षण और पर्यटन पर जोर दिया। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित वन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने किया चंबल अभयारण्य का दौरा
सीएम मोहन यादव ने राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य का दौरा किया और वहां की व्यवस्था और पर्यटकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने चंबल अभयारण्य को देश की प्राकृतिक संपदा बताते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण दुर्लभ प्रजातियों को खतरा हो रहा है, लेकिन मध्य प्रदेश जैव विविधता के संरक्षण में हमेशा अग्रणी रहा है। इस दौरान सीएम ने अभयारण्य के अधिकारियों से घड़ियालों के पालन-पोषण और संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां भी प्राप्त कीं। साथ ही उन्होंने चंबल क्षेत्र में पर्यटन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
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चंबल नदी में डॉल्फिन पुनर्वास की संभावना
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में वन्य जीव पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। चंबल क्षेत्र समेत पूरे प्रदेश में वन्य जीव पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। साथ ही इसको लेकर सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है। चंबल अभयारण्य में घड़ियालों के साथ ही डॉल्फिन के पुनर्वास की भी संभावना है, जिसको लेकर वन विभाग कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि चंबल क्षेत्र में डॉल्फिन के पुनर्वास की भी संभावना पर काम किया जा रहा है।
पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण
इधर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुरैना शहर के बैरियर चौराहे पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने यहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर उन्होंने अटल जी के योगदान और उनके व्यक्तित्व की सराहना की, विशेषकर उनके विपक्ष में रहते हुए सत्ता पक्ष का सम्मान करने के दृष्टिकोण को याद किया।
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सत्ता पक्ष को सम्मान देते थे अटलजी
आमसभा को संबोधित करते सीएम ने कहा कि “हमने सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह और महात्मा गांधी को नहीं देखा, लेकिन हमें गर्व है कि हमने अटल बिहारी वाजपेयी को देखा। उनका व्यक्तित्व पूरे लोकतंत्र का व्यक्तित्व था। विपक्ष में रहते हुए भी वह सत्ता पक्ष के मुखिया का सम्मान करते थे। अटल जी के व्यक्तित्व में पूरे लोकतंत्र का व्यक्तित्व समाया था। उन्होंने आगे कहा कि हमारे अटल जी ऐसे थे कि जिन्होंने इंदिरा गांधी के बल पर जब बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग हुआ था, तब अटल जी विपक्ष में थे और उन्होंने इंदिरा को मां दुर्गा का स्वरूप बताया था। वह विपक्ष में बैठकर भी सत्ता पक्ष के मुखिया का सम्मान देत थे।
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मुरैना के लिए विकास योजनाओं की घोषणा
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुरैना के लिए कई विकास योजनाओं का ऐलान किया। इनमें शोवरन गार्डन से इमलिया रोड तक सड़क और नालियों के निर्माण के लिए 12 करोड़ रुपए की स्वीकृति, मुरैना की 12 पंचायतों के विकास के लिए 20 करोड़ रुपए की राशि, और मुरैना की मुख्य एमएस रोड पर बिजली के पोल और ट्रांसफॉर्मर की शिफ्टिंग के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि शामिल है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मुरैना की आसन नदी पर एक बोट क्लब बनाने की स्वीकृति दी।
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