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Photograph: (the sootr)
BALAGHAT.मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में एक मादा बाघ की संदिग्ध मौत का गंभीर मामला सामने आया था। मादा बाघ के शव को एक वनकर्मी ने गुपचुप जला दिया था। इस मामले में आरोप है कि बालाघाट वन मंडल के डीएफओ अधर गुप्ता ने शव जलाने का आदेश दिया था। आरोप है कि घटना के बारे में सीनियर वन अधिकारियों को सूचित नहीं किया। इस मामले में अब बालाघाट डीएफओ अधर गुप्ता पर चार्जशीट जारी की गई है।
बालाघाट डीएफओ को देना होगा जबाव
बालाघाट में मादा बाघ की मौत की घटना के बाद, मध्यप्रदेश सरकार ने डीएफओ अधर गुप्ता के खिलाफ चार्जशीट जारी की है। उन्हें इस मामले में 15 दिनों के भीतर अपनी सफाई पेश करने के लिए कहा गया है। आरोप है कि डीएफओ गुप्ता ने मादा बाघ की मौत की जानकारी सीनियर अधिकारियों को नहीं दी। शव को गुपचुप तरीके से जलवाने का आदेश दे दिया।
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वन्यजीवों की सुरक्षा में लापरवाही
डीएफओ अधर गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए उचित उपाय नहीं किए। इसे लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने इस घटना की जानकारी पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ और एनटीसीए को क्यों नहीं दी। इसका जबाव मांगा गया है।
बाघिन की मौत और डीएफओ से सवालों को ऐसे समझेंमादा बाघ की मौत: बालाघाट में मादा बाघ की संदिग्ध मौत के बाद, डीएफओ अधर गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने सीनियर अधिकारियों को बिना सूचित किए बाघ का शव जलवाया। चार्जशीट जारी: राज्य सरकार ने डीएफओ अधर गुप्ता को चार्जशीट जारी की है और उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। वन्यजीव सुरक्षा में लापरवाही: डीएफओ गुप्ता पर आरोप है कि उन्होंने लालबर्रा क्षेत्र में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए उचित प्रबंध नहीं किए। जिम्मेदार वनकर्मी फरार: वनपाल टीकाराम हनोते और वनरक्षक हिमांशु घोरमारे को इस मामले का जिम्मेदार ठहराया गया है और दोनों फरार हैं। विवादित अफसरों पर आरोप: डीएफओ गुप्ता और उनकी पत्नी, आईएफएस अफसर नेहा श्रीवास्तव पर कांग्रेस विधायक ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। |
वनपाल और वनरक्षक घटना के बाद से फरार
इस मामले में वनपाल टीकाराम हनोते और वनरक्षक हिमांशु घोरमारे को जिम्मेदार ठहराया गया है। दोनों वनकर्मी घटना के बाद से फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। इन दोनों की जिम्मेदारी थी कि वे इस तरह की घटना को तुरंत अधिकारियों की जानकारी में लाएं और आवश्यक कदम उठाएं। लेकिन, इस मामले में ऐसा नहीं किया गया।
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पति-पत्नी दोनों विवादित अधिकारी
डीएफओ अधर गुप्ता लंबे समय से अपनी कार्यप्रणाली को लेकर विवादों में हैं। बालाघाट विधायक अनुभा मुंजारे ने उनकी शिकायत की है। उन पर आरोप लगाया गया है कि वे ड्यूटी के दौरान शराब पीते हैं। इधर, दो महीने पहले विधायक अनुभा मुंजारे पर डीएफओ गुप्ता की पत्नी और उत्तर वनमंडल बालाघाट की डीएफओ नेहा श्रीवास्तव ने तीन लाख रुपए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। इन मामलों की जांच वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं।