मप्र के 62 जिलाध्यक्ष और नगराध्यक्षों में से 56 की घोषणा बीजेपी कर चुकी है, रूके हुए छह में इंदौर महानगर और ग्रामीण भी है। इसी पर सभी की नजरें हैं। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के चलते यह घोषणा रुकी हुई थी। लेकिन बीजेपी दफ्तर में गुरुवार रात को मंत्री विजयवर्गीय और मप्र बीजेपी संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा की लंबी चर्चा बंद कमरे में हुई। सूत्रों के अनुसार नगराध्यक्ष के लिए टीनू जैन के नाम पर सहमति हो गई है। उधर ग्रामीण जिलाध्यक्ष के लिए लड़ाई चिंटू वर्मा और अंतर दयाल के बीच में हैं। वहीं बैठक के बाद मंत्री जैन समाज के एक कार्यक्रम के लिए दिल्ली रवाना हो गए।
बैठक नामों को लेकर ही हुई थी
सूत्रों के अनुसार मंत्री विजयवर्गीय से मुलाकात के पीछे संगठन महामंत्री का मुद्दा केवल और केवल नगराध्यक्ष और जिलाध्यक्ष के नामों पर अंतिम चर्चा थी, जिसे संगठन को बता सकें और फिर भोपाल से शुक्रवार को नामों की घोषणा की जा सके। वहीं सूत्रों के अनुसार बैठक में नगराध्यक्ष के लिए टीनू जैन के नाम पर मंत्री ने भी सहमति दी है। वहीं बताया जा रहा कि इस पद के लिए टीनू ने भी कोई कसर नहीं रखी है, एक बार उनका नाम तय हो चुका था लेकिन बाद में ग्रामीण पद को लेकर आई उठापटक से वह अटक गए। इसके बाद उन्होंने चुपचाप संघ में अपने एक बड़े संपर्क से बात की और चुपचाप दिल्ली से भोपाल तक दौड़ लगाई। इसके बाद वह फिर रेस में आगे निकले।
सुमित का नाम आगे बढ़ाना कूटनीतिक चाल
ऐसे में चिंटू वर्मा के लिए रास्ता साफ होता दिख रहा है, क्योंकि शुरू से ही कहा जा रहा था कि सुमित मिश्रा का नाम रायशुमारी में मंत्री गुट ने इसलिए आगे बढ़ाया था, ताकि ऐनवक्त पर कोई इश्यू आने पर टीनू जैन को विकल्प के रूप में रखा जा सके और ग्रामीण क्षेत्र में चिंटू के लिए डील की जा सके। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कौन सा जादू चलाकर तुलसी सिलावट के करीबी अंतर दयाल के लिए क्या प्रभावी कदम उठाते हैं।
thesootr links
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें