BHOPAL. मध्य प्रदेश ( MP medical fraud )में नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा ( MP Nursing College Scam )इन दिनों सुर्खियों में है। कई कॉलेज ऐसे है, जो छात्रों के भविष्य से हुए खुल्ले खिलवाड़ कर रहे है। नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा छात्रों के भविष्य के लिए चिंता का विषय बन गया है। लेकिन अब इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए मेडिकल विवि न एक नई पहल( initiative of medical university )शुरू की है। अब कॉलजों में परीक्षा से ही विद्यार्थियों को प्रवेश दिए जाएंगे। यानी की नए सत्र से कॉलेज अपनी मर्जी से सीटें नहीं भर पाएंगे( MP News )।
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फर्जीवाड़ा रोकने को मेडिकल विवि की पहल
जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय ने सत्र 2024-25 से प्रवेश परीक्षा के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। प्रशासन ने कहा कि अगर नर्सिंग काउंसिल और पैरामेडिकल प्रवेश परीक्षा कराने के लिए तैयार नहीं होता तो विवि खुद प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा। इस संबंध में कार्यपरिषद में फैसला लिया गया है। प्रवेश परीक्षा में पास अभ्यर्थी काउंसिलिंग में हिस्सा ले सकेंगे। बता दें मध्यप्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल के लगभग 480 से ज्यादा कॉलेज हैं। नर्सिंग कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक बीएससी नर्सिंग जबकि पैरामेडिकल कॉलेजों में डीएमएलटी, बीएमएलटी सहित अन्य कोर्स में प्रवेश मिलेगा। अभी तक ऐसे कोर्स में कॉलेज अपनी मर्जी से प्रवेश देते थे। लेकिन अब कॉलेज खुद से ये सीटें नहीं भर सकेंगे।
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एंट्रेंस टेस्ट से ही होगा एडमिशन
फर्जीवाड़ा रोकने को मेडिकल विवि की पहल स्टूडेंट्स का भविष्य के लिए सही साबित होगी है। प्रदेश में किसी भी नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेज अब अपनी मर्जी से सीटें नहीं भर पाएंगे। अब प्रवेश परीक्षा से ही विद्यार्थियों को कॉलेज में एडमिशन दिया जाएगा। नए सत्र प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एडमिशन होंगे। वहीं प्रदेश में 1 अगस्त से नया सत्र शुरू होगा। इसका एंट्रेंस टेस्ट जून-जुलाई में होगा।