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BHOPAL. मध्य प्रदेश में नए जिला अध्यक्ष बनाने के बाद अब कांग्रेस ने संगठन में कसावट की तैयारी शुरू कर दी है। संभाग और जिला स्तर पर संगठन की नब्ज टटोलने के लिए प्रदेश नेतृत्व ने रविवार को भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के जिला अध्यक्षों से चर्चा की।
नया दायित्व संभालने के बाद अध्यक्षों ने क्या काम किया, संगठन स्तर पर उन्हें काम करने में कोई कठिनाई तो नहीं आ रही। संभागवार जिला अध्यक्षों की बैठकों के जरिए पार्टी की आगामी रणनीति पर भी चर्चा की जा रही है।
कांग्रेस संगठन द्वारा प्रदेश में नवागत जिला अध्यक्षों से उनके अनुभव साझा किए जा रहे हैं। इसके साथ ही उनके मार्गदर्शन के लिए अक्टूबर माह के अंत में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भी तय किया गया है।
इससे पहले पार्टी यह पता लगा रही है कि पद संभालने के बाद नवागत अध्यक्ष कैसे काम कर रहे हैं। इसी को लेकर प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी की मौजूदगी में संभागवार जिला अध्यक्षों की बैठक ली जा रही है।
संभाग स्तर पर संगठन समीक्षा
रविवार को मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी ने भोपाल और नर्मदापुर संभाग के जिला अध्यक्षों की बैठक लेकर जिला स्तर पर संगठन की समीक्षा की। इस बैठक में भोपाल संभाग के भोपाल शहर एवं ग्रामीण, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, सीहोर एवं नर्मदापुरम संभाग के नर्मदापुरम, बैतूल और हरदा जिलों के अध्यक्ष मौजूद रहे। समीक्षा बैठक में प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी के साथ राष्ट्रीय सचिव संजय दत्त, संगठन प्रभारी डॉ.संजय कामले भी मौजूद रहे।
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नेतृत्व टटोल रहा पार्टी की नब्ज
बैठक में पार्टी नेतृत्व द्वारा अध्यक्षों से उनके अनुभवों की जानकारी ली जा रही है। संगठन के लिए वे क्या कर रहे हैं। एक माह के कार्यकाल में कौन सी गतिविधियां चलाई गईं। जिला संगठन के संचालन में उन्हें क्या परेशानियां आ रही हैं या पार्टी पदाधिकारियों से सामंजस्य की क्या स्थिति है इसकी नब्ज की टटोली जा रही है। रविवार को भोपाल एवं नर्मदापुरम संभाग के जिला अध्यक्षों से भी पार्टी के नेताओं ने इन्हीं बिंदुओं पर चर्चा कर जिला संगठनों की समीक्षा भी की गई।
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समीक्षा के बाद होगा प्रशिक्षण
पीसीसी के प्रदेश संगठन प्रभारी संजय कामले ने बताया प्रदेश नेतृत्व द्वारा तय कार्यक्रम के तहत पहले दिन भोपाल और नर्मदापुरम संभागों के जिलों की समीक्षा की गई है। वहीं सोमवार को ग्वालियर-चंबल संभाग के ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर जिलों के अध्यक्षों से चर्चा होगी।
इसके बाद इंदौर संभाग के अलीराजपुर, बड़वानी, बुरहानपुर, धार, इंदौर, झाबुआ, खंडवा और खरगोन जबकि मंगलवार को उज्जैन संभाग के उज्जैन, देवास, आगर-मालवा, शाजापुर, रतलाम, मंदसौर, नीमच और सागर संभाग के सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना और निवाड़ी जिलों के अध्यक्षों से चर्चा की जाएगी।
इसी तरह अन्य संभागों के लिए भी कार्यक्रम तय किया गया है। प्रदेश के सभी जिला अध्यक्षों से उनके अनुभव, रणनीति और दिक्कतों पर बात करने के बाद अक्टूबर माह के अंत या नवम्बर माह की शुरूआत में दस दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा।
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