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मध्य प्रदेश में आए दिन सड़क दुर्घटना की खबरें सामने आती रहती हैं। वहीं इन सड़क हादसों को लेकर केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच वर्षों से मध्य प्रदेश सड़क हादसों में दूसरे नंबर पर है। साथ ही, हादसों में मौतों के मामले में भी राज्य देश में चौथे नंबर पर है। आइए जानते हैं, आखिर इतनी सड़क दुर्घटनाएं क्यों हो रही हैं। साथ ही, इन सड़क दुर्घटनाओं के पीछे की भी बड़ी वजह बताएंगे।
एमपी में सड़क हादसों का हाल
पिछले पांच सालों से मध्यप्रदेश सड़क हादसों के मामले में देश में लगातार दूसरे नंबर पर बना हुआ है। इस दौरान हादसों में हुई मौतों के मामले में भी मध्यप्रदेश चौथे नंबर पर है। यह खुलासा केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय की हालिया रिपोर्ट से हुआ है। जानें क्या कहती है यह रिपोर्ट...
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2023 और 2024 का हाल
रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में मध्यप्रदेश में 13 हजार से ज्यादा लोगों की जान सड़क हादसों में चली गई। वहीं, 2024 में यह संख्या बढ़कर 14 हजार से भी अधिक हो गई है। इसके अलावा, देश के शीर्ष 15 शहरों की सूची में भी मध्यप्रदेश के चार प्रमुख शहर शामिल हैं, जहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं।
एमपी रोड एक्सीडेंट रिपोर्ट
देश में कुल सड़क हादसों में से 11.51 फीसदी मौते मध्य प्रदेश में हुई है। सड़क परिवहन मंत्रालय की 2023 की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
देश
कुल हादसे: 4 लाख 80 हजार 583
कुल मौतें: 1 लाख 72 हजार 890
मध्यप्रदेश
कुल हादसे: 55 हजार 327
कुल मौतें: 13 हजार 798
एमपी में रोड एक्सीडेंट का यह मामला काफी चौंकाने वाला है। रिपोर्ट से यह पता चलता है कि एमपी में सड़क हादसा लगातार बढ़ता जा रहा है।
हादसे में दूसरे नंबर पर पहुंचा एमपी
मध्यप्रदेश पिछले पांच सालों से सड़क हादसों के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है और हर साल इन हादसों का आंकड़ा और मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। पुलिस ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीटीआरआई) के आंकड़ों के अनुसार, साल 2024 में 2023 के मुकाबले सड़क हादसों में 2.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
मौतों के मामले में चौथे नंबर पर एमपी
साल 2024 में प्रदेश में कुल 56 हजार 669 सड़क हादसे हुए। इनमें 14 हजार 791 लोगों की मौत हो गई, जबकि 58 हजार 202 लोग घायल हुए। वहीं, 2023 में 55 हजार 327 सड़क हादसे हुए थे। इनमें 13 हजार 798 लोगों की जान गई थी। सड़क हादसों में मौतों के मामले में मध्यप्रदेश देश में चौथे स्थान पर है। प्रदेश में हर 10 हजार किलोमीटर पर 1225 हादसे हुए। यानी हर 10 किलोमीटर पर एक हादसा दर्ज किया गया।
एमपी में सड़क हादसे
साल | हादसे | घायल | मौत | बढ़ोतरी/कमी |
2019 | 50 हजार 669 | - | 11 हजार 249 | - |
2020 | 45 हजार 266 | 46 हजार 456 | 11 हजार 141 | -0.96% |
2021 | 48 हजार 887 | 48 हजार 956 | 12 हजार 057 | +8.22% |
2022 | 54 हजार 432 | 55 हजार 168 | 13 हजार 427 | +11.37% |
2023 | 55 हजार 327 | 55 हजार 759 | 13 हजार 798 | +2.76% |
2024 | 56 हजार 669 | 58 हजार 202 | 14 हजार 791 | +7.19% |
सड़क हादसे की बड़ी वजह
रिपोर्ट के अनुसार, सड़क हादसों के विभिन्न कारण सामने आए हैं, लेकिन सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार यानी ओवर स्पीड है। साल 2023 में मध्यप्रदेश में जितने सड़क हादसे हुए, उनमें 81 प्रतिशत हादसे केवल तेज रफ्तार के कारण हुए। इसके अलावा, गलत साइड पर गाड़ी चलाना, नशे में वाहन चलाना, मोबाइल फोन का उपयोग और हेलमेट न पहनना भी हादसों के कारण बने। इनकी वजह से कई लोगों की जान चली गई।