MP Weather: एमपी के कई जिलों में जोरदार बारिश, भोपाल में कोलार, कलियासोत और भदभदा के गेट खोले

मध्यप्रदेश में मानसून का जोरदार असर जारी है। राजधानी भोपाल और आसपास के जिलों में भारी बारिश हो रही है, साथ ही कई बांधों के गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। जानें क्या है मौसम की भविष्यवाणी!

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Jitendra Shrivastava
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MP weather : मध्यप्रदेश में मानसून का जोरदार दौर अभी भी जारी है। शनिवार को राजधानी भोपाल समेत प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। बारिश के कारण भोपाल के कोलार, भदभदा और कलियासोत बांध पूरी तरह से भर गए हैं और इन बांधों के गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। इससे आसपास के इलाकों में पानी की निकासी की प्रक्रिया चल रही है।

मध्यप्रदेश में बारिश की स्थिति

राजधानी भोपाल में लगातार बादलों की आवाजाही हो रही है। सुबह से रुक-रुक कर बारिश हो रही है और राजधानी से सटे जिलों जैसे नर्मदापुरम, सीहोर, गुना, बड़वानी, डिंडौरी, मऊगंज, और सेंधवा में भी बारिश हो रही है। इस बीच, ग्वालियर समेत अन्य कुछ जिलों में भी मौसम परिवर्तन हुआ है, जिससे उमस और गर्मी का असर देखा गया।

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बांधों से पानी की निकासी

भोपाल के कोलार और कलियासोत बांध ओवरफ्लो हो गए हैं। इन दोनों बांधों के दो-दो गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। साथ ही भदभदा बांध का एक गेट खोला गया है। इससे आसपास के इलाके में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि भारी बारिश और पानी के स्तर में बढ़ोतरी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो रही है।

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मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में मध्यप्रदेश का मौसम में दो चक्रवात सक्रिय हैं। इसके साथ ही उत्तर-दक्षिण ट्रफ भी प्रदेश से गुजर रही है। हालांकि, अगले कुछ दिनों में भारी बारिश की संभावना नहीं है। मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन चुका है, और यह सिस्टम जल्द ही कमजोर हो जाएगा।

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कमजोर हो रहा मानसून

मानसून सीजन अब धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। मध्यप्रदेश में मानसून ने 17 जून को दस्तक दी थी, और जून, जुलाई और अगस्त में भारी बारिश हुई थी। सितंबर के पहले सप्ताह में भी तेज बारिश देखी गई, लेकिन अब जैसे-जैसे मानसून की समाप्ति नजदीक आ रही है, बारिश की तीव्रता में कमी आ रही है।

मौसम विभाग का कहना है कि मानसून अब कमजोर हो गया है और यह आंध्र प्रदेश से महाराष्ट्र होते हुए गुजरात की ओर जा रहा है। इससे प्रदेश में नमी की कमी हो रही है, और बारिश की तीव्रता में भी गिरावट आई है।

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मौसम पूर्वानुमान

मौसम विभाग का कहना है कि मानसून ट्रफ लाइन अब बंगाल की खाड़ी से ग्वालियर होते हुए पूर्वी राजस्थान तक जा रही है, जिससे नमी आ रही है। नमी के कारण उमस बढ़ी है और हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। हालांकि, अब तक के मौसम पैटर्न को देखकर ऐसा लगता है कि आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधि घटेगी।

मौसम विभाग के अनुसार, रविवार और सोमवार को प्रदेश के 9 जिलों में बारिश की संभावना है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है और उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने ग्वालियर, चंबल, और मध्य प्रदेश के अन्य हिस्सों में हल्की बारिश की संभावना जताई है।

उमस और गर्मी का असर

गर्मी की स्थिति भी पिछले कुछ दिनों में बढ़ी है। ग्वालियर, जो प्रदेश का सबसे गर्म शहर था, अब ज्यादा गर्मी का सामना कर रहा है। न्यूनतम तापमान में वृद्धि हो सकती है, और यह उमस भरी गर्मी के कारण और बढ़ जाएगा।

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प्रमुख जिलों में बारिश के आसार...

  • ग्वालियर: गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना।
  • सागर: हल्की बारिश और नमी बढ़ने की संभावना।
  • उज्जैन: रुक-रुक कर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
  • जबलपुर: उमस और गरज-चमक के साथ बारिश।

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