सड़क नहीं बनने पर युवाओं ने गांव में नेताओं के प्रवेश पर लगाई रोक, BJP MLA को सुनाई खरी-खोटी

राजस्थान के बीकानेर में भाजपा विधायक ताराचंद सारस्वत का हुआ जमकर विरोध। युवाओं ने खराब सड़कों पर किया हंगामा। विधायक ने जवाब में कहा कि मुझे जवाब बर्दाश्त नहीं है। मामला बिगड़ा।

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Amit Baijnath Garg
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राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ तहसील के मोमासर गांव में बुधवार को एक असामान्य और तनावपूर्ण घटना घटी। यहां एक रक्तदान शिविर में पहुंचे भाजपा विधायक ताराचंद सारस्वत का गांववासियों ने विरोध किया। इस विरोध के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं था, बल्कि गांव की खराब सड़कें थीं, जो लंबे समय से जर्जर हालत में थीं। विधायक के सामने प्रदर्शनकारियों ने तीखे शब्दों में नारेबाजी की, जिसके बाद विधायक ने भी गुस्से में आकर तीखी प्रतिक्रिया दी।

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गांव में सड़क की समस्या, युवा सक्रिय हुए

मोमासर, आड़सर और जोरावरपुरा गांव को जोड़ने वाली सड़क वर्षों से जर्जर पड़ी है। ग्रामीणों और युवाओं ने कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से इसकी मरम्मत और निर्माण की मांग की, लेकिन इन शिकायतों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इसी गुस्से में आकर गांव के युवाओं ने यह संकल्प लिया कि जब तक सड़क का काम शुरू नहीं होगा, तब तक वे किसी भी जनप्रतिनिधि को गांव में घुसने नहीं देंगे।

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विधायक के सामने गुस्साए युवा

जब विधायक सारस्वत गांव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित रक्तदान शिविर में पहुंचे, तो उनका सामना इस आंदोलन से हुआ। गुस्साए युवाओं ने तुरंत उन्हें घेर लिया और सड़क निर्माण में हो रही देरी पर सवाल उठाने शुरू कर दिए। उनका कहना था कि नेता केवल वोट मांगने तो आते हैं, लेकिन समस्याओं पर ध्यान नहीं देते।

विधायक बोले-मुझे जवाब बर्दाश्त नहीं

इस विरोध के दौरान स्थिति और बिगड़ी जब विधायक ताराचंद सारस्वत ने गुस्से में कहा कि मुझे जवाब मत दो, मुझे जवाब बर्दाश्त नहीं है। विधायक के इस बयान ने विरोध को और भी उकसाया, जिससे माहौल अधिक गर्म हो गया।

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पुलिस ने हस्तक्षेप कर माहौल शांत किया

स्थिति को संभालने के लिए उप-प्रशासक जुगराज संचेती ने प्रयास किए, लेकिन जब बात नहीं बनी, तो पुलिस उपाधीक्षक निकेत पारीक को मौके पर आकर हस्तक्षेप करना पड़ा। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति नियंत्रित हुई और विवाद शांत हुआ।

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सड़क निर्माण तक नहीं मिलेगी एंट्री

घटना के बाद गांव के युवाओं ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होता, तब तक किसी भी राजनीतिक व्यक्ति का गांव में प्रवेश वर्जित रहेगा। वे इस आंदोलन को जारी रखेंगे और जनप्रतिनिधियों का घेराव करते रहेंगे, ताकि सड़क निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू हो सके।

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Photograph: (the sootr)

महत्वपूर्ण बिंदु

विरोध का कारण : खराब सड़कें
गुस्साए ग्रामीण : सड़क निर्माण की मांग
विधायक का तीखा रिएक्शन : मुझे जवाब बर्दाश्त नहीं है
पुलिस का हस्तक्षेप : स्थिति शांत की
आंदोलन जारी रहेगा : जब तक सड़क निर्माण शुरू नहीं होता

FAQ

1. बीकानेर में विधायक के खिलाफ विरोध क्यों हुआ?
विधायक ताराचंद सारस्वत (Tarachand Saraswat) के खिलाफ विरोध खराब सड़कों (Broken Roads) के कारण हुआ था। गांववासियों का कहना था कि सड़क निर्माण में हो रही देरी के कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
2. विधायक का विरोध कैसे बिगड़ा?
विधायक ने गुस्से में आकर कहा था, "मुझे जवाब बर्दाश्त नहीं है," जिससे माहौल और भी गरम हो गया। इसके बाद पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
3. ग्रामीणों की मांग क्या है?
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि जब तक सड़क निर्माण (Road Construction) का काम शुरू नहीं होगा, तब तक किसी भी राजनीतिक व्यक्ति (Political Leader) को गांव में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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