GWALIOR. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पत्नी की प्रताड़ना से परेशान एक भजन गायक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फांसी लगाने से पहले इस गायक ने वीडियो बनाकर अपने भाई को भेजा। जिसमें कहा कि पत्नी ने दोस्त छुड़ा दिए। काम-धंधा छुड़ा दिया। मेरी मां के निधन के बाद मेरी भाभी ने मुझे बचपन से पाला, इसने उन पर गंदे आरोप लगाए। मैंने जितनी प्रताड़ना झेली है, कोई नहीं झेल सकता। कथावाचक ने वीडियो में पहली पत्नी को भी आत्महत्या के लिए जिम्मेदार बताया है।
क्या है मामला
घटना जनकगंज थाना क्षेत्र की है। यहां ढोली बुआ का पुल इलाके में किराए के मकान में रहने वाले धर्मेंद्र झा ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। धर्मेंद्र का शव कमरे में पंखे के हुक से फांसी के फंदे पर लटकता मिला। धर्मेंद्र झा पेशे से भजन गायक और कथावाचक थे। आत्महत्या से पहले धर्मेंद्र ने अपना दर्द एक वीडियो के माध्यम से बयां किया हैं। घटना की जानकारी मिलते ही जनकगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वीडियो के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
दोनों पत्नियों को बताया आत्महत्या का कारण
कथावाचक धर्मेंद्र ने डेढ़ साल पहले लव मैरिज की थी। ये उनकी दूसरी शादी थी। धर्मेंद्र ने अपनी दोनों पत्नियों को आत्महत्या का कारण बताया है। धर्मेंद्र ने वीडियो में बताया कि, उसकी पहली पत्नी कोमल ने उस पर झूठे केस दर्ज कराए, जिससे परेशान होकर उसने डेढ़ साल पहले दूसरी शादी की। कुछ समय ठीक चला फिर दूसरी पत्नी नेहा ने भी परेशान करना शुरू कर दिया।
पत्नी ने नहीं मेरे पिता की सेवा
वीडियो में धर्मेंद्र ने कहा कि मेरे पिता की उम्र 85 साल है। अस्थमा के पेशेंट हैं। कभी इसने (दूसरी पत्नी) उनकी सेवा करने की कोशिश नहीं की। मैंने फिर भी कुछ नहीं कहा। इसने मेरे आश्रम में फोन लगाकर मुझे काम देने से मना कर दिया। पुलिस भेजने की धमकी दी, लेकिन उन्होंने मेरे व्यवहार को देखते हुए मुझे काम दिया। किसी कलाकार को साथ लेकर जाता तो उससे गाली-गलौज करती। मेरे सभी दोस्तों को गालियां दी इसने। ये औरत कहती है कि सिर्फ मेरे पास रहो।
मैं सिर्फ इसके चक्कर में अपना घर छोड़कर किराए के मकान में रह रहा हूं। 1 महीने से खाली बैठा हूं। फिर भी अपना समझकर इसके खर्च में कोई कमी नहीं की। ये प्रेग्नेंट थी इसलिए इसकी हर ख्वाहिश पूरी करने की कोशिश की। इसने फिर भी लड़ना बंद नहीं किया। सदा लड़ती रही। इसके घरवालों को बताया लेकिन उन्होंने एक्शन नहीं लिया। एक ही बात बोलते रहे कि हमने तो पहले ही शादी करने से मना किया था। वो तो ऐसे ही गुस्से की तेज रहेगी, तुम्हें रखना हो तो रखो।
ये खबर भी पढ़ें... नई संसद में वक्ताओं का टोटा , जानें क्यों मेडन स्पीच देने का मौका दे रहे सभापति
अंधा कानून मर्द को कसूरवार ठहराता
इस बीच मैंने रिपोर्ट करने की कोशिश की तो वकीलों ने सलाह दी कि आजकल औरतों की सुनवाई है। तुम्हारी पहली पत्नी ने भी झूठा केस लगाया था तुम पर...। उसने मुझ पर रेप का केस लगाया था। अंधा कानून मर्द को कसूरवार ठहराता है। उस समय बरी कर दिया, लेकिन मेरी उस जिंदगी का क्या, जो बर्बाद हो गई। ये औरत भी मेरी मौत की जिम्मेदार है। मेरी पिछली सारी जिंदगी बर्बाद कर दी।
दोनों को कड़ी सजा दें
कानून बरी कर देता है। बरी करने से क्या फायदा? जब मेरी बदनामी हो गई, मेरा सब कुछ छिन गया। दोबारा से रेप्यूटेशन बनाई है मैंने...। भारत के कानून ने औरत को इतनी छूट दे दी है कि वो कभी भी किसी मर्द को फंसा सकती है। मैं एक बात पूछता हूं कि सिर्फ आदमी ही दोषी है हर बार? अगर अंधा कानून नहीं है, थोड़ी सी भी आंख खुली हैं तो मैं एक गुहार लगा रहा हूं कि दोनों को कड़ी सजा दें। कानून में थोड़ा सा बदलाव लाएं, ताकि जिन मर्दों का औरतों ने जीवन नर्क बना रखा है, वे गुहार लगा सकें।
दोनों औरतों के कारण मैं आज आत्महत्या कर रहा हूं। मेरे जाने के बाद मेरी सारी चीजों पर अधिकार सिर्फ मेरे घरवालों का होगा। सभी को राधेश्याम...। ठाकुर जी ने जितनी जिंदगी दी, उतनी जीकर जा रहा हूं। मैंने तो बहुत कुछ करने की कोशिश की... लिहाज करने की कोशिश करता था लेकिन इन्होंने कभी कुछ करने नहीं दिया। जीवन नर्क बना दिया, आज कुछ बचा नहीं इसीलिए सभी को राम-राम...।
ग्वालियर न्यूज, पत्नी की प्रताड़ना से तंग पति, आत्महत्या, फांसी लगाकर आत्महत्या, एमपी न्यूज