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BHOPAL.होली का त्योहार खुशियों और रंगों का प्रतीक है, लेकिन मध्य प्रदेश में इस बार यह सड़क हादसों के लिए काला दिन साबित हुआ। 14 मार्च को पूरे राज्य में 1190 दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जो बीते दो दिनों से 43.7% अधिक थीं। अकेले भोपाल में एक्सीडेंट की संख्या 135% तक बढ़ गई। राजधानी भोपाल में 12 और 13 मार्च की तुलना में होली के दिन (14 मार्च) ज्यादा हादसे दर्ज किए गए। प्रदेश में हुए हादसों में कई लोगों की मौत भी हुई। नशे में वाहन चलाना, तेज रफ्तार, लापरवाही और सुरक्षा नियमों की अनदेखी इन हादसों के मुख्य कारण रहे।
होली के दिन 1190 सड़क हादसे
मध्य प्रदेश में होली के दिन सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ गया। तीन दिनों में कुल 2725 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से 43.7% एक्सीडेंट सिर्फ 14 मार्च को हुए। सिर्फ होली के दिन सबसे ज्यादा 1190 दुर्घटनाएं दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार अकेले 14 मार्च को हुई सड़क हादसों का प्रतिशत सबसे ज्यादा रहा। प्रदेश भर में पिछले दिन की तुलना में 36 प्रतिशत अधिक हादसे हुए।
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होली के दिन सड़क हादसों में उछाल
- 12 मार्च को - 660 सड़क हादसे
- 13 मार्च को - 875 सड़क हादसे
- 14 मार्च (होली) को - 1190 सड़क हादसे
भोपाल में दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी
- 12 मार्च - 18 एक्सीडेंट
- 13 मार्च - 28 एक्सीडेंट
- 14 मार्च - 66 एक्सीडेंट (135% की बढ़ोतरी)
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एक्सीडेंट बढ़ने के पीछे ये थे मुख्य कारण
विशेषज्ञों और पुलिस विभाग के अनुसार, होली पर एक्सीडेंट बढ़ने के मुख्य कारण थे -
✅ शराब पीकर वाहन चलाना - नशे की हालत में तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने के चलते कई हादसे हुए।
✅ तेज रफ्तार और लापरवाही - युवा गाड़ियों पर स्टंट और हाई-स्पीड राइडिंग करते दिखे।
✅ सुरक्षा नियमों की अनदेखी - हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं लगाने से हादसे हुए और कई लोगों को गंभीर चोटें आईं।
✅ सड़कों पर भीड़भाड़ - होली खेलते हुए लोग सड़कों पर ज्यादा दिखे, जिससे हादसे बढ़ गए।
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ट्रैफिक पुलिस ने बढ़ाई सख्ती, लेकिन नाकाफी साबित हुई
भोपाल सहित मध्य प्रदेश के कई शहरों में होली पर ट्रैफिक पुलिस तैनात थी, लेकिन हादसों को रोकने में सफलता नहीं मिली। पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्ती की, लेकिन फिर भी कई लोग नियम तोड़ते दिखे। तेज रफ्तार और ओवरटेकिंग की घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज की गई। कई मामलों में दोपहिया वाहन चालकों ने हेलमेट नहीं पहना था, जिससे दुर्घटनाओं में मौतें बढ़ीं। मध्य प्रदेश के बड़े शहर जैसे भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट दर्ज किए गए। छोटे शहरों और कस्बों में भी होली के दिन दुर्घटनाओं में इजाफा हुआ।
5 मुख्य बिंदुओं से समझें पूरा मामला
✅ मध्य प्रदेश में होली के दिन (14 मार्च) 1190 सड़क हादसे हुए, जो कि पिछले दिनों से 43.7% अधिक थे।
✅भोपाल में दुर्घटनाओं की संख्या 135% बढ़ गई, 12 मार्च को 18, 13 मार्च को 28 और 14 मार्च को 66 एक्सीडेंट हुए।
✅एक्सीडेंट के मुख्य कारण थे – शराब पीकर गाड़ी चलाना, तेज रफ्तार, लापरवाही और सुरक्षा नियमों की अनदेखी।
✅राजधानी भोपाल समेत इंदौर, ग्वालियर में सड़क हादसों में वृद्धि देखी गई।
✅सरकार और ट्रैफिक पुलिस अब सड़क सुरक्षा को लेकर और कड़े नियम लागू करने की तैयारी कर रही है।
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