नील तिवारी@JABALPUR. देश की सबसे संवेदनशील आयुध निर्माणियों में से एक ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया ( Ordnance Factory Khamaria ) में इन दिनों कच्चे माल का टोटा है। निजी कंपनियां मार्केट में डिमांड बढ़ाने और कम हथियाने के इरादे से फैक्ट्री को कच्चा माल सप्लाई नहीं कर रही हैं। ओएफके में मध्यम क्षमता वाले विस्फोटक पदार्थ की कमी होने के कारण यहां उत्पादन काफी कम हो रहा है। देश की सारी आयुध निर्माणी के निगमीकरण के बाद कुछ निजी कम्पनियों द्वारा कच्चा माल आपूर्ति के लिए मनमानी पर उतर आई है। नागपुर स्थित सोलर इंडस्ट्रीज ने भी अब अपनी मनमानी शुरू कर दी है। पिछले चार माह से फैक्ट्री में निकाली जा रही निविदा में हिस्सा नहीं ले रही है।
एचएमएक्स बेस्ड पाऊडर सप्लाई करती है सोलर इंडस्ट्रीज
ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया में बनने वाले मीडियम कैलीबर विस्फोटक को बनाने के लिए एचएमएक्स बेस्ड पाऊडर इस्तेमाल होता है जो एक्सप्लोसिव बनाने वाली कंपनी सोलर इंडस्ट्रीज सप्लाई करती है। यह कंपनी आयुध निर्माणी खमरिया को साल 2015 से एचएमएक्स बेस्ड पाऊडर सप्लाई कर रही है।
फैक्ट्री में नहीं बनेगा विस्फोटक तो कंपनी को मिलेगा आर्डर
सोलर इंडस्ट्रीज की विस्फोटक बनाने सहित विस्फोटकों के कच्चे माल में मोनोपॉली है। यह कंपनी खुद भी इंडस्ट्रियल लेवल पर विस्फोटकों सहित सेना के लिए हैंड ग्रेनेड और मिसाइल जैसे हथियार भी बनती है। अब पिछले चार माह से यह कंपनी एचएमएक्स वेस्ड पाऊडर के लिये फैक्टरी से निकाले जा रहे टेंडर में हिस्सा ही नहीं ले रही है। जिसके कारण आयुध निर्माणी खमरिया में मीडियम केलीबर विस्फोटक का उत्पादन बंद पड़ा है। सोलर का टेंडर में भाग ना लेना उसकी रणनीति का हिस्सा है जिससे आयुध निर्माणी खमरिया उत्पादन पूरा न कर सके और सोलार को इसका सीधा लाभ मिल सके।
क्या है सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड
सत्यनारायण नंदलाल नुवाल ने 1995 में सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड की शुरुआत की थी। इस कंपनी की नेटवर्थ आज के समय में 4.4 बिलियन डॉलर्स है। 1 साल में 3 लाख मेट्रिक टन विस्फोटकों का उत्पादन करने वाली यह पहली भारतीय कंपनी भी है। विस्फोटक निर्माण में इस कंपनी को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल चुकी है और साथ ही विस्फोटक बनाने में लगने वाले कच्चे माल पर भी इस कंपनी की मोनोपॉली है। आयुध निर्माणी की तरह किसी भी फैक्ट्री के आर्डर पूरा ना कर पाने पर उसका सीधा फायदा इस कंपनी को ही होना है।
रक्षा मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग
कामगार यूनियन ने नेताओं ने बताया कि इस साल आयुध निर्माणी खमरिया ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड उत्पादन किया है। जिस वजह से आयुध निर्माणी खमरिया का महत्व देश और विदेश में बढ़ा है। जहां एक ओर देश के प्रधानमंत्री डिफेन्स में आत्मनिर्भर भारत बनाने की बात कह रहे हैं। वहीं सोलार कम्पनी जैसी निजी कम्पनियां सहयोग ना करने का रवैया अपना रही है।
आयुध निर्माणी खमरिया को इस वर्ष 50 टन एचएमएक्स वेस्ड पाऊडर की आवश्यकता है, लेकिन कच्चा माल उपलब्ध न होने से उत्पादन पर असर पड़ेगा और निर्माणी के बड़े लक्ष्य को पूरा करना असंभव हो जाएगा। भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ से सम्बद्ध कामगार यूनियन के कर्मचारी नेताओं ने आशंका व्यक्त की है कि इस पूरे षड्यन्त्र में बड़े स्तर पर संगठित गिरोह काम कर रहा है। यूनियन ने वरिष्ठ अधिकारियों सहित रक्षा मंत्रालय से इस सम्बंध में हस्तक्षेप की मांग की है।
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ऑर्डनेंस फैक्ट्री खमरिया, जबलपुर ऑर्डनेंस फैक्ट्री में बम निर्माण बंद, सोलर इंडस्ट्रीज कंपनी नागपुर
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