मध्य प्रदेश के दो पैरालंपिक खिलाड़ी रूबीना फ्रांसिस और कपिल परमार ने प्रदेश गौरव बढ़ाया है। दोनों खिलाड़ियों को प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार 'अर्जुन अवार्ड' से सम्मानित किया गया हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खेल क्षेत्र में देश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया है। जबलपुर की रुबीना फ्रांसिस (Rubina Francis) और सीहोर के कपिल परमार (Kapil Parmar) को 'अर्जुन अवॉर्ड 2024' से सम्मानित किया गया। इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दोनों खिलाड़ियों का अभिनंदन करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।
सीएम मोहन ने दी शुभकामनाएं
सीएम डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि अभिनंदन चैंपियंस! राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी के कर कमलों से मध्य प्रदेश के जबलपुर की बेटी रुबीना फ्रांसिस और सीहोर के बेटे कपिल परमार को "अर्जुन अवॉर्ड 2024" से सम्मानित किए जाने पर हार्दिक बधाई। आपकी इस उपलब्धि से प्रदेश और देशवासी गौरवान्वित हुए हैं। आप इसी तरह अपने प्रदर्शन और प्रतिभा से नए कीर्तिमान स्थापित करते रहें, शुभकामनाएं।'
2 जनवरी को हुआ था पुरस्कारों का ऐलान
बता दें कि केंद्रीय खेल मंत्रालय ने 2 जनवरी को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों का ऐलान कर दिया दिया था। जिसमें मध्य प्रदेश की दो पैरालंपिक खिलाड़ी जबलपुर की रूबीना फ्रांसिस और सीहोर के पैरा जूडो कपिल परमार का नाम शामिल था। रुबीना कई सालों से एमपी शूटिंग एकेडमी भोपाल में ट्रेनिंग ले रही हैं। कपिल परमार पेरिस पैरालंपिक 2024 में मेडल जीतने वाले खिलाड़ी हैं।
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पेरिस पैरालंपिक में रुबिना का शानदार प्रदर्शन
रुबिना फ्रांसिस जबलपुर की निवासी हैं, रुबिना फ्रांसिस मध्य प्रदेश की पहली खिलाड़ी हैं जिन्होंने पैरालंपिक में पदक जीता है, इन्होंने ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 इवेंट में शानदार प्रदर्शन किया और ब्रॉन्ज मेडल जीता। गोल्ड ईरान के जवानमार्दी ने 236.8 पॉइंट के साथ और सिल्वर तुर्की की ओज्गन ए ने 231.1 पॉइंट के साथ जीता। रुबिना ने 211.1 पॉइंट के साथ तीसरे स्थान पर रहते हुए ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया। यह उनका दूसरा ओलंपिक था, इससे पहले वे 2022 के टोक्यो पैरालंपिक में भी भाग ले चुकी हैं।
रुबिना ने 2017 और 2018 में लगातार दो बार जूनियर रिकॉर्ड स्थापित किए और 2018 में फ्रांस में वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की। अब तक, उन्होंने 10 इंटरनेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया है और 3 गोल्ड, 2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज सहित कुल 6 मेडल जीते हैं। इसके अलावा, राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने 13 गोल्ड, 3 सिल्वर और कुल 17 मेडल हासिल किए हैं।
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कपिल परमार ने रचा इतिहास
सीहोर के रहने वाले कपिल परमार ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में जूडो के -60 किग्रा J1 वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रचा था। 5 सितंबर को उन्होंने ब्राजील के एलील्टन डी ओलिवेरा को 10-0 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था। और जूडो में पैरालंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बने।
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दृष्टिबाधित हैं कपिल परमार
कपिल दृष्टिबाधित हैं और करंट लगने के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। हालांकि, उन्होंने इसे अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया और J1 श्रेणी में दृष्टिबाधित खिलाड़ियों को सामान्य दृष्टि वाले व्यक्तियों की अपेक्षा कम दिखाई देता है। पैरालंपिक से पहले, कपिल एशियन पैरा गेम्स में सिल्वर मेडल भी जीत चुके हैं। इन दोनों खिलाड़ियों की उपलब्धियाँ न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय हैं।
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