रविकांत दीक्षित, भोपाल. मध्य प्रदेश सरकार अपराधों में लिप्त माने जाने वाले पारधी और कंजर जैसे समुदाय के बच्चों को नौकरी देने की तैयारी कर रही है। उन्हें पुलिस बैंड में शामिल किया जाएगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसे लेकर पुलिस महकमे के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
सीएम यादव ने कहा है कि समाज में पिछड़े समुदायों को मुख्यधारा में लाने के प्रयास होने चाहिए। इस क्रम में अब पारधी और कंजर समुदाय के बच्चों को नौकरी दी जाएगी। उन्हें पुलिस के बैंड में शामिल किया जाएगा। यदि यह काम सीधे संभव नहीं होगा तो पहले इन समुदायों के युवाओं को होमगार्ड में भर्ती किया जाएगा। बाद में जब वे पारंगत हो जाएंगे तो नियमित करने पर विचार होगा।
तीन श्रेणियों में होंगे पुलिस बैंड
MP Police Band को तीन हिस्सों में बांटा जाएगा। ए, बी और सी तीन कैटेगिरी होंगी। ए कैटेगिरी में बड़े जिले, बी में मझोले जिले और सी में छोटे जिलों को शामिल करने की योजना है। ए श्रेणी के जिलों के पुलिस बैंड में 36 सदस्यीय दल होगा। बी श्रेणी के जिलों में 27 और सी श्रेणी के जिलों के पुलिस बैंड में 16-16 सदस्य होंगे।
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गांव को अपराध मुक्त बनाया जाए
अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए CM Mohan Yadav ने यह भी निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के गांव को अपराध मुक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ाए जाएं। जिन गांव में ज्यादा अपराध होते हैं, उन्हें चिह्नित किया जाए। जरूरत के हिसाब से वहां सीसीटीवी कैमरे लगाएं। पंचायत के सरपंच से बात कर गांव को नशा मुक्त करने के लिए काम हो।
घर लेने के लिए प्रोत्साहित करें अफसर
Chief Minister Mohan Yadav ने कहा कि मेरे पास ऐसे मामले आए हैं कि यदि कोई पुलिस वाला घर लेता है तो बड़े अधिकारी उसे परेशान करते हैं। यह गलत परम्परा है। उन्होंने डीजीपी सुधीर सक्सेना ( DGP Sudhir Saxena ) से कहा कि ऐसे साथियों को तो प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। लोन लेने में उन्हें मदद की जाए। वैध मामलों में बड़े अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों का पूरा ध्यान रखें। कंजर टीला | कंजर बस्ती | kanjar teela | kanjar basti