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Photograph: (thesootr)
MP Weather update: मध्यप्रदेश के इंदौर, उज्जैन, भोपाल और जबलपुर जैसे प्रमुख जिलों में लगातार तेज बारिश हो रही है। रविवार को इंदौर संभाग के 4 जिलों आलीराजपुर, धार, बड़वानी और खरगोन में बारिश का अलर्ट जारी किया गया था।
तवा डैम के 5 गेट खोलने की सूचना दी गई है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में पानी की स्थिति और बढ़ सकती है। इस भारी बारिश से बड़वानी के सेंधवा क्षेत्र में खेतों में पानी भर गया और मक्के की फसल को नुकसान हुआ है। बारिश के साथ-साथ कच्चा मकान भी गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
50 जिलों में बारिश और आंधी का दौर
पिछले 24 घंटों में मध्यप्रदेश के 50 जिलों में बारिश का दौर जारी रहा। इसमें भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन समेत कई जिले शामिल हैं। मौसम विभाग के अनुसार, सिवनी में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश हुई, वहीं बैतूल और नर्मदापुरम-खंडवा में 1.7 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दौरान 37 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से आंधी भी चली, जिससे बिजली आपूर्ति में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
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मध्यप्रदेश में मानसून की विदाई
मध्यप्रदेश में मानसून अब अपनी विदाई की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने 6 अक्टूबर तक सभी जिलों से मानसून की विदाई की संभावना जताई है। 16 जून को मानसून ने प्रदेश में प्रवेश किया था और अब तक 120 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। इस दौरान प्रदेश की 50 से अधिक जिलों में लगातार बारिश हुई, और प्रदेश की सामान्य बारिश की दर से अधिक पानी गिर चुका है।
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गुना, खरगोन और अन्य जिलों में बारिश का रिकॉर्ड
इस वर्ष गुना जिले में सबसे ज्यादा 65.4 इंच बारिश हुई, वहीं खरगोन में सबसे कम 27.6 इंच बारिश दर्ज की गई। मानसून के इस मौसम में मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश ने बाढ़ की स्थिति उत्पन्न की है, खासकर छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, और उमरिया में। हालांकि, ग्वालियर, चंबल, सागर और शहडोल संभागों में बारिश ने अच्छी स्थिति दिखाई है, जहां बारिश का आंकड़ा सामान्य से अधिक रहा।
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इंदौर में मानसून की स्थिति में सुधार
इंदौर में इस मानसून में शुरुआत में बारिश का कम होना चिंता का विषय था, लेकिन सितंबर महीने में हुई बारिश ने स्थिति को सुधार दिया। इंदौर में इस वर्ष 30 इंच बारिश का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, जो वर्ष 1954 के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए नए स्तर पर पहुंच गया। सितंबर महीने में हुई लगातार बारिश ने इंदौर जिले में औसत बारिश को पूरा कर दिया है।