वीडियो कॉल पर कलेक्टर को ड्यूटी से गायब मिले 13 पटवारी- पंचायत सचिव, किया निलंबित

मुरैना जिले के कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने ई-अटेंडेंस व्यवस्था में वीडियो कॉल से जानकारी ली। इस दौरान 13 सरकारी कर्मचारी ड्यूटी से गायब मिले। इनमें 8 पटवारी और 5 पंचायत सचिव शामिल हैं। इन कर्मचारियों को वीडियो कॉल पर ही निलंबित किया गया है।

author-image
Sanjay Sharma
New Update
video call suspends

Photograph: (THESOOTR)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

BHOPAL.  ई-अटेंडेंस व्यवस्था से ड्यूटी से गायब रहने वाले सरकारी कर्मचारियों पर सख्ती की जा रही है। मुरैना कलेक्टर की सख्ती से खलबली मच गई है। कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने शंका होने पर इन कर्मचारियों को वीडियो कॉल किया तो वे ड्यूटी से गायब थे।

कर्मचारियों की मनमानी को देख कलेक्टर ने वीडियो कॉल पर निलंबन आदेश सुना दिया। कार्रवाई के दौरान पटवारी, पंचायत सचिव सहित 13 कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। 

सरकार की कसावट के साथ कलेक्टर की सख्ती

मध्य प्रदेश में कर्मचारियों की ड्यूटी से जी चुराने की स्थिति से सरकार भी परेशान है। पंचायत, नगरीय निकाय से लेकर राजस्व और दूसरे विभागों में भी सरकारी कर्मचारी कार्यालयों और मैदानी ड्यूटी से गायब रहने की शिकायतें लगातार सामने आती रही हैं।

इस मनमानी और कामचोरी पर कसावट के लिए ही मध्यप्रदेश सरकार ने विभागों में ई-अटेंडेंस की व्यवस्था शुरू की है। इसके लिए अब विभागों को सख्त निर्देश भी दिए गए हैं। इसके बावजूद कर्मचारी अपनी आदत को सुधारने का नाम नहीं ले रहे हैं। कामचोरी के इसी रवैए की सजा मंगलवार को मुरैना जिले के 13 कर्मचारियों को मिली है।

ये खबरें भी पढ़ें...

यूनियन कार्बाइड के वकील ने कोर्ट में सीबीआई के आरोप पत्र को बताया दुर्भावनापूर्ण

इंदौर कांग्रेस ऑडियो कांड में चिंटू चौकसे ने दिग्विजय सिंह को दी सफाई, पर माफी नहीं

पंचायत भवनों में नहीं मिले पटवारी-सचिव

मुरैना जिले का कार्यभार संभालने के बाद कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने पटवारियों को सोमवार और गुरुवार को सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक पंचायत भवन में बैठकर लोगों की समस्याओं के निराकरण के निर्देश जारी किए थे।

वहीं पंचायत सचिव और सहायक सचिवों को मंगलवार और शुक्रवार को पंचायत भवन में ड्यूटी पर तैनात रहने कहा गया था। इस निर्देश के बावजूद कई पंचायतों से पटवारी और सचिवों के गायब रहने की शिकायत कलेक्टर को मिल रही थी।

कलेक्टर ने इन शिकायतों के चलते कलेक्ट्रेट सभाकक्ष से पटवारियों, सचिव और सहायक सचिवों को वीडियो कॉल किया तो वे ड्यूटी के लिए निर्धारित स्थान पर मौजूद नहीं मिले। कलेक्टर ने वीडियो कॉलिंग के दौरान पटवारी और सचिवों के मौजूद रहने की पुष्टि करने के लिए जगह भी देखी।

ये खबरें भी पढ़ें...

MP Top News : मध्य प्रदेश की बड़ी खबरें

इंदौर में हेलमेट नहीं तो कटा पुलिसवालों का चालान, अफसरों ने खुद दिखाई टीम पर सख्ती

वीडियो कॉल पर ड्यूटी से गायब होने की पुष्टि

कलेक्टर ने जिले की सभी तहसीलों के तीन- तीन पटवारी और जनपद पंचायत की तीन-तीन पंचायतों के सचिव व सहायक सचिवों को वीडियो कॉल किए थे। ड्यूटी स्थल से गायब रहने की पुष्टि होने पर कलेक्टर ने वीडियो कॉलिंग के दौरान ही 8 पटवारी और 5 पंचायत सचिवों को निलंबन आदेश सुना दिया। 

कलेक्टर को वीडियो कॉल पर बानमौर के पटवारी सुजान सिंह गुर्जर, पोरसा के पटवारी सकल मनोरथ पाठक, मुरैना ग्रामीण के पटवारी अजय गुर्जर, मुरैना शहर के पटवारी शिवराज तोमर, अबाह के पटवारी मयंक यादव, सबलगढ़ के सोनू जादौन, कैलारस के दुर्गेश शर्मा तथा जौरा के संजीव तिवारी ड्यूटी पर अनुपस्थित मिले। जिसके बाद कलेक्टर ने सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित कर उनका निलंबन तय कर दिया।

वीडियो कॉल पर निलंबन आदेश वीडियो कॉल मध्यप्रदेश सरकार सरकारी कर्मचारी ई-अटेंडेंस मुरैना कलेक्टर
Advertisment