अब जोन और कलर कोड के आधार पर चलेंगे भोपाल में ई-रिक्शा

भोपाल में ई-रिक्शा संचालन के लिए नई व्यवस्था लागू, नियम तोड़ने पर सख्त कार्रवाई होगी। कलर कोड, क्यूआर कोड और जोन डिवीजन के आधार पर नए रूट तय होंगे। नई व्यवस्था में ई-रिक्शा अपने जोन से बाहर संचालित नहीं हो सकेंगे। जिससे जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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MP News : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर ई-रिक्शा का चलन बढ़ता जा रहा है। वहीं इनके बढ़ते संचालन से यातायात व्यवस्था में भी मुश्किलें पैदा हो रही हैं। लगभग 12 हजार ई-रिक्शा शहर में चल रहे हैं। इनकी व्यवस्थित आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने नई व्यवस्था बनाई है।

यह व्यवस्था शहर के विभिन्न इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्याओं को कम करने के उद्देश्य से लागू की जा रही है। इस नई व्यवस्था में ई-रिक्शा चलाने के लिए कलर कोड, क्यूआर कोड और डिवीजन के आधार पर नए रूट तय किए गए हैं।

ई-रिक्शा के लिए आई नई पॉलिसी

नई पॉलिसी में ई-रिक्शा की रजिस्ट्रेशन और परमिट अनिवार्य किया गया है। इसके अलावा, कलर कोडिंग और जोनिंग व्यवस्था भी लागू की जाएगी, जिससे शहर को विभिन्न जोन में विभाजित किया जाएगा।

प्रत्येक जोन के लिए एक विशिष्ट रंग कोड निर्धारित किया जाएगा। इससे न केवल ट्रैफिक नियंत्रण में मदद मिलेगी, बल्कि ई-रिक्शा चालक को भी उनके निर्धारित मार्गों पर संचालन की अनुमति होगी।

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नई पॉलिसी के मुख्य उद्देश्य

सड़कों पर यातायात भीड़ को कम करना, ई-रिक्शा के संचालन को शहर के प्रमुख मार्गों से हटा कर आवासीय कॉलोनियों तक सीमित करना, प्रमुख मार्गों पर की जैसे वीआइपी रोड, श्यामला हिल्स, 10 नंबर मार्केट, और न्यू मार्केट जैसे प्रमुख क्षेत्रों में ई-रिक्शा के संचालन पर रोक, भीड़ भरे क्षेत्रों में बार-बार लगने वाले जाम की समस्या को खत्म करना।

कलर कोड प्रणाली

नई पॉलिसी के तहत, ई-रिक्शा को उनके निर्धारित मार्गों को दर्शाने के लिए रंगीन स्टिकर या पट्टियां दी जाएंगी। यह प्रणाली पहले से दिल्ली जैसे शहरों में लागू है। इस प्रणाली से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ई-रिक्शा चालक अपने निर्धारित मार्गों पर ही चलें और यातायात में अव्यवस्था न हो।

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जोन डिवीजन

शहर को जोन में विभाजित किया जा रहा है। ई-रिक्शा को विशिष्ट जोन और मार्गों पर चलने के लिए निर्धारित किया जाएगा। यह व्यवस्था मार्गों को इस तरह परिभाषित करेगी कि हर जोन में समान संख्या में ई-रिक्शा चलें।

27 जून को होगी बैठक

योजना को अंतिम रूप देने से पहले, 27 तारीख को एक बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी अधिकारियों और ई-रिक्शा चालकों के सुझावों को प्राथमिकता दी जाएगी। इस बैठक में एसीपी ट्रैफिक अजय वाजपेयी द्वारा ट्रैफिक योजना का नेतृत्व किया जाएगा।

सोमवार को पुराने कंट्रोल रूम में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यातायात विभाग, परिवहन विभाग, जिला प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी शामिल हुए। इस बैठक में विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और ई-रिक्शा के संचालन को बेहतर बनाने के लिए सुझाव लिए गए। इससे पहले, शुक्रवार को ई-रिक्शा चालकों के साथ बैठक की गई थी, ताकि मार्गों को अंतिम रूप देने से पहले उनकी राय ली जा सके।

नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

नए नियमों का उल्लंघन करने पर कार्रवाई की जाएगी। ई-रिक्शा चालकों को उनके निर्धारित मार्गों से बाहर जाने पर जुर्माना और अन्य कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ट्रैफिक पुलिस और संबंधित विभागों ने यह सुनिश्चित करने के लिए कठोर उपाय किए हैं कि सभी चालक नियमों का पालन करें।

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