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NSS Photograph: (The Sootr)
BHOPAL. मध्यप्रदेश के हर कॉलेज को राष्ट्रीय सेवा योजना यानी एनएसएस की इकाई से जोड़ने की तैयारी हो गई है। उच्च शिक्षा विभाग ने एनएसएस की गतिविधियों से छूटे कॉलेजों में भी एनएसएस इकाइयां खोलने के निर्देश जारी किए हैं। इसके पीछे ज्यादा से ज्यादा छात्र- छात्राओं को सामाजिक जिम्मेदारियों से जोड़ने का उद्देश्य है।
उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सात विश्वविद्यालयों से संबद्ध सरकारी, प्राइवेट और अनुदान पर संचालिक कॉलेजों के प्राचार्यों को पत्र भेजा है। इन कॉलेजों से 23 जुलाई तक आवेदन मांगे गए हैं।
एनएसएस निखारेगा व्यक्तित्व का विकास
महाविद्यालयीन छात्रों को अकादमिक दक्षता के साथ ही सामाजिक दायित्वों के प्रति जागरुक बनाने प्रदेश के सभी कॉलेजों को राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाइयों से जोड़ना तय किया गया है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर, जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर, महाराज छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय छतरपुर, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में कार्यक्रम समन्वयक नियुक्त कर दिए हैं।
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सामाजिक सहभागिता से जुड़ेंगे छात्र
राष्ट्रीय सेवा योजना यानी एनएसएस की इकाइयां के तहत सामाजिक जागरुकता, समाज कल्याण की गतिविधियों का संचालन होता है। कॉलेज के छात्रों में ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के प्रति जागरुकता आती है।
उन्हें समाज के प्रति जिम्मेदार बनाने में भी एनएसएस की गतिविधियां अहम साबित हुई हैं। एनएसएस के स्वयंसेवक के रूप में छात्रों को समाज को नजदीक से देखने का अवसर मिलता है और उनका नजरिया भी व्यापक होता है।
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इन जिलों में खुलेंगी NSS इकाइयां
प्रभारी राज्य एनएसएस अधिकारी मनोज कुमार अग्निहोत्री द्वारा नई एनएसएस इकाइयों के लिए उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के अनुमोदन के बाद आदेश जारी किया है। इसके तहत विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से संबद्धता वाले उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, रतलाम, मंदसौर और नीमच, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर से संबद्ध जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, डिंडोरी, बालाघाट, कटनी, पांढुर्णा, सिवनी, महाराजा छत्रसाल यूनिवर्सिटी छतरपुर से संबद्ध सागर, छतरपुर, दमोह, टीकमगढ़, पन्ना और निवाड़ी, जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर के ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, दतिया, अशोकनगर, भिंड, मुरैना और श्योपुर, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से संबद्ध इंदौर, खरगौन, खंडवा, झाबुआ, अलीराजपुर, बुरहानपुर, धार, बडवानी, बरकतउल्ला यूनिवर्सिटी से संबद्ध भोपाल, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा और राजगढ़ और रीवा के अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, मैहर और मऊगंज जिलों के कॉलेजों से आवेदन बुलाए गए हैं।
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