BHOPAL. मध्य प्रदेश के रीवा में तीन दिन पहले छह साल के बच्चे की एक खुले बोरवेल में गिरने से हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने लापरवाह दो वरिष्ठ अधिकारियों को सस्पेंड करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद, इंदौर संभागायुक्त दीपक सिंह ने सभी जिले के कलेक्टरों को गंभीरता से खुले बोरबेल की जांच करने का आदेश दिया है। साथ ही साथ खुले बोरवेल को बंद करने का भी निर्देश दिया है।
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संभागायुक्त ने जाहिर की चिंता
जानकारी के अनुसार संभागायुक्त ने निर्देश दिया है कि लोगों की सुरक्षा को लेकर सरकार भी चिंतित है, सभी जिलों में खुले बोरवेल को बंद करने का काम गंभीरता से किया जाना चाहिए।
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खुले बोरबेल की सूचना देने वाले को किया जाएगा पुरस्कृत
संभागायुक्त दीपक सिंह ने वीसी के माध्यम से हुई चर्चा में गर्मियों में पेयजल की आपूर्ति पर भी ध्यान दिया हैं। जानकारी के अनुसार इस बैठक में, धार कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि जिले में सरकारी तंत्र के माध्यम से खुले बोरवेल की जानकारी दी जा रही है। इसके अलावा, जब भी किसी नागरिक द्वारा खुले बोरवेल की सूचना दी जाएगी, तो उसे पुरस्कृत किया जाएगा।
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दरअसल इस बैठक में, विभिन्न जिलों के कलेक्टरों ने अपने जिलों में विफल नलकूप सहित खनन किए गए सभी बोरवेल के बारे में जानकारी प्राप्त कर लिया है। वहीं इस जानकारी को राजस्व और पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के क्षेत्रीय कार्यों के माध्यम से पुष्टि की जा रही है।
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कलेक्टर अलीराजपुर अभय अरविन्द बेडेकर ने भी इस बैठक में बताया कि उनके जिले में पिछले दिसंबर में एक बच्चे की बोरवेल में गिरने की घटना घटी थी। इसके बाद से प्रशासन सतर्क है और कार्रवाई कर रहा है।