लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को मध्य प्रदेश से मिली करारी हार के बाद शनिवार 20 जुलाई को PAC की बैठक की गई। कांग्रेस कार्यालय में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी ( PAC ) की बैठक सुबह 10 से शाम 6 बजे तक चली। इसमें पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेन्द्र सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, कांतिलाल भूरिया सहित कमेटी के तमाम मेंबर मौजूद रहे।
प्रदेश कार्यकारिणी के नाम को लेकर चर्चा
बैठक में एमपी कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी के नाम फाइनल करने को लेकर चर्चा की गई। साथ ही इसको लेकर सभी दिग्गजों से आम सहमति बनाइ गई।
पार्टी में वापसी पर लगे रोक
बैठक में यह फैसला हुआ कि जो नेता कांग्रेस छोड़कर गए हैं। ऐसे लोगों को पार्टी में वापस नहीं लिया जाएगा। वहीं पार्टी में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी। पार्टी से लोगों को जोड़ने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जाएंगे।
50-50 के फॉर्मूले पर मंथन
पीसीसी की टीम में 50-50 के फॉर्मूले पर मंथन चल रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी में 50 फीसदी पुराने नेता और 50 फीसदी नए कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाए। पिछली कमलनाथ की लंबी कार्यकारिणी के बजाए चुनिंदा 50-60 लोगों की टीम बनाने पर मंथन हुआ है।
घोटालों पर आक्रामक कांग्रेस
मप्र में नर्सिंग घोटाले, प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी, नीट फर्जीवाडे़ सहित तमाम मुद्दों को लेकर कांग्रेस और ज्यादा आक्रामक होगी। भोपाल के बाद प्रदेश के सभी जिलों में इन मुद्दों पर धरना-प्रदर्शन आंदोलन किए जाएंगे।
ये खबर भी पढ़िए...राजस्थान के बाद अब एमपी पर राजकुमार रोत की नजर, किसका रगड़ा निकालने की तैयारी
नीट, नर्सिंग घोटाले के पीड़ितों से मिलेंगे कांग्रेस नेता
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के निर्देश पर अब पार्टी के नेता नीट और नर्सिंग घोटाले में उलझे स्टूडेंट्स से मिलेंगे। इसको लेकर सभी जिलों के जिलाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई के पदाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं। पटवारी ने निर्देश देते हुए कहा कि आप लोग स्टूडेंट़्स से मिलकर उनके साथ प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन देंगे। साथ ही पटवारी ने सभी जिलाध्यक्षों को इस संबंध में पत्र भी लिखा है।
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें