Indore : पीथमपुर के रामकी संयंत्र में यूनियन कार्बाइड का 40 साल पुराना जहरीला कचरा निपटाने के लिए पहुंच चुका है और 12 कंटेनर में बंद है। इस कचरे के निपटाने की खबरों के कारण तीन व चार जनवरी को पीथमपुर में पहले ही बवाल हो चुका है। वहीं अब इस कचरा निपटान को लेकर सरकार और प्रशासन जागरूकता के प्रयासों में लगी है। इसी दौरान संभागायुक्त इंदौर दीपक सिंह का एक अहम बयान सामने आया है।
यह बोले दीपक सिंह...
अरविंदो मेडिकल कॉलेज में कचरा निपटान को लेकर भ्रम और तथ्य को लेकर जागरूकता कार्यक्रम था। इसमें संभाग के सीएमएचओ, सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेज फैटरनिटी, फैकल्टी व अन्य उपस्थित थे। तभी इस दौरान सवाल हुआ कि जब भोपाल घटना हुई तो लोग भोपाल लौटने में डर रहे थे, तब तत्कालीन सीएम ने चार दिन वहीं रूकने का फैसला लिया था। अब इस तरह की जागरूकता के लिए कौन कदम उठाएगा। इस पर दीपक सिंह ने आगे बढ़कर कहा कि- इंदौर संभागायुक्त के रूप में पूरी जिम्मेदारी के साथ यह बात कह रहा हूं कि जिस दिन यह प्रक्रिया होगी तो रामकी का जो कैंप आफिस है, मैं वहीं बैठूंगा। हमको है विश्वास अपने इंजीनियर पर, टेक्नोलाजी पर, हाईकोर्ट के आर्डर के ऊपर और सरकार के ऊपर।
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FAQ भी किए जारी
जागरूकता के लिए पूरे एफएक्यू बनाकर भी जारी किए गए हैं। इसमे बताया गया कि कचरे को जलाने से अब कोई प्रदूषण नहीं होगा, रामकी संयंत्र में व्यवस्थाएं और सुविधाएं मजबूत है। कचरा जलाने की पूरी मॉनीटरिंग होगी।
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क्या होना है आगे
हाईकोर्ट के 3 दिसंबर 2024 के आदेश के तहत रामकी में यह कचरा जलाया जाना है। इसके लिए कचरे को भोपाल से पीथमपुर दो जनवरी को पहुंचाया जा चुका है। लेकिन विरोध के बाद कचरा निपटान नहीं हुआ। कंटेनरों में ही 337 मीट्रिक टन कचरा सीलबंद है। हाईकोर्ट में 6 जनवरी को सरकार ने जागरूकता के लिए 6 सप्ताह का समय मांगा था। इसमें अब अगली सुनवाई 18 फरवरी को होना है, तब तक सरकार जागरूकता के लिए कैंप लगा रही है।