BHOPAL. आज 29 फरवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के उज्जैन में 85 फीट ऊंटे टावर पर लगाई गई विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ( Vikramaditya Vedic Clock ) और उसके डिजिटल एप का वर्चुअली लोकार्पण करेंगे। उज्जैन के गऊघाट स्थित जीवाजीराव वेधशाला में बहुप्रतीक्षित 'वैदिक घड़ी' (Vedic Clock) लगा दी गई है। 30 घंटे में दिन और रात दर्शाने वाली इस काल गणना की घड़ी से अब मुहूर्त (Muhurat) भी देखे जा सकेंगे।
विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ( World First Vedic Clock ) में खास ग्राफिक्स लगाए गए हैं, जिस कारण इसमें हर घंटे अलग-अलग तरह की तस्वीरें दिखेंगी। इसमें अयोध्या का राम मंदिर, कैलाश मानसरोवर, देश दुनिया के सूर्यास्त और सूर्य ग्रहण व चंद्र ग्रहण के नजारे आदि दिखाई देंगे।
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आइए अब जानते है कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी किस तरह से काम करेगी, इस घड़ी की खासियत क्या है और यह घड़ी किन-किन चीजों के बारे में जानकारी देगी.....
वैदिक घड़ी: एक अनोखी पहल
वैदिक घड़ी ( Vedic Clock Ujjain ) एक अनोखी घड़ी है जो भारतीय काल गणना प्रणाली पर आधारित है। यह घड़ी सूर्योदय से सूर्योदय तक 30 घंटे का समय दिखाती है, जो कि भारतीय पंचांग में एक दिन के बराबर होता है।
वैदिक घड़ी की विशेषताएं:
- यह घड़ी 30 घंटे का समय दिखाती है, जिसमें 48 मिनट का एक घंटा होता है।
- यह घड़ी भारतीय पंचांग, तिथि, नक्षत्र, योग, करण और मुहूर्त को दर्शाती है।
- यह घड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त का समय भी दिखाती है।
- यह घड़ी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में समय दिखाती है।
मोबाईल एप से जुड़ी हुई है ये खास घड़ी
यह वैदिक घड़ी मोबाईल एप से जुड़ी होगी। इसका नाम विक्रमादित्य वैदिक घड़ी है। जानकारी के मुताबिक इस एप को उत्तप्रदेश के लखनऊ निवासी आरोह श्रीवास्तव ने बनाया है। इस घड़ी के एप में इंटरनेट और जीपीएस के साथ जुड़े होने की वजह से आप इसका दुनिका के किसी भी कोने में इस्तेमाल कर सकेंगे।
24 घंटों को 30 मुहूर्त में बांटा गया
यह वैदिक घड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर समय बताएगी। इसे आम भाषा में अभिजीत मुहूर्त, ब्रह्म मुहूर्त और अमृत काल कहा जाता है। विक्रमादित्य वैदिक घड़ी में ग्रीमवीच मीन टाइम के 24 घंटों को 30 मुहूर्त में बांटा गया है। हर मुहूर्त का एक धार्मिक नाम होगा और साथ ही इसका एक खास मतलब भी होगा। इस घड़ी में घंटे, मिनट और सेकेंड की सुई भी होगी। इसके अलावा इस घड़ी में मौसम और पर्वों से जुड़ी सभी जानकारियां मिलेंगी।
वैदिक घड़ी का महत्व:
वैदिक घड़ी भारतीय संस्कृति और विरासत का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह घड़ी भारतीय काल गणना प्रणाली को संरक्षित करने और लोकप्रिय बनाने में मदद करती है।
वैदिक घड़ी के फायदे:
1. भारतीय संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देती है:
वैदिक घड़ी भारतीय संस्कृति और विरासत का एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह घड़ी भारतीय काल गणना प्रणाली को संरक्षित करने और लोकप्रिय बनाने में मदद करती है।
2. भारतीय काल गणना प्रणाली को समझने में मदद करती है:
वैदिक घड़ी भारतीय काल गणना प्रणाली को समझने का एक सरल तरीका प्रदान करती है। यह घड़ी तिथि, नक्षत्र, योग, करण और मुहूर्त जैसे महत्वपूर्ण अवधारणाओं को दर्शाती है।
3. सूर्योदय और सूर्यास्त का समय बताती है:
वैदिक घड़ी सूर्योदय और सूर्यास्त का समय दिखाती है, जो कि भारतीय संस्कृति में बहुत महत्वपूर्ण है।
4. समय का एक अनोखा दृष्टिकोण प्रदान करती है:
वैदिक घड़ी समय का एक अनोखा दृष्टिकोण प्रदान करती है। यह घड़ी 30 घंटे का समय दिखाती है, जो कि आधुनिक घड़ियों से अलग है।
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5. जीवन में अनुशासन और संतुलन लाती है:
वैदिक घड़ी जीवन में अनुशासन और संतुलन लाने में मदद कर सकती है। यह घड़ी हमें प्राकृतिक चक्र के साथ तालमेल बिठाने में मदद करती है।
6. वैदिक ज्योतिष और धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोगी:
वैदिक घड़ी वैदिक ज्योतिष और धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोगी है। यह घड़ी शुभ मुहूर्त और त्योहारों का समय बताने में मदद करती है।
7. पर्यावरण के अनुकूल:
वैदिक घड़ी पर्यावरण के अनुकूल है। यह घड़ी बिजली पर निर्भर नहीं करती है।
8. पर्यटन को बढ़ावा दे सकती है:
वैदिक घड़ी पर्यटन को बढ़ावा दे सकती है। यह घड़ी भारत के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती है।