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Photograph: (thesootr)
अपने जन्मदिन पर दूसरी बार मध्यप्रदेश में मौजूद रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में समर्थकों की जोरदार उपस्थिति रही। इस भाषण में उन्होंने विपक्ष पर एक भी शब्द नहीं बोला। वे सिर्फ गरीब, आदिवासी और महिलाओं पर केंद्रित रहे।
thesootr ने उनके भाषण का रोचक तरीके से विश्लेषण किया तो पता चला कि अपने करीब 47 मिनट के भाषण में उन्होंने लगभग 3549 शब्दों का उपयोग किया। सबसे ज्यादा 45 बार भारत, भारतीय और भारत माता बोले और 40 बार देश शब्द का उपयोग किया। मध्यप्रदेश का नाम 15 बार लिया।
सबसे अधिक दोहराए गए वाक्य
- भारत माता की जय – लगभग 15–18 बार
- जय श्री राम – लगभग 7 बार
- गर्व से कहो यह स्वदेशी है – लगभग 5 बार
- यह नया भारत है – 2 बार
- महाराजा भोज का शौर्य हमें सीख देता है – 2 बार
इन शब्दों पर भी रहा जोर…
सबसे ज्यादा बार दोहराए गए प्रमुख शब्द हैं: भारत, देश, माता, बहन, विश्वकर्मा
धार, मध्य प्रदेश, शहडोल, हैदराबाद भी कई बार आया है। इससे क्षेत्रीय जुड़ाव और राष्ट्रीय एकता दोनों का सन्देश दिया गया।
सबसे ज्यादा इन शब्दों को दोहराया..
Word | Frequency |
---|---|
भारत / भारतीय / भारत माता | 45+ |
देश | 40+ |
मध्य प्रदेश | 15 |
धार | 12 |
विश्वकर्मा | 18 |
माता | 25+ |
बहन / बहनों | 30+ |
बेटी / बेटियों | 10 |
महिला / नारी शक्ति | 8 |
किसान | 8 |
गरीब | 15 |
भाई | 12 |
जवान | 4 |
धर्म / देवी / मां | 10 |
प्रधानमंत्री / मोदी | 6 |
योजना | 12 |
पार्क (पीएम मित्र पार्क / टेक्सटाइल पार्क) | 10 |
सेना | 3 |
सरदार पटेल | 3 |
हैदराबाद | 7 |
महर्षि / महाराजा भोज | 4 |
गुजरात / पाकिस्तान | 6 |
अभियान | 9 |
स्वास्थ्य | 7 |
गर्भवती / मातृ | 6 |
योजना नाम (मातृ वंदना, प्रधानमंत्री आवास, उज्जवला, आयुष्मान, जल जीवन मिशन आदि) | 15 |
गरीब कल्याण योजना | 4 |
लखपति दीदी | 3 |
आदिवासी | 6 |
समाज | 5 |
व्यापारी | 5 |
आत्मनिर्भर भारत | 3 |
गरीबी | 4 |
संतान / पीढ़ी | 3 |
मंदिर / भोजशाला | 2 |
देवी अहिल्याबाई होलकर | 3 |
वस्त्र / टेक्सटाइल / उद्योग | 7 |
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पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन पर एमपी से रखी देश के पहले पीएम मित्र पार्क की आधारशिला
पीएम मोदी का पूरा भाषण यथावत पढ़ें-
भारत माता की जय भारत माता की जय भारत माता की जय नर्मदा मैया की नर्मदा मैया की नर्मदा मैया की, मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल यहां के लोकप्रिय मुख्यमंत्री मोहन यादव जी केंद्र में मेरी सहयोगी बहन सावित्री ठाकुर जी देश के कोनेकोने से इस कार्यक्रम का हिस्सा बने रहे। सभी केंद्रीय मंत्री, राज्यों के गवर्नर, राज्यों के मुख्यमंत्री गण, मंच पर उपस्थित अन्य सभी महानुभाव, और देश के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों, मैं ज्ञान की देवी और धार भोजशाला की मां वागदेवी के चरणों में नमन करता हूं। आज कौशल और निर्माण के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती है।
मैं भगवान विश्वकर्मा को नमन करता हूं। अपने कौशल से राष्ट्र निर्माण में लगे करोड़ों भाइयों और बहनों को भी मैं आज विश्वकर्मा जयंती के उपलक्ष में भी आदर पूर्वक प्रणाम करता हूं। साथियों धार की यह धरती हमेशा से पराक्रम की धरती रही है। प्रेरणा की धरती रही है। महाराजा भोज का शौर्य हमें शायद वहां या तो सुनाई नहीं देता या तो दिखाई नहीं देता।
अरे आप कितने ही दूर क्यों ना हो आपके दिल की बात मैं तो समझ ही लेता हूं। जी जो यहां के टेक्नशियन होंगे वे अगर उनको कोई मदद कर सकते हैं तो करें। अदरवाइज तो ये मध्य प्रदेश के लोग हैं। बहुत ही डिसिप्लिन होते हैं। असुविधा होगी तो भी सहन करने का स्वभाव मध्य प्रदेश का रहा है। और यहां भी मुझे दर्शन हो रहे हैं। साथियों महाराजा भोज का शौर्य हमें राष्ट्र गौरव की रक्षा के लिए डटे रहने की सीख देता है। महर्षि ददी जी का त्याग हमें मानवता की सेवा का संकल्प देता है।
इसी विरासत से प्रेरणा लेकर आज देश मां भारती की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। पाकिस्तान से आए आतंकियों ने हमारी बहनों बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था। हमने ऑपरेशन सिंदूर करके आतंकी ठिकानों को उजाड़ दिया है। हमारे वीर जवानों ने पलक झपकते ही पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया।
अभी कल ही देश और दुनिया ने देखा है। फिर एक पाकिस्तानी आतंकी ने रोरो कर अपना हाल बताया है। साथियों, यह नया भारत है। यह किसी की परमाणु धमकियों से डरता नहीं है। यह नया भारत है। घर में घुसकर मारता है। साथियों आज 17 सितंबर को एक और ऐतिहासिक अवसर है।
आज ही के दिन देश ने सरदार पटेल की फौलादी इच्छा शक्ति का उदाहरण देखा था। भारतीय सेना ने हैदराबाद को अनेकों अत्याचारों से मुक्त कराकर उनके अधिकारों की रक्षा करके भारत के गौरव को पुनः प्रस्थापित किया था। देश की इतनी बड़ी उपलब्धि की और उस उपलब्धि को सेना के इतने बड़े शौर्य को कई दशक बीत गए। कोई याद करने वाला नहीं था। लेकिन आपने मुझे मौका दिया। हमारी सरकार ने 17 सितंबर सरदार पटेल हैदराबाद की घटना
उसको अमर कर दिया है।
हमने भारत की एकता के प्रतीक इस दिन को हैदराबाद लिबरेशन डे के तौर पर मनाने की शुरुआत की है। और आज हैदराबाद में बड़े शान से लिबरेशन डे का कार्यक्रम भी किया जा रहा है। हैदराबाद लिबरेशन डे हमें प्रेरणा देता है। मां भारती की आन बान शान से बड़ा कुछ भी नहीं। हम जिए तो देश के लिए हमारा हर पल समर्पित हो देश के लिए। साथियों देश के लिए मर मिटने की सौगंध लेकर हमारे स्वतंत्रता सेनाओं ने अपना सब कुछ देश के नाम समर्पित कर दिया था। उन सभी का सपना था विकसित भारत वह चाहते थे गुलामी की जंजीरों को तोड़कर भारत तेज गति से आगे बढ़े।
आज इसी प्रेरणा से भारत के हम 140 करोड़ लोगों ने विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है और विकसित भारत की इस यात्रा के चार सबसे प्रमुख स्तंभ है। भारत की नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब और किसान। आज यहां
इस कार्यक्रम में विकसित भारत के इन चारों स्तंभों को नई मजबूती देने का काम हुआ है। यहां बड़ी संख्या में मेरी माताएं बहने बेटियां आई हैं। आज के आयोजन में नारी शक्ति का बहुत ध्यान रखा गया है। यह कार्यक्रम तो धार में हो रहा है। लेकिन यह कार्यक्रम पूरे देश के लिए हो रहा है। पूरे देश में हो रहा है। पूरे देश की माताओं बहनों के लिए हो रहा है। यहां से स्वस्थ नारी सशक्त परिवार एक महा अभियान का आरंभ हो रहा है। देवी बाग देवी के आशीर्वाद से इसका बड़ा काम क्या हो सकता है?
साथियों देश भर में अलग-अलग चरणों में आदि सेवा पर्व की गूंज पहले से ही सुनाई दे रही है। आज से इसका मध्य प्रदेश संस्करण भी प्रारंभ हो रहा है। यह अभियान धार समेत एमपी के हमारे जनजातीय समाज को विभिन्न योजनाओं से सीधे जोड़ने का सेतु बनेगा। साथियों विश्वकर्मा जयंती के दिन आज एक बड़ी औद्योगिक शुरुआत भी होने जा रही है। देश के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल पार्क का शिलान्यास यहां हुआ है।
इस पार्क से भारत की टेक्सटाइल इंडस्ट्री को नई ऊर्जा मिलेगी। किसान को उसकी उपज का सही मूल्य मिलेगा। और मेरे लिए खुशी की बात है। सिर्फ यहां धार में ही नहीं पूरे देश में लाखों किसान अभी हमारे साथ इस कार्यक्रम में जुड़े हुए हैं। साथियों ये पीएम मित्र पार्क से ये टेक्सटाइल पार्क से सबसे बड़ा लाभ हमारे युवकों को युवतियों को बहुत बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। मैं इन परियोजनाओं और अभियानों के लिए सभी देशवासियों को बधाई देता हूं।
मध्य प्रदेश को विशेष बधाई देता हूं। साथियों हमारी माताएं बहने हमारी नारी शक्ति राष्ट्र की प्रगति का मुख्य आधार है। हम सब देखते हैं घर में अगर मां ठीक रहती है तो पूरा घर ठीक रहता है। लेकिन साथियों अगर मां बीमार हो जाए तो परिवार की सारी व्यवस्थाएं चरमरा जाती है। इसलिए स्वस्थ नारी सशक्त परिवार यह अभियान माताओं बहनों को समर्पित है। उन्हीं के उज्जवल भविष्य के लिए है।
हमारा मकसद है एक भी महिला जानकारी या संसाधनों के अभाव में गंभीर बीमारी का शिकार ना हो। ऐसी बहुत सारी बीमारियां होती हैं जो चुपचाप आती है और पता ना चलने के कारण धीरे-धीरे बहुत बड़ी बन जाती है। जीवन और मृत्यु का खेल शुरू हो जाता है। ऐसी बीमारियां जिनका महिलाओं में सबसे ज्यादा खतरा है। ऐसी बीमारियों को शुरुआती दौर में ही उसको पकड़ना बहुत जरूरी है। इसलिए इस अभियान के तहत बीपी हो, डायबिटीज हो, एनीमिया, टीबी हो
या कैंसर जैसी भयंकर बीमारी की संभावना हो इन सबकी जांच की जाएगी। और मेरी माताओं बहनों, देश भर की मेरी माताओं बहनों, आपने मुझे हमेशा बहुत कुछ दिया है। आपके आशीर्वाद ही तो मेरा सबसे बड़ा रक्षा कवच है। देश की कोटि-कोटि माताएं बहने बढ़चढ कर के मुझ पर अपने आशीर्वाद देती रही है।
लेकिन माताओं बहनों आज 17 सितंबर विश्वकर्मा जयंती पर मैं आपसे कुछ मांगने आया हूं। देश भर की माताओं बहनों से मैं आज कुछ मांगने आया हूं। माताएं बहने जरा मुझे बताएं आप मुझे देंगे कि नहीं देंगे? जरा हाथ ऊपर करके बताइए। वाह सब दूर हाथ ऊपर हो रहे हैं। मैं आपसे यही मांगता हूं कि आप संकोच किए बिना इन कैंप में जाकर के जांच जरूर करवाएं। एक बेटे के नाते, एक भाई के नाते मैं आपसे इतना तो मांग सकता हूं ना। मेरी यही आपसे कहना है
इन सारी जांचों के लिए कितनी ही महंगी क्यों ना हो जांच आपको एक नया पैसा नहीं देना पड़ेगा। कोई फीस नहीं होगी। जांच भी मुफ्त होगी। इतना ही नहीं दवाई भी मुफ्त होगी। आपके उत्तम स्वास्थ्य से सरकारी तिजोरी की ज्यादा कीमत नहीं है। माता की जय। यह तिजोरी आपके लिए है। माताओं बहनों के लिए है और आगे के इलाज में आयुष्मान कार्ड का सुरक्षा कवच आपको बहुत काम आएगा।
यह अभियान आज से शुरू होकर 2 अक्टूबर विजय दशमी तक विजय होने के संकल्प के साथ दो सप्ताह चलने वाला है। मैं फिर से एक बार देश भर की माताओं, बहनों, बेटियों को आह्वान करूंगा। आप हमेशा अपने घर परिवार की चिंता में लगी रहती है। थोड़ा समय अपने स्वास्थ्य के लिए भी जरा निकालिए। आप ज्यादा से ज्यादा संख्या में इन कैंपों में जाइए। लाखों कैंप लगने वाले हैं। आज भी एक आध लाख कैंप के अंदर लोग अपनी जांच करवाना ऑलरेडी शुरू कर दिया है। अपने क्षेत्र की बाकी महिलाओं को भी आप यह जानकारी जरूरी पहुंचाइए।
और हर माता बहनों को कहना कि अपने मोदी जी धार आए थे। अपना बेटा धार आया था। अपना भाई धार आया था और उसने आकर के हमको जांच कराने के लिए कहा हर शब्द दूर बताइए हमें संकल्प लेना है कोई मां कोई मां छूट ना जाए कोई बेटी पीछे ना रह जाए। साथियों, माताओं, बहनों, बेटियों का स्वास्थ्य यह हमारी प्राथमिकता है। गर्भवती महिलाओं और बेटियों के सही पोषण के लिए भी हमारी सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। आज से हम
आठवें राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत कर रहे हैं।
विकसित होते भारत में हमें माता मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को भी जितना कम कर सकते हैं करना ही है। इसी उद्देश्य से हमने 2017 में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना शुरू की थी। इस योजना में पहली संतान होने पर ₹000 और दूसरी बेटी के जन्म पर ₹000 सीधे बैंक खाते में दिए जाते हैं। अब तक 4 करोड़ गर्भवती माताओं को मातृ वंदना योजना का लाभ मिल चुका है और अब तक 19000 करोड़ से अधिक कुछ लोगों को तो आंकड़ा क्या होता है वही समझ नहीं आएगा। 19000 करोड़ से अधिक राशि मेरी इन माताओं बहनों के बैंक खाते में पहुंच चुकी है। आज भी एक ही क्लिक से 15 लाख से ज्यादा गर्भवती माताओं को अभी जो मैंने यहां क्लिक किया ना मदद भेज दी गई है। 450 करोड़ से ज्यादा रुपए आज इसी धार की धरती से उनके खाते में जमा हो गए। साथियों आज मैं मध्य प्रदेश की धरती से एक और अभियान की चर्चा करना चाहता हूं।
आप जानते हैं हमारे आदिवासी इलाकों में सील सेल एनीमिया एक बहुत बड़ा संकट होता है। हमारी सरकार आदिवासी भाई बहनों को इस बीमारी से बचाने के लिए राष्ट्रीय मिशन चला रही है। इस मिशन की शुरुआत हमने 2023 में मध्य प्रदेश के शहडोल से ही की थी और शहडोल में ही हमने सील सेल स्क्रीनिंग का पहला कार्ड दिया था और आज मध्य प्रदेश में ही सील सेल स्क्रीनिंग का एक करोड़वा कार्ड वितरित हुआ है। ये जो बेटी आई थी ना अभी मंच पे उसको जो कार्ड दिया वो कार्ड एक करोड़वा कार्ड था।
और यह मैं मध्य प्रदेश की बात कर रहा हूं। अब तक इस अभियान के तहत पूरे देश में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग हो चुकी है। सील सेल स्क्रीनिंग से हमारे आदिवासी समाज के लाखों लोगों का जीवन सुरक्षित हुआ है। और बहुत लोगों को इसका पता नहीं होगा। साथियों जिस काम के पीछे हम लगे हुए हैं वह आने वाली पीढ़ियों के लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद बनने वाला है। जिनका अभी जन्म भी नहीं हुआ है ना। आज हम उनके लिए काम कर रहे हैं क्योंकि आज जो पीढ़ी है वह स्वस्थ हो जाएगी तो भविष्य में उनके संतान स्वस्थ होने की गारंटी बन जाएगी।
मैं हमारी आदिवासी माताओं बहनों से विशेष रूप से आग्रह करूंगा आप सील सेल एनीमिया की जांच जरूर कराएं। साथियों मेरा हमेशा प्रयास रहा है कि माताओं बहनों का जीवन आसान बनाऊं। उनकी मुश्किलें कम करूं। स्वच्छ भारत अभियान के तहत बने करोड़ों शौचालय उज्जवला योजना के जरिए दिए गए करोड़ों मुफ्त गैस कनेक्शन घरघर पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन ₹ लाख के तक मुफ्त इलाज की सुविधा देने की आयुष्मान योजना इन सभी ने माताओं बहनों के जीवन की मुश्किलें कम की है और उनका स्वास्थ्य भी बेहतर बनाया है और जहां यहां इतनी बड़ी मात्रा में भाई साहब भी हैं। आपके परिवार में भी मां है, बहन है, बेटी है।
मैं भाइयों से भी कहूंगा कि आप भी मेरा साथ दीजिए और माताओं, बहनों, बेटियों का स्वास्थ्य का परीक्षण जरूर करवाएं। साथियों पीएम गरीब कल्याण अन्य योजना दुनिया के लोग जब इसके आंकड़े सुनते हैं ना गरीब कल्याण अन्य योजना के तो उनकी आंखें फटी की फटी रह जाती है। इतना बड़ी संख्या मुफ्त राशन की योजना ने कोरोना के कठिन समय में गरीब मां के घर का चूल्हा बुझने नहीं दिया था। आज भी इस योजना के तहत मुफ्त अनाज दिया जा रहा है।
पीएम आवास योजना के तहत भी जो करोड़ों घर दिए गए हैं उनमें से ज्यादातर महिलाओं के ही नाम पर है। साथियों हमारी सरकार का बहुत जोर बहनों बेटियों को आर्थिक रूप से सशक्त करने पर भी है। हमारी करोड़ों बहनें मुद्रा योजना के जरिए लोन लेकर नए व्यापार कर रही है। नए उद्योग लगा रही है। साथियों हमारी सरकार 3 करोड़ ग्रामीण बहनों को गांव में रहने वाली माताओं बहनों को 3 करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाने के अभियान में जुटी और मैं बड़े गर्व से कह सकता हूं कि इस अभियान में जो सफलता मिली है इतने कम समय में अब तक करीब करीब दो करोड़ बहनें लखपति दीदी बन भी चुकी है।
हम महिलाओं को बैंक सखी और ड्रोन दीदी बनाकर उन्हें ग्रामीण अर्थव्यवस्था के केंद्र में ला रहे हैं। सेल्फ हेल्प ग्रुप्स के जरिए महिलाएं नई क्रांति कर रही हैं। भाइयों बहनों पिछले 11 वर्षों में गरीब कल्याण गरीब की सेवा उसके जीवन में बेहतरी यह हमारी सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है। हमारा मानना है देश तभी आगे बढ़ेगा जब देश का गरीब गरीबी के से बाहर निकल कर के तेज गति से आगे बढ़ेगा और हमने देखा है
गरीब की सेवा कभी बेकार नहीं जाती है। गरीब को बस थोड़ा सा सहारा मिल जाए, थोड़ी मदद मिल जाए, वह अपनी मेहनत से समंदर को पार करने की हिम्मत भी रखता है। गरीब के इन जज्बातों को, उसकी भावनाओं को मैंने खुद जिया है। इसलिए गरीब की पीड़ा मेरी अपनी पीड़ा है। गरीब की सेवा ही मेरे जीवन का सबसे बड़ा उद्देश्य है। इसलिए हमारी सरकार गरीब को केंद्र में रखकर निरंतर योजनाएं बना रही है। उन पर काम कर रही है।
साथियों सातत्यपूर्ण रीत से समर्पण भाव से और पवित्र मन से काम करने के कारण हमारी नीतियों का परिणाम आज दुनिया के सामने है। यहां बैठे हुए हर व्यक्ति को गर्व होगा कि पिछले 11 साल के लगातार पुरुषार्थ के कारण परिश्रम के कारण आज देश के 25 करोड़ लोग गरीबी के जीवन से बाहर आ गए हैं। हमारे पूरे समाज को एक नया आत्मविश्वास मिला है।
साथियों, हमारी सरकार के यह सारे प्रयास केवल योजनाएं नहीं है। यह गरीब मां बहन बेटी की जिंदगी को उनकी जिंदगी को बदलने वाली मोदी की गारंटी है। गरीब के चेहरे पर मुस्कान लाना माताओं बहनों की गरिमा को सुरक्षित करना यही मेरी पूजा है। यही मेरा प्राण है। साथियों मध्य प्रदेश में माहेश्वरी वस्त्रों की पुरानी परंपरा रही है। देवी अहिल्याबाई होलकर ने माहेश्वरी साड़ी को नया आयाम दिया था। कुछ ही समय पहले हमने अहिल्याबाई होलकर जी की 300वीं जयंती मनाई। अब धार में पीएम मित्र पार्क के जरिए एक प्रकार से हम देवी अहिल्याबाई की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।
पीएम मित्र पार्क में बुनाई के लिए जरूरी सामान जैसे कपास और रेशम आसानी से उपलब्ध होगा। क्वालिटी चेक आसान होगी। मार्केट तक पहुंच बढ़ेगी। यहां पर स्पिनिंग होगी। यहां डिजाइनिंग होगी। यही प्रोसेसिंग होगी और यहीं से निर्यात होगा। यानी दुनिया के बाजार में मेरा धार भी चमकने वाला है। यानी अब कपड़ा उद्योग की पूरी वैल्यू चेन एक ही जगह पर उपलब्ध होगी। टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए हमारी सरकार जिस फाइव ऐप विजन पर काम कर रही है। फाइव ऐप पहला है फार्म, दूसरा है फाइबर, तीसरा है फैक्ट्री, चौथा है फैशन। और इसलिए फार्म से फाइबर, फाइबर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन, फैशन से फॉरेन। यह फॉरेन तक का सफर जल्दी और आसानी से पूरा होगा।
साथियों मुझे बताया गया है कि धार के इस पीएम मित्र पार्क में करीब 1300 एकड़ जमीन 80 से ज्यादा यूनिट को आमंत्रित भी की कर दी गई है। यानी यहां जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर का काम और फैक्ट्री बनाने का काम दोनों एक साथ चलेगा। इस पार्क में रोजगार के 3 लाख नए अवसर भी बनेंगे और एक बड़ा प्रभाव पड़ेगा लॉजिस्टिक कॉस्ट का पर। पीएम मित्र पार्क के सामान इधर से उधर ले जाने की लागत कम होगी। मैन्युफैक्चरिंग की लागत कम होगी। हमारे प्रोडक्ट सस्ते बनेंगे और दुनिया में और ज्यादा कंपिटिटिव होंगे। इसलिए मैं एमपी के लोगों को खास करके मेरे किसान भाई बहनों को और मेरे नौजवान युवा युवतियों को पीएम मित्र पार्क की बहुत-बहुत बधाई देता हूं। हमारी सरकार देश में ऐसे छह और पीएम मित्र पार्क बनाने जा रही है।
साथियों आज देश भर में विश्वकर्मा पूजा का उत्सव भी मनाया जा रहा है। साथ ही यह पीएम विश्वकर्मा योजना की सफलता का उत्सव मनाने का भी समय है। मैं देश भर के अपने विश्वकर्मा भाइयों बहनों जिनमें सुतार है, लुहार है, सुनार है, कुम्हार है, बड़ई है, मिस्त्री है, कसेरा, ताम्रकार, कांसकार हाथ के हुनर से काम करने वाले ऐसे अनेक लोग शामिल हैं। उनको विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूं। यह आप ही हैं। जो मेक इन इंडिया की बड़ी ताकत है। आपके बनाए उत्पाद आपकी कला से ही गांव या शहर रोजमर्रा की जरूरत पूरी होती है। मुझे संतोष है कि पीएम विश्वकर्मा योजना ने इतने कम समय में 30 लाख से ज्यादा कारीगरों और शिल्पकारों की मदद की है। इस योजना से उन्हें स्किल ट्रेनिंग मिली। उन्हें डिजिटल मार्केटिंग और मॉडर्न टूल्स से जोड़ा गया। 6 लाख से ज्यादा विश्वकर्मा साथियों को नए उपकरण दिए गए। अब तक 4000 करोड़ से अधिक का लोन विश्वकर्मा भाई बहनों तक पहुंच चुका है।
साथियों पीएम विश्वकर्मा योजना का सबसे बड़ा लाभ समाज के उस तबके को हुआ है जिन्हें दशकों तक अनदेखा किया गया था। हमारे गरीब विश्वकर्मा भाई बहनों के पास हुनर तो था लेकिन पिछली सरकारों के पास उनके हुनर को आगे बढ़ाने का कोई प्लान नहीं था। उनका जीवन बेहतर बनाने की कोई योजना नहीं थी। हमने उनकी प्रतिभा को उनकी प्रगति का माध्यम बनाने का रास्ता खोले। इसलिए ही तो मैं कहता हूं जो पिछड़ा है वह हमारी प्राथमिकता है। साथियों हमारा धार श्रद्धेय कुशाबाऊ ठाकरे की जन्मभूमि भी है। उन्होंने राष्ट्र प्रथम की भावना से अपना पूरा जीवन समाज को समर्पित कर दिया था। मैं आज उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। राष्ट्र प्रथम की भावना देश को नई ऊंचाई पर ले जाने की प्रेरणा है।
साथियों यह समय त्योहारों का समय है और इस समय आपको स्वदेशी का मंत्र भी लगातार दोहराना है। अपने जीवन में उतारना है। मेरी आप सबसे करबद्ध प्रार्थना है। 140 करोड़ देशवासियों से मेरी प्रार्थना है। आप जो भी खरीदें वो देश में ही बना होना चाहिए। आप जो भी खरीद उसमें पसीना किसी ना किसी हिंदुस्तानी का होना चाहिए। आप जो भी खरीदें उसमें मिट्टी की महक मेरे हिंदुस्तान की मिट्टी की महक होनी चाहिए।
और मैं मेरे व्यापारी भाइयों से आज आग्रह से कहना चाहता हूं आप भी देश के लिए मेरी मदद कीजिए। देश के लिए मेरा साथ दीजिए और मैं मदद देश के लिए चाहता हूं आपसे क्योंकि मुझे 2047 तक विकसित भारत बना के रहना है और उसका रास्ता आत्मनिर्भर भारत से जाता है और इसलिए मेरे सारे छोटे-मोटे सभी व्यापारी भाई बहन आप जो भी बेचे बेचे वह हमारे देश में बना हुआ ही होना चाहिए।
महात्मा गांधी ने स्वदेशी को आजादी का माध्यम बनाया था। अब हमें स्वदेशी को विकसित भारत की नींव बनाना है। और यह काम कैसे होगा? यह तब होगा जब हम अपने देश में बनी हुई हर चीज पर गर्व करेंगे। हम छोटी से छोटी चीज भी खरीदें। हम बच्चों के लिए खिलौने खरीदें। दिवाली की मूर्तियां खरीदें। घर को सजाने वाले सामान खरीदें या मोबाइल, टीवी, फ्रिज जैसी कोई बड़ी चीजें खरीदें। हमें सबसे पहले देखना चाहिए कि यह हमारे देश में बना है क्या? इसमें मेरे देशवासियों का पसीने की सुगंध है कि नहीं है? क्योंकि जब हम स्वदेशी खरीदते हैं तो हमारा पैसा देश में ही रहता है। हमारा पैसा विदेश जाने से बचता है। वही पैसा फिर से देश के विकास के काम आता है। उस पैसे से सड़कें बनती है। गांव के स्कूल बनते हैं। गरीब विधवा माताओं को मदद मिलती है। प्राथमिक चिकित्सालय बनते हैं। वही
पैसा गरीब कल्याण की योजनाओं के काम आता है। आप तक पहुंचता है।
मेरे मध्यम वर्ग के भाई बहनों के जो सपने हैं, मेरे मध्यमवर्गीय नौजवानों के जो सपने हैं, उन सपनों को भर पूरा करने के लिए तो बहुत धन की जरूरत है। और ये हम इन छोटी-छोटी चीजों को करके पूरा कर सकते हैं। हमारी जरूरत की चीजें जब देश में बनती हैं तो उससे जो रोजगार पैदा होता है वह भी हमारे देशवासियों को मिलता है। इसलिए अब जब 22 सितंबर से नवरात्रि के पहले दिन से जीएसटी की कम दरें भी लागू होने जा रही है। तो हमें स्वदेशी चीजें ही खरीद कर उसका लाभ उठाना है।
हमें एक मंत्र याद रखना है। और मैं तो चाहता हूं हर दुकान पर रखा रहना चाहिए। मैं तो राज्य सरकार को भी कहूंगा अभियान चलाइए। हर दुकान पर बोर्ड होना चाहिए। गर्व से कहो यह स्वदेशी है। मेरे साथ बोलेंगे आप सब मेरे साथ बोलेंगे मैं कहूंगा गर्व से कहो आप कहेंगे ये स्वदेशी है गर्व से कहो गर्व से कहो गर्व से कहो गर्व से कहो गर्व से कहो साथियों इसी भाव के साथ आपको फिर से अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं और मैं मेरी वाणी को विराम देता हूं।
बोलिए भारत माता की जय। भारत माता की भारत माता की जय।
बहुत-बहुत धन्यवाद। जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम
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