/sootr/media/media_files/2025/02/08/dbpdENwqKf3RlGFuLtrP.jpg)
नई दिल्ली सीट से बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा की शानदार जीत ने सियासी हलचल मचा दी है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल को हराया और अपने राजनीतिक करियर में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। उनके जीतने के बाद सीएम बनने की चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं, हालांकि, बीजेपी के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए इस पर कोई निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी हो सकती है। Pravesh verma की इस जीत से दिल्ली और मध्य प्रदेश में खुशी का माहौल है, खासकर उनके ससुराल धार, मध्य प्रदेश में, जहां बीजेपी नेता के तौर पर उनके परिवार का राजनीति में अहम स्थान है।
ये खबर भी पढ़िए...क्या दिल्ली को भी मिलेगा मोहन यादव और भजनलाल शर्मा जैसा सरप्राइज CM ?
ससुराल में खुशी का माहौल
Pravesh verma की जीत पर खुशी का माहौल है। यह खुशी दिल्ली से लेकर मध्य प्रदेश तक फैल रही है। इनका ससुराल मध्य प्रदेश के धार जिले में है, जहां उनकी सास नीना वर्मा वर्तमान में बीजेपी से विधायक हैं और उनके ससुर विक्रम वर्मा पूर्व सांसद और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। परिवार में प्रवेश की राजनीति में सफलता पर खुशी जताई जा रही है। उनकी तीन संतानें हैं- एक बेटा शिवेन सिंह और दो बेटियां, सानिधि और प्रिशा। इस जीत ने न सिर्फ उनकी पार्टी को, बल्कि उनके परिवार को भी गौरवान्वित किया है।
ये खबर भी पढ़िए...कौन हैं अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा? CM की कुर्सी के हैं दावेदार
कौन हैं विक्रम वर्मा
विक्रम वर्मा (जन्म 23 जनवरी 1944 एक भारतीय राजनीतिज्ञ और धार, मध्य प्रदेश से बीजेपी के नेता हैं। वे पहले राज्यसभा में सांसद (एमपी) रह चुके हैं। वे 2002 से 2004 तक भारत सरकार में युवा और खेल मामलों के मंत्री भी रहे। बीजेपी नेता विक्रम वर्मा एक समय एमपी की सियासत में बड़ा चेहरा थे। प्रवेश वर्मा के ससुर मध्य प्रदेश की सरकार में शिक्षा और खेल मंत्री भी रहे थे। वर्मा चार बार प्रदेश में विधायक भी बने रहे।
ये खबर भी पढ़िए...दिल्ली चुनाव जीती BJP, सीएम साय ने कहा - जनता के मन में बीजेपी...
नीना वर्मा कौन हैं
Pravesh verma की सास नीना वर्मा धार की विधायक हैं। दिल्ली चुनाव के दौरान विक्रम वर्मा और नीना वर्मा के अलावा धार के कई बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी दिल्ली चुनाव में दामाद के लिए चुनाव प्रचार किया था।
ये खबर भी पढ़िए...दिल्ली चुनाव एग्जिट पोल: क्या तीसरी बार भी शून्य पर आउट होगी कांग्रेस?
सीएम बनने की चर्चाएं तेज
प्रवेश की जीत के बाद दिल्ली में सियासी गलियारों में यह चर्चा हो रही है कि क्या वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। हालांकि, बीजेपी के पिछले रिकॉर्ड्स को देखते हुए, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इसके बावजूद, उनकी जीत और उनके राजनीतिक करियर की प्रगति को देखकर यह कहा जा सकता है कि वह पार्टी में एक मजबूत नेतृत्व के रूप में उभर रहे हैं। उनका भविष्य राजनीति में और भी उज्जवल हो सकता है।
ये खबर भी पढ़िए...दिल्ली विधानसभा चुनाव : अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया चुनाव हारे
नई दिल्ली सीट पर AAP को पटखनी
दिल्ली विधानसभा चुनाव में Pravesh verma ने आम आदमी पार्टी के प्रमुख नेता अरविंद केजरीवाल को हराकर नई दिल्ली सीट पर विजय प्राप्त की। यह जीत उनके लिए और उनकी पार्टी बीजेपी के लिए एक बड़ा क़दम साबित हो रही है। इस जीत के साथ उन्होंने AAP के मजबूत उम्मीदवार को पटखनी दी और यह संदेश दिया कि दिल्ली में बीजेपी की वापसी तय है।
बीजेपी की राजनीति में मजबूत पैर जमाने की उम्मीद
प्रवेश की जीत बीजेपी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दिल्ली में पार्टी के लिए फिर से सत्ता की ओर बढ़ने का संकेत देती है। बीजेपी को 1993 के बाद पहली बार दिल्ली में स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना है, और प्रवेश वर्मा की जीत ने पार्टी की स्थिति को और मजबूत किया है। बीजेपी के लिए दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाने की राह अब आसान हो सकती है।
शादी से पहले रखी थी अनोखी शर्त
साल 2024 में एक मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में प्रवेश ने अपनी शादी से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि शादी से पहले उन्होंने अपनी पत्नी स्वाति से एक अनोखी शर्त रखी थी। उन्होंने स्वाति से कहा था कि अगर वह उनसे शादी करना चाहती हैं तो उन्हें पांच बच्चों का मां-बाप बनने के लिए तैयार रहना होगा।
FAQ