झाबुआ की धरती से निकलकर राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक और गौरवशाली अध्याय जुड़ा है। मूलतः झाबुआ निवासी और वर्तमान में इंदौर में सामाजिक एवं शैक्षणिक क्षेत्रों में सक्रिय वरिष्ठ चार्टर्ड अकाउंटेंट राकेश भावसार को भारत सरकार के रक्षा उत्पादन मंत्रालय द्वारा देश की प्रतिष्ठित एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र की कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) का स्वतंत्र निदेशक नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति भारतीय सेना को तकनीकी रूप से और अधिक सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
HAL: भारत की रक्षा शक्ति का आधार
तेजस लड़ाकू विमान, ध्रुव हेलीकॉप्टर सहित कई रक्षा विमानों और उपकरणों के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाने वाली HAL, रक्षा मंत्रालय के अधीन एक नवरत्न सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम है। बेंगलुरु मुख्यालय वाली यह संस्था विश्व की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित एयरोस्पेस कंपनियों में से एक है, जो न सिर्फ भारतीय सेना, तटरक्षक बल और राज्य सरकारों को सेवाएं देती है। बल्कि 30 से अधिक देशों में निर्यात भी करती है। HAL ने ISRO के साथ मिलकर PSLV, GSLV, INSAT जैसे महत्वपूर्ण उपग्रह प्रक्षेपण कार्यक्रमों में भी योगदान दिया है। HAL के दो प्रमुख जॉइंट वेंचर – BAE-HAL Software Ltd और Indo-Russian Aviation Ltd भी इसकी वैश्विक पहुंच और तकनीकी सक्षमता को दर्शाते हैं।
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शिक्षा से लेकर सेवा तक प्रेरणादायक सफर
राकेश भावसार की प्रारंभिक शिक्षा झाबुआ के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल और स्नातक शिक्षा शहीद चंद्रशेखर आजाद महाविद्यालय, झाबुआ से हुई। गणित विषय में रुचि रखने वाले भावसार बचपन से ही शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में अग्रणी रहे। स्कूल और कॉलेज के दिनों में वे एनसीसी के भी सक्रिय सदस्य रहे। चार्टर्ड अकाउंटेंसी की पढ़ाई के लिए वे इंदौर आए और यहीं से उन्होंने न केवल अकादमिक क्षेत्र में पहचान बनाई, बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
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संघ और समाजसेवा से गहराई से जुड़े
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित भावसार वर्तमान में शिक्षा क्षेत्र की अग्रणी संस्था विद्या भारती (मालवा प्रांत) के कोषाध्यक्ष हैं। इसके अतिरिक्त वे अवंतिका प्रकाशन न्यास और देश की सर्वाधिक प्रसारित बाल पत्रिका ‘देवपुत्र’ से संबद्ध सरस्वती बाल कल्याण न्यास के प्रबंध न्यासी के रूप में भी कार्यरत हैं। उनके पिता लोकतंत्र सेनानी और झाबुआ के पूर्व जिला संघचालक रहे हैं, जिनके राष्ट्रभक्ति और सामाजिक सेवा के संस्कारों को राकेश भावसार ने आगे बढ़ाया है।
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तीन साल का रहेगा कार्यकाल
भारत सरकार द्वारा HAL के निदेशक पद पर नियुक्त भावसार का कार्यकाल तीन वर्षों का रहेगा, जिसमें वे रक्षा क्षेत्र की रणनीतियों और नीति-निर्माण में योगदान देंगे।यह नियुक्ति न सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह झाबुआ सहित समूचे मध्य भारत के लिए गर्व का विषय है। उनका अनुभव, राष्ट्रभक्ति और संगठन कौशल निश्चित ही HAL जैसी संस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में सहायक सिद्ध होगा।
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