स्कूलों की हालत खस्ता! 212 स्कूल भवन जर्जर घोषित, 56 की को मिली मरम्मत की मंजूरी

जिले के इंजीनियरों की जांच में 212 स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति सामने आई है। इन भवनों को तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है। शिक्षा विभाग के पास पर्याप्त बजट नहीं है।

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Sandeep Kumar
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मध्यप्रदेश के दतिया के मेथानापाली गांव में स्वतंत्रपुरा प्राथमिक स्कूल की छत गिरने के बाद प्रशासन सक्रिय हो गया है। जिला शिक्षा केंद्र ने जर्जर स्कूल भवनों की सूची तैयार की है, जिसमें 212 स्कूल भवनों को मरम्मत योग्य बताया गया है। ये जर्जर स्कूल बिल्डिंग्स कभी ढह सकते हैं। इन स्कूलों की मरम्मत के लिए विभाग के पास पर्याप्त फंड नहीं है। 

212 स्कूल भवन जर्जर घोषित

जिले के इंजीनियरों की जांच में 212 स्कूल भवनों की जर्जर स्थिति सामने आई है। इन भवनों को तत्काल मरम्मत की आवश्यकता है। शिक्षा विभाग के पास पर्याप्त बजट नहीं है। इस कारण मरम्मत के लिए वैकल्पिक फंडिंग सोर्स पर काम किया जा रहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि इन भवनों को प्राथमिकता देकर सुधार शुरू किया जाए।

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56 स्कूल भवनों के मरम्मत की मंजूरी 

MP सरकार ने तत्काल प्रभाव से 56 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए राशि स्वीकृत की है। इन भवनों की मरम्मत सात दिन के भीतर शुरू होगी। अधिकारियों को मरम्मत की प्रगति रिपोर्ट भी सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। शेष 156 स्कूलों की मरम्मत के लिए भी जल्द फंड स्वीकृत किए जाने की उम्मीद है।

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कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश

IAS स्वप्निल वानखेड़े ने जर्जर स्कूल भवनों की मरम्मत में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इन भवनों की स्थिति को नजरअंदाज करना बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ होगा। कलेक्टर शुक्रवार को स्कूलों की मरम्मत की समीक्षा के लिए बैठक बुलाएंगे। इस बैठक में विभागीय अधिकारी भाग लेंगे।

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इंजीनियरों की रिपोर्ट से हुआ खुलासा

जिले के इंजीनियरों ने स्कूल भवनों का निरीक्षण किया। कुछ भवन इतने खस्ताहाल हैं कि गिर सकते हैं। यह रिपोर्ट जिला शिक्षा केंद्र को सौंप दी गई है। उसी आधार पर मरम्मत कार्य को प्राथमिकता दी जा रही है। इंजीनियरों की टीम को पुनः निरीक्षण का कार्य सौंपा गया है। यह कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है।

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5 प्वाइंट्स में समझे पूरी स्टोरी

✅ दतिया जिले के मेथानापाली गांव में स्थित स्वतंत्रपुरा प्राथमिक स्कूल की छत गिरने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है।

✅ जिला शिक्षा केंद्र ने 212 स्कूल भवनों को जर्जर घोषित किया है, जिन्हें मरम्मत की आवश्यकता है, लेकिन विभाग के पास पर्याप्त बजट नहीं है।

✅ इन 212 भवनों की मरम्मत के लिए वैकल्पिक फंडिंग सोर्स का उपयोग किया जा रहा है। अधिकारियों को इन भवनों की मरम्मत में प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।

✅ मध्यप्रदेश सरकार ने 56 स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए तत्काल फंड स्वीकृत किया है। इनकी मरम्मत सात दिन में शुरू हो जाएगी।

✅ कलेक्टर स्वप्निल वानखेड़े ने मरम्मत कार्य में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है। आगामी बैठक में मरम्मत की प्रगति की समीक्षा करेंगे।

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