कंपकंपाती ठंड में स्कूल का टॉर्चर, होमवर्क न करने की दी खौफनाक सजा, बच्चों के उतरवा दिए कपड़े

एमपी के सीहोर में एक प्राइवेट स्कूल की शर्मनाक करतूत सामने आई है। होमवर्क न करने पर बच्चों के कपड़े उतरवाकर उन्हें ठंड में खड़ा किया गया। प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए स्कूल पर भारी जुर्माना लगाया है। पूरा मामला जानने के लिए खबर आखिरी तक पढ़ें।

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Aman Vaishnav
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स्कूल की शर्मनाक करतूत

👉 होमवर्क न करने पर बच्चों के कपड़े उतरवाए गए।

👉 कड़ाके की ठंड में बच्चों को बाहर खड़ा रखा गया।

👉 स्कूल पर 1 लाख रुपए का भारी जुर्माना लगा।

👉 प्रिंसिपल और ड्राइवर समेत 3 लोगों को हटाया गया।

👉 बजरंग दल और अन्य संगठनों ने स्कूल के बाहर प्रदर्शन किया।

क्या है पूरा मामला? 

मध्य प्रदेश के सीहोर जिले के ग्राम जताखेड़ा में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। यहां स्थित सेंट मार्टिन स्कूल में बच्चों को शिक्षा देने के बजाय उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। स्कूल प्रशासन पर आरोप है कि वे होमवर्क पूरा न होने पर छोटे बच्चों के कपड़े उतरवाकर उन्हें कड़ाके की ठंड में बाहर खड़ा कर देते थे।

यह मामला तब बाहर आया जब बच्चों की आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं। इन तस्वीरों ने पैरेंट्स और प्रशासन के होश उड़ा दिए। बच्चों ने बताया कि उनके साथ यह पिछले नवंबर महीने से लगातार चल रहा था।

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शिक्षा विभाग की सख्त कार्रवाई

घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) संजय सिंह तोमर ने तुरंत संज्ञान लिया। स्कूल प्रबंधन को नोटिस जारी किया गया, लेकिन उनका जवाब संतोषजनक नहीं था। इसके बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं।

  1.  स्कूल संचालक पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

  2.  प्रिंसिपल समरीन खान, ड्राइवर सीबू जाफरी और कर्मचारी अमरसिंह वर्मा को तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश दिए गए हैं।

  3.  स्कूल प्रबंधन को जुर्माने की राशि 7 दिनों के भीतर जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।

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बच्चों ने सुनाई आपबीती

पीड़ित बच्चों ने अपने पैरेंट्स के सामने रोते हुए अपना दर्द बताया। बच्चों का कहना है कि प्रिंसिपल के कहने पर उन्हें अपमानित किया जाता था। स्कूल का ड्राइवर, सीबू जाफरी, उनसे स्कूल के मैदान से पत्थर बिनवाता था। इतना ही नहीं, विरोध करने पर बच्चों को प्रोजेक्ट में कम नंबर देने की धमकी भी दी जाती थी।

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धार्मिक आस्था पर भी लगी चोट

इस मामले में एक और गंभीर पहलू सामने आया है। बजरंग दल के नेता जगदीश कुशवाह ने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल बच्चों को माथे पर तिलक लगाने और हाथ में कलावा बांधने से भी रोकती थीं। इस बात को लेकर हिंदू संगठनों में भारी आक्रोश है।

शुक्रवार, 26 दिसंबर को विहिप और बजरंग दल (बजरंग दल प्रदर्शन) के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के गेट पर जमकर नारेबाजी की और हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध किया।

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प्रशासन और पुलिस की भूमिका

घटना के बाद तहसीलदार, सीएसपी और स्थानीय पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पैरेंट्स ने पुलिस को लिखित शिकायत सौंपी है। जिला शिक्षा अधिकारी की जांच में बच्चों के जरिए लगाए गए सभी आरोप सही पाए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा और उनके सम्मान के साथ खिलवाड़ करने वाले किसी भी संस्थान को छोड़ा नहीं जाएगा।

सीहोर न्यूज बजरंग दल सीहोर जिला शिक्षा अधिकारी विहिप बजरंग दल प्रदर्शन
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