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अब बड़ा सवाल ये है कि जिन 11 पुलिसकर्मियों पर व्यापारियों से पैसे छीनने का आरोप है, उनके खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं हुई? क्या वर्दीधारी अफसरों को कानून से कोई छूट मिल गई है?
जांच पूरी, जल्द पेश की जाएगी रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ के दौरान पुलिस ने 1.25 करोड़ रुपए और बरामद किए हैं। इससे पहले 1.45 करोड़ की जब्ती हो चुकी थी। यानी अब तक कुल 2.70 करोड़ रुपए पुलिस के हाथ लग चुके हैं। हालांकि, अभी भी 25.60 लाख रुपए गायब हैं। इस बीच हवाला नेटवर्क तक पहुंचने के लिए सिवनी पुलिस की एक टीम सतना रवाना की गई है। बता दें कि अभी ये साफ नहीं है कि गिरफ्तारी किसकी होगी।
2.96 करोड़ रुपए की कथित लूटपाट वाली खबर पर एक नजर
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हवाला कारोबार से जुड़े कुछ और नाम सामने आए
तीनों आरोपियों से पूछताछ में हवाला कारोबार से जुड़े और नाम सामने आए हैं। पुलिस अभी यह नहीं बता रही कि कटनी में रकम किससे ली गई थी। जबलपुर के आईजी प्रमोद वर्मा के आदेश पर जांच के लिए सिवनी पहुंचे एएसपी आयुष गुप्ता ने एसडीओपी पूजा पांडेय और निलंबित पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए। जांच पूरी हो चुकी है और रिपोर्ट जल्द पेश की जाएगी।
शनिवार रातभर एफआईआर दर्ज करने की तैयारी चलती रही। एएसपी दीपक मिश्रा की जांच रिपोर्ट के बाद ही एसपी सुनील मेहता ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। रविवार सुबह 6 बजे तक लखनवाड़ा थाने में संगठित अपराध का मामला दर्ज किया गया।
जानें पूरा मामला
यह पूरा मामला 8 और 9 अक्टूबर की रात का है। पुलिस के एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर मामले में खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि सिवनी की एसडीओपी पूजा पाण्डेय को उनके एक मुखबिर से पक्की सूचना मिली थी।
सूचना ये थी कि एक क्रेटा कार (नंबर एमएच-13 ईके-3430) में हवाला के 3 करोड़ रुपए कटनी से महाराष्ट्र के जालना ले जाए जा रहे हैं। यह एक बड़ी खेप थी और सूचना पूरी तरह सही थी। इसके बाद जैसे ही एसडीओपी पूजा पाण्डेय को यह जानकारी मिली तो उन्होंने अपने गनमैन और कुछ भरोसेमंद स्टाफ के साथ टीम बनाई और निकल पड़ीं।
उधर, पास के बंडोल थाने के टीआई अर्पित भैरम भी अपनी सरकारी गाड़ी से इस ऑपरेशन में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। रात करीब 1:30 बजे सिवनी के पास सीलादेही इलाके में पुलिस की दोनों टीमों ने मिलकर उस क्रेटा कार को घेरकर रोक लिया।
आरोप है कि अफसरों ने शख्स से करीब 3 करोड़ रुपए जब्त किए थे। वहीं, रिपोर्ट में जब्ती केवल एक करोड़ 45 लाख रुपए दिखाए। यही नहीं आरोपी को भी बिना कार्रवाई किए छोड़ दिया। इसकी जानकारी वरिष्ठ अफसरों को भी नहीं दी।
इन अधिकारियों को किया गया सस्पेंड
- पूजा पांडे, एसडीओपी, सिवनी
- अर्पित भैरम, उप निरीक्षक और थाना प्रभारी बंडोल, सिवनी
- चंद्रकिशोर सिरामे, लखनवाड़ा थाना प्रभारी
- माखन, प्रधान आरक्षक 203, एसडीओपी कार्यालय, सिवनी
- रविन्द्र उईके, प्रधान आरक्षक 447, रीडर-एसडीओपी कार्यालय, सिवनी
- जगदीश यादव, आरक्षक 803, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
- योगेन्द्र चौरसिया, आरक्षक 306, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
- रितेश, आरक्षक 582 ड्राइवर, एसडीओपी कार्यालय सिवनी
- नीरज राजपूत, आरक्षक 750 थाना बण्डोल, सिवनी
- केदार, आरक्षक 610 गनमैन-एसडीओपी सिवनी
- सदाफल, आरक्षक 85, गनमैन-एसडीओपी सिवनी