MP NEWS : सिंहस्थ 2028 के कार्यों को लेकर उज्जैन में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मध्य प्रदेश के राज्यमंत्री गौतम टेटवाल और अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने प्रमुख अधिकारियों के साथ आगामी कार्यों पर चर्चा की। इस बैठक में सिंहस्थ महापर्व के अंतर्गत किए जा रहे निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया।
अधिकारियों को निर्देश
प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सिंहस्थ 2028 के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने की बात की कि ये कार्य समय पर और उच्च मानक के अनुरूप हों। इसके लिए अधिकारियों को लगातार गुणवत्ता की जांच करने की सलाह दी गई।
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मास्टर प्लान की आवश्यकता
अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने सिंहस्थ के लिए एक मास्टर प्लान तैयार करने का सुझाव दिया। इस मास्टर प्लान में सभी कार्यों को सूचीबद्ध कर एक प्लेटफार्म पर लाया जाएगा।
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श्रद्धालुओं का आकलन और मोबिलिटी प्लान
राजेश राजौरा ने कहा कि सिंहस्थ 2028 में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का सही आकलन जरूरी है। इसके लिए उज्जैन शहर में आने वाले सभी मार्गों से वाहनों और श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन शुरू किया जाए। इसके साथ ही, व्यापक मोबिलिटी प्लान तैयार करना भी आवश्यक है, ताकि शहर में जाम की स्थिति उत्पन्न होने पर वैकल्पिक मार्गों पर ट्रैफिक ट्रांसफर किया जा सके।
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कार्यों की लोकेशन मैपिंग
सिंहस्थ 2028 में हो रहे सभी कार्यों की लोकेशन मैपिंग की जाएगी और इसके आधार पर एक विस्तृत मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। अपर मुख्य सचिव ने इस कार्य को शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया।
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अन्य महत्वपूर्ण निर्देश
स्थाई कार्यों को प्राथमिकता: स्थाई कार्यों को प्राथमिकता दी जाए, और जो काम दो साल में पूरे किए जा सकते हैं, उन्हें कार्य योजना में सम्मिलित किया जाए।
फायर स्टेशन: सभी जिलों में फायर स्टेशन को मजबूत करने के लिए प्रस्ताव भेजे जाएं, ताकि अग्नि सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा सकें।
रेलवे कोऑर्डिनेशन: रेलवे के साथ भी कोऑर्डिनेशन मीटिंग की जाए । रेलवे के मास्टर प्लान के साथ श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं का भी प्लान तैयार किया जाए। कई जगह हाल्टिंग स्टेशन बनाए जाएंगे, जहां श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्थाएं उपलब्ध हो।