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दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के नरसिंहगढ़ में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां शनिवार रात छह बदमाशों ने एक शराब दुकान के सेल्समैन का अपहरण कर लिया। यह वारदात तब हुई जब आरोपियों ने दुकान से मुफ्त में शराब मांगी और सेल्समैन के इनकार करने पर उसे बेरहमी से पीटकर जबरन उठा ले गए। आरोपियों ने दुकान के अंदर घुसकर सेल्समैन को घसीटकर बाहर निकाला और डंडों से उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे एक कार में डालकर 15 किलोमीटर दूर ले गए और सुनसान जगह पर फेंककर फरार हो गए। इस घटना ने न सिर्फ शराब दुकान के कर्मचारियों में भय पैदा कर दिया है, बल्कि पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है।
दमोह: नरसिंहगढ़ में मुफ्त शराब न देने पर सेल्समैन का अपहरण
— TheSootr (@TheSootr) March 2, 2025
➡ 6 बदमाशों ने की वारदात
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सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
घटना शनिवार रात करीब 11 बजे की है। जब शराब दुकान पर आम दिनों की तरह ग्राहकों की आवाजाही जारी थी। तभी कुछ बदमाश दुकान पर पहुंचे और सेल्समैन से जबरन शराब देने की मांग करने लगे। जब सेल्समैन ने साफ इनकार कर दिया तो बदमाशों ने गुस्से में आकर उसे मारने-पीटने की धमकी दी। कुछ ही पलों में उन्होंने दुकान के अंदर घुसकर सेल्समैन को बालों से पकड़कर बाहर खींच लिया और लात-घूंसों से उसकी बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरों ने पूरी वारदात को रिकॉर्ड कर लिया। मारपीट के बाद बदमाशों ने उसे कार में जबरन डालकर वहां से फरार हो गए।
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घटना की सूचना मिलते ही दमोह पुलिस सक्रिय हो गई और इलाके की नाकेबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। पुलिस ने संभावित रूटों पर चेकिंग बढ़ा दी और आसपास के गांवों में संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी। लगभग छह घंटे की मशक्कत के बाद रविवार सुबह करीब 5 बजे पुलिस को सूचना मिली कि सुहाव गांव के सातपारा रोड के पास एक व्यक्ति घायल अवस्था में पड़ा हुआ है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने पाया कि वह वही सेल्समैन था, जिसे शनिवार रात अगवा किया गया था। उसकी हालत गंभीर थी और उसके शरीर पर कई चोटों के निशान थे।
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तीन आरोपियों की पहचान, तलाश जारी
घटना की जांच के दौरान पुलिस को सुराग मिला कि इस हमले और अपहरण में शामिल छह आरोपियों में से तीन की पहचान हो चुकी है। नरसिंहगढ़ चौकी प्रभारी प्रसीता कुर्मी ने बताया कि आरोपियों में धर्मेंद्र ठाकुर, विनोद यादव और पूरन के नाम सामने आए हैं। ये सभी नरसिंहगढ़ और आसपास के गांवों के रहने वाले हैं। पुलिस को शक है कि ये आरोपी घटना के बाद कहीं छिप गए हैं, लेकिन जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बाकी तीन बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन ट्रेस करने के लिए साइबर सेल की मदद ली है। मोबाइल फोन लोकेशन और कॉल डिटेल्स के आधार पर यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि आरोपी कहां छिपे हो सकते हैं। पुलिस को संदेह है कि चूंकि पीड़ित और आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं, इसलिए वे गांव में ही किसी सुरक्षित स्थान पर छिपे हो सकते हैं। फिलहाल, उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
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गांव में तनाव, पुलिस की सख्ती बढ़ी
इस घटना के बाद नरसिंहगढ़ और आसपास के गांवों में तनाव बढ़ गया है। ग्रामीणों में डर का माहौल है, क्योंकि ऐसी वारदातें पहले भी हो चुकी हैं। लोग अब रात के समय बाहर निकलने से डरने लगे हैं। वहीं, इस घटना के बाद पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि कोई अप्रिय स्थिति न बने। पुलिस का कहना है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों पर अपहरण, मारपीट, जानलेवा हमला और बलपूर्वक बंधक बनाने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा और इस मामले में जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
शराब दुकान संचालकों में डर, सुरक्षा बढ़ाने की मांग
इस घटना के बाद इलाके के शराब दुकान संचालकों और कर्मचारियों में डर का माहौल बन गया है। दुकानदारों का कहना है कि शराब दुकानें पहले से ही अपराधियों और असामाजिक तत्वों के निशाने पर रहती हैं, और अब इस तरह की घटनाओं से उनके लिए काम करना और भी मुश्किल हो गया है। स्थानीय व्यापारियों और शराब दुकान संचालकों ने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि शराब दुकानों पर अक्सर रात में असामाजिक तत्वों की भीड़ लग जाती है, जिससे झगड़े और हिंसक घटनाएं बढ़ रही हैं। इसलिए, पुलिस को इन दुकानों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम करने चाहिए।