पीएससी को धमकी - तारीख नहीं बढ़ाई तो आत्मदाह

इन सभी संदेशों की जानकारी पुलिस को भी दे दी गई है। इसके पहले पांच फरवरी से चला 34 घंटे का आंदोलन काफी शांतिपूर्वक हुआ था और उम्मीदवारों ने नियमों में रहकर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया था।

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Pooja Kumari
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संजय गुप्ता, INDORE. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (पीएससी) राज्य सेवा परीक्षा मेंस 2023 की तारीख आगे बढ़ाने को लेकर आयोग के पास ईमेल, संदेश पहुंचे हैं, जिसमें कई धमकी भरे हैं। सोमवार से अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू करने की बात कह चुके आंदोलनकारियों का यह आंदोलन कैसा रूप लेगा तय नहीं है लेकिन आयोग को मिली एक धमकी बहुत ही संवेदनशील है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक संदेश में आयोग को कहा गया है कि यदि मेंस की तारीख नहीं बढ़ाई गई, तो हमने एक उम्मीदवार को तैयार भी कर लिया है, जो आयोग के बाहर आत्मदाह करेगा और इसके जिम्मेदार आप होंगे। 

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सोमवार से फिर प्रदर्शन पर पुलिस की नजरें

इन सभी संदेशों की जानकारी पुलिस को भी दे दी गई है। इसके पहले पांच फरवरी से चला 34 घंटे का आंदोलन काफी शांतिपूर्वक हुआ था और उम्मीदवारों ने नियमों में रहकर अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस बल और उच्च अधिकारियों ने भी कोई आपत्ति नहीं ली। आंदोलन आराम से पुलिस को ज्ञापन दें और आयोग से बात कर स्थगित हुआ था। लेकिन इस आंदोलन के खत्म होने के बाद नए सिर से सोमवार 11 फरवरी से प्रदर्शन की बात उठी तब आयोग के कई तरह के आपत्तिजनक संदेश आने लगे हैं। इस कारण से मामला संवेदनशील हो गया है। इसलिए यदि प्रदर्शन होता है तो पुलिस की काफी सख्त नजरें रहेंगी कि कोई अनावश्यक, गैर उम्मीदवार व असामाजिक तत्व की इसमें दखल नहीं रहें और उम्मीदवार अपनी बात शांति से रखें।

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आयोग लगातार मेंस बढ़ाने के लिए विंडो तलाश रहा है

आंदोलन होने और मेंस बढ़ाने की तारीख बढ़ाने की लगातार मांग आने के बाद आयोग ने गुरुवार और शुक्रवार शाम लगातार दो दिन तक मीटिंग की और मेंस की तारीख बढ़ाने को लेकर विंडो की तलाश की। अब आयोग एक बार फिर सोमवार को फाइनल बैठक करेगा और इसमें एक बार फिर नई तारीख को लेकर विंडो की तलाश करेगा और यदि संभव नहीं हुआ तो फिर पूर्व घोषित तारीख 11 मार्च से ही परीक्षा कराने की सूचना भी औपचारिक तौर पर जारी कर दी जाएगी। कई उम्मीदवारों के संदेश आयोग के पास यह भी पहुंचे हैं कि बस वह तारीख को लेकर असमंजस दूर कर दें, ताकि हम मानसिक रूप से बेवजह परेशान नहीं हो और तैयारी पर फोकस करें, कुछ भी हो आयोग अपना स्टेंड औपचारिक तौर पर स्पष्ट करें। 

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आयोग के पास क्या है तारीख को लेकर विकल्प

  • यदि आयोग वर्तमान शेड्यूल पर ही रहा तो फिर 11 मार्च से ही होगी परीक्षा
  • आयोग यदि केवल 15-20 दिन की राहत की विंडो देखता है तो यह मार्च अंत, या अप्रैल पहले सप्ताह में संभव हो सकती है
  • यदि रिजल्ट से 90 दिन की बात आती है तो फिर यह तारीख 18 अप्रैल के करीब आती है लेकिन इस दौरान लोकसभा चुनाव प्रक्रिया चरम पर होगी, ऐसे में अप्रैल से मिड मई तक परीक्षा आयोजन संभव नहीं होगा, राज्य सेवा परीक्षा 2024 प्री पर भी अभी तो आयोग की नजरें हैं, क्योंकि चुनाव शेड्यूल क्लैश होने की पूरी संभावना है। 
  • फिर अंत में यदि तारीख बढ़ाना ही तो एक विकल्प मई अंत से जून माह के बीच ही संभव है, लेकिन आयोग को इसमें समस्या यही आ रही है कि एक साल में पूरी परीक्षा प्रक्रिया करने का शेड्यूल मुश्किल में आ जाएगा। 

एक के बाद एक परीक्षाओं से उम्मीदवार बोल रहे हम रोबोट नहीं

कानूनी अड़चनों के चलते कुछ साल तक परीक्षाएं अधर में अटकी रहीं लेकिन 87-13 फीसदी के फॉर्मूले के बाद पीएससी लगातार परीक्षाएं आयोजित करा रहा है। साल 2019 व 2020 की भर्ती हो चुकी, साल 2021 के इंटरव्यू अप्रैल में होकर मई तक अंतिम नियुक्ति हो जाएगी, वहीं 2022 की मेंस हो चुकी है, जिसके रिजल्ट बनाने पर काम हो रहा है, फिर 2023 मेंस होना है। यानि इसी साल 2022 व 2023 की भी नियुक्ति हो जाएगी। आयोग ने दिसंबर माह में ही राज्य सेवा परीक्षा 2023 प्री ली थी, फिर जनवरी में मेंस 2022 हुई, फिर अब मेंस 2023 मार्च में होना प्रस्तावित है, अप्रैल में 2024 की प्री होना है और इस माह 2021 के इंटरव्यू होना है, फिर मई-जून में 2022 के इंटरव्यू प्रस्तावित है, यह खत्म हुए कि फिर जुलाई अंत में राज्य सेवा मेंस 2024 प्रस्तावित है। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर, कराधान सहायक, राज्य वन सेवा परीक्षाएं अलग है।

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आंदोलनकारियों की प्रमुख मांगें अब इस तरह की है

  • राज्य सेवा परीक्षा मेंस 2023 की तारीख आगे बढ़ाई जाए
  • 13 फीसदी प्रोवीजनल रिजल्ट को घोषित किया जाए
  • राज्य सेवा परीक्षा 2024 में 500 पद किए जाएं
  • कुछ उम्मीदवार उत्तरपुस्तिकाएं दिखाने की भी मांग कर रहे हैं
  • वहीं कुछ उम्मीदवार अपने अंक जानना चाहते हैं, अभी आयोग ने 2019 व 2020 में केवल चयनित उम्मीदवारों की ही सूची व अंक जारी किए हैं। 
  • प्री में नेगेटिव मार्किंग शुरू की जाए
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