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Indore. हाईकोर्ट चौराहे पर वकीलों द्वारा किए गए चक्काजाम और फिर तुकोगंज टीआई जितेंद्र यादव के साथ हुई झूमाझटकी, वर्दी फाड़ने के कांड में आखिरकार अज्ञात वकीलों पर केस हो गया। यह केस और किसी ने नहीं बल्कि तुकोगंज टीआई यादव ने ही अपने थाने में दर्ज किया है। उधर सूत्र को मिली पुख्ता जानकारी के अनुसार टीआई यादव पर शराब के नशे के लगे आरोपों के बाद उनका मेडिकल चेकअप हुआ, जिसमें उन्हें क्लीन चिट मिली है। इसके साथ ही उच्च अधिकारियों ने ब्रीथ एनालाइजर मशीन में भी उनसे फूंक मरवाई, इसमें भी वह क्लीन चिट पा गए। इसके बाद टीआई ने अपने थाने में जाकर अज्ञात वकीलों पर केस दर्ज कराया।
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
तुकोगंज थाने में तुकोगंज टीआई जितेंद्र यादव ने ही फरियादी बनकर अज्ञात के खिलाफ बीएनएस धारा 132, 191(2) और 3(5) में केस दर्ज कराया है। यह एफआईआर रात साढ़े आठ बजे दर्ज हुई है। आरोपी अज्ञात है।
एफआईआर में यह लिखा है
इसमें लिखा है कि मैं तुकोगंज टीआई के पद पर पदस्थ हूं। हाईकोर्ट चारौहा एमजी रोड पर गेट नंबटू के सामने 15 मार्च दोपहर तीन बजे वकीलों द्वारा परदेशीपुरा में हुए घटनाक्रम को लेकर चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था। तब मैं घटनास्थल पर पहुंचा और वकीलों को चक्का जाम खोलने की समझाइश दे रहा था। वहीं खड़ी एफआरवी (पुलिस वाहन) के पास जाकर शासकीय काम कर रह तभी अज्ञात वकीलों ने मुझे एफआरवी में जाने व शासकीय काम करने से रोका गया और धक्का मुक्की व झूमाझटकी की, जिससे मैं अपना शासकीय काम नहीं कर पाया। अज्ञात वकीलों द्वारा मेरे शासकीय काम में बाधा डाली व मेरे साथ झूमाझटकी की गई।
वकीलों ने टीआई पर शराब के नशे के लगाए आरोप
परदेशीपुरा में वकील अरविंद जैन और उनके दोनों वकील पुत्र अर्जुन जैन व अर्पित जैन के खिलाफ 14 मार्च को एक बुजुर्ग के साथ मारपीट करने के मामले में केस दर्ज किया था। इस दौरान पुलिस अरविंद को लेकर गई, इस दौरान विवाद हुआ। अरविंद ने आरोप लगाए कि पुलिस ने मारपीट। इस पर कार्रवाई की मांग को लेकर वकील जमा हुए और 15 मार्च को पहले परदेशीपुरा थाने गए, जब वहां सुनवाई नहीं हुई तो वह हाईकोर्ट चौराहे पर पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। इस दौरान आने-जाने वाले वाहन चालकों को पीटा भी और दो घंटे तक चौराहे को बंधक बनाकर रखा। जब पुलिस समझाइश के लिए आई तो टीआई जितेंद्र यादव पर आरोप लगाए कि वह शराब के नशे में हैं और पुलिस वाहन में भी शराब की बोतल है। इसके बाद अज्ञात वकीलों ने उन्हें घेर लिया, झूमाझटकी की और वर्दी फाड़ी, बीच-बचाव में एसीपी विनोद दीक्षित की वर्दी भी फटी। टीआई जान बचाकर थाने की ओर भागे, लेकिन वकीलों ने पकड़ा और जमकर झूमाझटकी की। वहीं टीआई ने बाद में कहा कि उन्होंने शराब नहीं पी, भले ही मेडिकल करा लिया जाए।
जैन पिता-पुत्रों पर पहले भी केस
वहीं पुलिस के रिकार्ड के अनुसार जैन पिता और पुत्र पर यह पहला केस नहीं है। इसके पहले भी आपराधिक रिकार्ड सामने आए हैं। अरविंद जैन पर एमजी रोड थाने पर अपराध क्रमांक 229/18, 359/19, परदेशीपुरा में 670/2008 और आष्टा जिला सीहोर में 123/24 में केस दर्ज है, इसमें मारपीट, जान से मारने की धमकी जैसी धाराएं हैं। अपूर्व जैन भी अपराध क्रमांक 229/18, 359/2019 में आरोपी है। साथ ही उन पर परदेशीपुरा थाने में 159/2015 केस दर्ज है। वहीं अर्पित जैन के खिलाफ भी आष्टा जिला सीहोर में अपराध क्रमांक 123/2004 केस और एमजी रोड पर 359/2019 केस दर्ज हुआ है।
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