/sootr/media/media_files/2025/12/28/umang-singhar-accuses-2025-12-28-17-28-24.jpg)
BHOPAL.एमपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रधानमंत्री की स्किल इंडिया स्कीम में घोटाले का आरोप लगाया है। उमंग सिंघार ने कैग रिपोर्ट का हवाला देते हुए सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट किया हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की स्किल इंडिया स्कीम में 9200 करोड़ का घोटाला हुआ है।
9,200 करोड़ से अधिक का घोटाला
प्रधानमंत्री स्किल इंडिया/PMKVY योजना युवाओं को कौशल और रोजगार देने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना में 9,200 करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया है।
2015–2022 के बीच 1.32 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए 10,194 करोड़ जारी हुए थे, लेकिन 18 दिसंबर 2025 को संसद में पेश CAG की परफॉर्मेंस ऑडिट ने योजना की अनियमितताओं को उजागर किया।
CAG रिपोर्ट: प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया स्कीम में ₹9200 करोड़ का घोटाला, मध्य प्रदेश में भी हुई लूट !
— Umang Singhar (@UmangSinghar) December 28, 2025
प्रधानमंत्री की स्किल इंडिया/PMKVY योजना, जो युवाओं को कौशल और रोजगार देने के लिए शुरू हुई थी, उसी के नाम पर ₹9,200 करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया है।
2015–2022 के बीच… pic.twitter.com/n61mcV4tjw
सिंहस्थ 2028: उज्जैन से इंदौर के बीच चलेगी वंदेभारत मेट्रो, जानें क्या होगी ट्रेन की खासियत
कोई महाकुंभ से वायरल हुई तो कोई बनी बिग बॉस की क्वीन, जानें कौन है 2025 की एमपी वायरल गर्ल्स
एक दिन में कई राज्यों में निरीक्षण
CAG रिपोर्ट के अनुसार, PMKVY 2.0 और 3.0 में 94% से अधिक लाभार्थियों के बैंक खाते फर्जी पाए गए। एक ही बैंक खाता हजारों उम्मीदवारों से जुड़ा था। एक ही फोटो से सैकड़ों लाभार्थी अलग-अलग राज्यों में दिखाए गए। प्लेसमेंट आंकड़े बढ़ा-चढ़ाकर पेश किए गए। बंद या नाममात्र के केंद्रों को सक्रिय दिखाकर युवाओं की ट्रेनिंग दिखा दी गई। एक ही व्यक्ति ने एक दिन में कई राज्यों में निरीक्षण दर्ज किया।
स्वामी उत्तम महाराज अभी भी नाराज, सीएम को देख बोले-अकेले आयोजन करते तो मुख्यमंत्री महोदय नहीं आते
3 पॉइंट्स में समझें पूरी स्टोरी👉उमंग सिंघार ने प्रधानमंत्री की स्किल इंडिया स्कीम में 9,200 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने CAG रिपोर्ट का हवाला देते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट किया। 👉 प्रधानमंत्री की स्किल इंडिया योजना, जिसे PMKVY कहा जाता है। युवाओं को कौशल प्रशिक्षण और रोजगार देने के लिए शुरू की गई थी। इस योजना में 9,200 करोड़ से अधिक का घोटाला सामने आया है। 👉 2015–2022 के बीच 1.32 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने के लिए 10,194 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। लेकिन CAG रिपोर्ट में योजना की अनियमितताओं और घोटाले का खुलासा हुआ है। |
भ्रष्टाचार दबा रही सरकारें
मध्यप्रदेश में 4.7 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करने का दावा किया गया। इसमें लगभग 23 करोड़ के गबन की आशंका है। "ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा" का दावा करने वाले प्रधानमंत्री के स्किल इंडिया मिशन के नाम पर 9,261 करोड़ की लूट हो गई। केंद्र और राज्य सरकार इस भ्रष्टाचार की जांच करवाने के बजाय इसे दबाने में लगी हैं।
/sootr/media/agency_attachments/dJb27ZM6lvzNPboAXq48.png)
Follow Us