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मध्य प्रदेश के बैतूल-भोपाल नेशनल हाईवे (NH-46) के अधूरे निर्माण के बावजूद टोल वसूली हो रही है। यह मामला अब संसद तक पहुंच गया है। गुरुवार, 19 दिसंबर को राज्यसभा में कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने यह मुद्दा उठाया है।
उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से इसको लेकर जवाब मांगा है। साथ ही, दिग्विजय सिंह ने इसे जनता के साथ बड़ा अन्याय बताया और सख्त कदम उठाने की मांग की है।
दिग्विजय सिंह संसद में उठाया मुद्दा
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अधूरी और खस्ताहाल सड़कों पर टोल वसूली नहीं होनी चाहिए। गडकरी खुद बैतूल आकर सड़क की हालत देख चुके हैं। साथ ही, अधिकारियों को फटकार भी लगा चुके हैं। फिर भी टोल वसूली बंद नहीं हो रही है, यह चिंता की बात है। इस अवैध वसूली को लेकर केद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी जवाब मांगा है।
7 महीने से जारी है टोल वसूली
यात्रियों और स्थानीय लोगों की शिकायत है कि सड़क पर कोई संकेतक बोर्ड, लाइट और सर्विस रोड नहीं है। शाहपुर, भौंरा, पाढर समेत कई जगहों पर लाइट भी नहीं लगाई गई है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, बाघ कॉरिडोर क्षेत्र के कारण करीब 21 किलोमीटर हिस्सा रुका हुआ है। यह हिस्सा बागदेव से केसला, बरेठा घाट और भौंरा के बीच है। इसके बावजूद, 21 मई 2025 से इस मार्ग पर टोल वसूली शुरू कर दी गई है। यात्रियों में नाराजगी है कि अधूरी सड़क पर भी उन्हें टोल देना पड़ रहा है।
टोल वसूली की खबर पर एक नजर...
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7 साल में भी अधूरा फोरलेन निर्माण
करीब 995 करोड़ रुपए की लागत से बन रही बैतूल-औबेदुल्लागंज फोरलेन सड़क सात साल बाद भी पूरी नहीं हुई है। यह निर्माण 2017 में शुरू हुआ था, लेकिन अब तक अधूरा है। ठेके की समय सीमा 2023 में समाप्त हो चुकी है। इसके बावजूद ठेकेदार को तीन बार एक्सटेंशन दिया गया है।
कुंडी टोल प्लाजा पर टोल वसूली का विरोध
यह विवाद खासकर शाहपुर के पास कुंडी टोल प्लाजा से जुड़ा है। बैतूल से इटारसी तक सड़क के कई हिस्सों में गड्ढे और डामरीकरण अधूरा हैं। निर्माण कार्य जारी होने की वजह से वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोग और वाहन चालक लंबे समय से इस टोल वसूली का विरोध कर रहे हैं।
नीति बदलाव की मांग, टोल वसूली पर रोक
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि जब तक सड़क पूरी नहीं बनती, तब तक टोल वसूली रोकी जाए। अब जब यह मुद्दा संसद में उठ चुका है, उम्मीद है कि केंद्र सरकार एक स्पष्ट नीति बनाएगी। यह नीति अधूरी और खराब सड़कों पर टोल वसूली को लेकर होगी।
सड़क की है खस्ता हालत
सड़क की हालत कई स्थानों पर बेहद खराब है। बरेठा घाट क्षेत्र अब भी सिंगल लेन में है। साथ ही, यह मामला हाईकोर्ट में लंबित है। वहीं, भौंरा से इटारसी तक सड़क जगह-जगह टूटी हुई है। साथ ही, 5-5 फीट चौड़े गड्ढे बने हुए हैं। इटारसी के पास भी सड़क सिंगल लेन की स्थिति में है।
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