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INDORE. वसंत पंचमी के मौके पर धार में भोजशाला में पूजन और यज्ञ चल रहा है। पूरी भोजशाला में भगवा झंड़े लगे हैं और सुरक्षा के बीच पूजा चल रही है। लेकिन फिर एक बार मां वाग्देवी (सरस्वती) की असल प्रतिमा की कमी खल रही है। इसे लेकर कई वादे हुए लेकिन प्रयास कुछ खास नहीं हुए। पूर्व सीएम और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान का दो साल पुराना वादा भी याद आ रहा है। अभी इस मूर्ति की प्रतिकृति ही है।
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चौहान ने सीएम रहते यह किया था वादा
तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने डेली कॉलेज में यंग थिंकर्स कॉन्क्लेव में 29 अक्टूबर 2022 में घोषणा की कि हम मां वाग्देवी की प्रतिमा को भारत लाने के लिए पूरे प्रयास करेंगे, हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि जल्द इस प्रतिमा के दर्शन हमें हो सकें।
लंदन म्यूजियम में रखी है प्रतिमा
यह प्रतिमा परमार काल के राजा भोज ने 1034 में यहां स्थापित की थी। लेकिन इसके लंदन जाने के दो किस्से हैं। एक किस्से के अनुसार वर्ष 1880 में भोपावर पॉलिटिकल एजेंट मेजर किनकेड इस मूर्ति को लंदन ले गए। तब से मूर्ति वहीं है। दूसरे किस्से के अनुसार सन् 1902 भारत में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान लार्ड कर्जन ने मांडू और धार के पुरातत्व धरोहरों को देखने के लिए विशेष यात्रा की थी। मांडू भ्रमण के बाद जब वह भोजशाला पहुंचा था, तब भोजशाला में वहां स्थित मां वाग्देवी की मूर्ति से वह बहुत ही प्रभावित हुआ था। तब इस मूर्ति को लंदन स्थित संग्रहालय में रखवाने का आदेश दिया था।
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कब से चल रहे हैं लंदन से लाने के प्रयास
हिंदू जागरण मंच के गोपाल शर्मा ने बताया कि लंदन से मूर्ति लाने के लिए 1957 से ही प्रयास चल रहे हैं। तब से केंद्र सरकार से इसके लिए लगातार बात की जा रही है। 1962 में इतिहास और पुरातत्वविद् डॉ. विष्णु श्रीधर वाकणकर जी स्वयं लंदन गए थे और मूर्ति का अवलोकन किया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री से यह मूर्ति वापस लाने और भोजशाला में स्थापित करने की मांग की हुई। गोपाल शर्मा ने बताया कि 2011 में वसंत पंचमी के आयोजन में भाजपा नेता डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी यहां आए थे। तब भी इसे लेकर बात हुई।
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सुबह से ही भोजशाला में पूजन
वसंत पंचमी पर धार की भोजशाला में सुबह से ही वाग्देवी की पूजा-अर्चना चल रही है और यहां चार दिवसीय वसंत पंचमी समारोह के तहत यज्ञ हो रहा है। भोजशाला सहित 200 मीटर का एरिया पुलिस छावनी में तब्दील है। सभी जगह सीसीटीवी लगे हैं। महाराजा भोज स्मृति वसंतोत्सव आयोजन समिति के महामंत्री सुमित चौधरी ने बताया कि सरस्वती पूजन के साथ सुबह 7 बजे से यज्ञ शुरू हो गया है। उदाजीराव चौराहा घोड़ा चौपाटी से शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें विशेष रथ पर विराजमान मां वाग्देवी के तैलचित्र के दर्शन होंगे। शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए तीन किलोमीटर का लंबा रास्ता तय कर भोजशाला पहुंचेगी। इसके बाद धर्मसभा होगी, जिसमें मुख्य अतिथि उत्तम स्वामीजी महाराज हैं।