ग्वालियर. दोस्ती निभाने के लिए 'मुन्नाभाई' बना एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि अपने दोस्त की जगह चार पेपर भी दे भी चुका था। पकड़े जाने पर उसने बताया कि उसके दोस्त की तबीयत खराब है। वह परीक्षा देने की हालत में नहीं है। दोस्त की साल खराब न हो जाए, इसलिए वह पेपर देने आया था। घटना ग्वालियर की है। पुलिस ने फर्जी परीक्षार्थी के साथ मूल परीक्षार्थी को भी हिरासत में लेकर मामले में पूछताछ शुरू कर दी है।
एमपी में दसवीं बोर्ड की परीक्षाएं चल रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि परीक्षा केंद्रों की जांच करने पहुंची टीम ने ग्वालियर के हजीरा में बनाए गए परीक्षा केंद्र सीबीएस कान्वेंट स्कूल में चेकिंग की थी। इस केंद्र पर जांच की गई तो आदित्य परमार के नाम से परीक्षा दे रहे परीक्षार्थी को देखकर टीम को शक हुआ। जब टीम ने पूछताछ की तो परीक्षार्थी ने बताया कि वह खुद ही आदित्य परमार है, लेकिन जब फोटो से मिलान किया गया तो पता चला कि परीक्षा दे रहा परीक्षार्थी फर्जी है और उसका असली नाम संजय पाल है।
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चार पेपर दे चुका है
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केंद्र अध्यक्ष की शिकायत पर हजीरा थाने में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। फर्जी परीक्षार्थी संजय पाल पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है, वहीं इस मामले में मूल परीक्षार्थी आदित्य परमार को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। संजय पाल ने बताया कि उसका दोस्त आदित्य परमार बीमार था। इसीलिए दोस्त की जगह वह परीक्षा देने चला आया था। अब तक उसने चार पेपर दे दिए थे। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और इस नेटवर्क में कौन और कितने लोग शामिल हैं, इसकी भी पड़ताल की जाएगी।
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ये सवाल हो रहे खड़े
फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में तब आया है, जब वह चार पेपर इससे पहले दे चुका था। आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई। जिस फोटो मिलान के जरिए फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में आया है, वह पहले क्यों नहीं किया गया और पहले ही दिन आखिर ये फर्जी परीक्षार्थी पकड़ में क्यों नहीं आया।(Was giving paper in place of friend | दोस्त की जगह पेपर दे रहा था)
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