एमपी में गेहूं समर्थन मूल्य 150 रुपए बढ़ा, 31 मार्च तक करें पंजीकरण
मध्य प्रदेश सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 150 रुपए बढ़ाकर 2425 रुपए किया। किसान 31 मार्च 2025 तक पंजीकरण कर सकते हैं। योजना का लाभ उठाएं। यह कदम खेती को प्रोत्साहित करने और किसानों को बेहतर लाभ दिलाने के लिए उठाया गया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए गेहूं का समर्थन मूल्य 150 रुपए बढ़ाकर 2425 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया है। यह कदम खेती को प्रोत्साहित करने और किसानों को बेहतर लाभ दिलाने के लिए उठाया गया है।
किसान गेहूं बेचने के लिए 31 मार्च 2025 तक पंजीकरण कर सकते हैं। यह पंजीकरण "किसान एप" (Kisan App) के माध्यम से घर बैठे किया जा सकता है। इसके अलावा पंचायत और तहसील कार्यालयों में भी नि:शुल्क पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है।
व्यापारियों और विशेषज्ञों की राय
इंदौर के अनाज व्यापारी संजय अग्रवाल (Sanjay Agrawal) ने समर्थन मूल्य में वृद्धि का स्वागत किया। उन्होंने दालों पर मंडी टैक्स में छूट की मांग की, जिससे दालें सस्ती हो सकें। विशेषज्ञों का मानना है कि नई फसल आने पर गेहूं के दाम में 100-200 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट हो सकती है।
सरकार ने कोदो और कुटकी जैसे श्रीअन्न (Millets) की खेती को बढ़ावा देने के लिए 1000 रुपए प्रति क्विंटल की प्रोत्साहन राशि घोषित की है। इसके तहत प्रति हेक्टेयर किसानों को अधिकतम 3900 रुपए की मदद दी जा रही है। यह योजना कृषि विविधीकरण को बढ़ावा देने और पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लागू की गई है।
फिलहाल देश में गेहूं की मांग और आपूर्ति में असंतुलन है। समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों को फायदा होगा, और गेहूं उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। सरकार की यह योजना किसानों के हित में एक सकारात्मक पहल है।