Private School Fees : जबलपुर के विजडम वैली स्कूल में लगातार फीस को लेकर बच्चों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है फीस की बात पेरेंट्स से ना करके बच्चों से की जाती है बच्चों को ऑफिस में बुलाकर घरवालों से बात कराई जाती और फीस जमा करने का दबाव बनाया जाता है।
मां को फोन कर सहमी आवाज में बोली बच्ची, मम्मी फीस.....
जबलपुर के विजडम वैली स्कूल ( Wisdom Valley School ) की एक छात्रा और उसकी मां के बीच बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है। इस ऑडियो में साफ नजर आ रहा है कि स्कूल प्रशासन के दबाव में अपनी मां को फोन करने वाली बच्ची इतनी सह हुई है कि वह फीस के अलावा कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है। स्कूल प्रबंधन के द्वारा बच्ची को फोन देकर उसकी मां से बात करने को कहा गया जबकि बच्ची की मां पहले ही प्रबंधन को यह बता चुकी है कि उनके द्वारा 16 सितंबर को फीस जमा कर दी जाएगी। उसके बाद भी बच्ची पर दबाव बनाकर घर पर फोन करवाया गया। इस ऑडियो में बच्ची की आवाज सुनकर उसकी मानसिक दशा समझ आप भी सिहर उठेंगे।
ये खबर भी पढ़ें...
स्कूल बंक करने पर छात्र के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने पर उतारू निजी स्कूल
Supreme Court : निजी स्कूल फीस वृद्धि मामले में आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत
फीस जमा न करने पर होगी दिक्कत
बच्चों से कहा जाता है फीस जमा कर दो नहीं तो दिक्कत होगी। साथ ही क्लास रूम में खड़ा कर फीस के लिए कहा जाता है, जिससे बच्चों को काफी शर्मिंदगी महसूस होती है और फीस जमा न होने पर स्कूल आने से मना किया जाता है। स्कूल प्रबंधन को इस बात की थोड़ी भी चिंता नहीं होती कि बच्चों के कोमल मन पर इस तरह की बातों और व्यवहार का क्या प्रभाव पड़ेगा।
बच्चों ने सुनाई अपनी आपबीती
स्कूल के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे अभिभावकों में बड़ी संख्या में पीड़ित बच्चे भी शामिल थे । मीडिया के कैमरे के सामने बच्चों ने अपनी आपबीती सुनाई । उन्होंने बताया कि स्कूल में बच्चों से कहा जाता है कि जैसे तुम्हारे घर के नौकर बगैर पैसे की नहीं चलते वैसा हमारा स्कूल भी बगैर फीस के नहीं चलता है और एक बच्चे से तो बात कर यह भी पता चला है कि उनसे कहा गया कि 1 महीने की फीस जो तुम्हारी जमा नहीं है तो कल से स्कूल नहीं आना।
ये खबर भी पढ़ें...
नहीं आया कोई जिम्मेदार सामने
इस घटना के सामने आने के बाद मध्य प्रदेश पेरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सचिन गुप्ता सहित अभिभावकों ने जब स्कूल प्रशासन से बात करनी चाही तो स्कूल प्रशासन से कोई भी जिम्मेदार सामने नहीं आया और स्कूल के प्रिंसिपल या किसी शिक्षक ने भी अभिभावकों से बात करना जरूरी नहीं समझा।
अनियमितताओं के खिलाफ एसोसिएशन ने मांगी पुलिस की सहायता
स्कूल प्रशासन से कोई जवाब न मिलने पर मध्य प्रदेश पैरेंट एसोसिएशन द्वारा स्कूल में हो रही अनियमितताओं और फीस के लिए बच्चों को प्रताड़ित करने के संबंध में तिलवारा थाना पहुंचकर आवेदन दिया गया साथ ही कार्यवाही की मांग की गयी तिलवारा थाना प्रभारी बृजेश मिश्रा के द्वारा जांच कर उचित वैधानिक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया है।
ये खबर भी पढ़ें...
निजी स्कूलों पर कार्रवाई, ठोंका इतने लाख रुपए का जुर्माना, जानें कौन से स्कूलों पर गिरी गाज
निजी स्कूलों ने शिक्षा को बना दिया है व्यापार
आज के समय में स्कूल शैक्षणिक संस्था न होकर एक व्यापारिक संस्था बन गए हैं उन्हें बच्चों की पढ़ाई से ज्यादा बच्चों की फीस की चिंता रहती है जो स्कूलों की व्यापारिक नीति को दिखाता है।