पूरे राजस्थान में जोरदार तरीके से छाएगा मानसून , 4 दिन भारी बारिश की चेतावनी, कई बेघर
राजस्थान के पश्चिमी जिलों में बाढ़-बारिश का कहर लगातार बना हुआ है। जालोर, बाड़मेर, जोधपुर, और भीलवाड़ा में तेज बारिश और जलभराव की घटनाएं सामने आई हैं। भीलवाड़ा में तेज बहाव में तीन लोग बह गए, जिनमें से दो के शव बरामद किए गए हैं।
राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों में मानसून की जोरदार इंट्री हुई है। मात्र दो दिन में ही राज्य के इस क्षेत्र में बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण बाड़मेर में तीन लोग तेज बहाव में बह गए, इसमें से दो के शव बरामद कर लिए गए है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने जयपुर, दौसा और टौंक जिलों के लिए बारिश का आरेंज अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी राजस्थान के कई जिलों में 4 से 9 इंच तक बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। जो बीते वर्ष की तुलना में दोगुनी है।
जालोर और भीलवाड़ा में हुई जबरदस्त बारिश
जालोर जिले में बीते 24 घंटों में 136 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे इलाके की सड़कें पूरी तरह से पानी में डूब गईं। जालोर के भीनमाल से 8 किलोमीटर दूर स्थित रोपसी नदी की रपट पर एक ईको कार बह गई, जिसमें सवार युवक को ग्रामीणों ने किसी तरह से बचाया। बारिश ने पूरी तरह से जनजीवन को प्रभावित किया है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।
भीलवाड़ा में भी बुधवार को तेज बारिश के कारण कई घरों में पानी घुस गया। वहीं, तेज बहाव के कारण तीन लोग बह गए, जिनमें से दो के शव बरामद हो गए हैं और एक की तलाश जारी है। इन घटनाओं ने बारिश की गंभीरता को और स्पष्ट किया है।
बाड़मेर, जोधपुर, और फलोदी में भी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। इन क्षेत्रों में 24 घंटे के दौरान 50 मिमी से ज्यादा बारिश हुई। टोंक जिले में बीसलपुर बांध के गेज में 71 सेंटीमीटर तक बढ़ोतरी हुई, जिससे वहां भी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया।
तीन से चार दिन तक भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान में आगामी तीन से चार दिन तक भारी बारिश की चेतावनी जारी है। राज्य में अब तक मानसून की बारिश औसत से 128 फीसदी ज्यादा हो चुकी है। 1 जून से 2 जुलाई तक राज्य में औसतन 61.8 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार अब तक कुल 141 मिमी बारिश हो चुकी है।
आधा दर्जन जिलों में बाढ़ के हालात
बारिश के चलते कई क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। जालोर, बाड़मेर, और जोधपुर में बारिश के कारण कई घरों में पानी घुस गया है, जिससे नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। बाड़मेर जिले में बारिश के कारण सिवाना, समदड़ी, बालोतरा, पचपदरा, और पाली के बाली क्षेत्र में भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है।
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अलर्ट मोड में राज्य सरकार
राज्य सरकार ने भारी बारिश के मद्देनजर प्रशासनिक उपायों को तेज कर दिया है। आपातकालीन टीमों को तैयार रखा गया है और सभी जिलों में नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में मदद त्वरित रूप से पहुंच सके।
अब तक औसत से दोगुनी ज्यादा बारिश
अब तक प्रदेश के दर्जनभर जिलों में औसत से दोगुनी से भी अधिक बारिश रिकार्ड़ की जा चुकी है। राज्य के पश्चिमी जिलों की 4 जुलाई तक औसत बारिश 71 मिमी है, जबकि इसी दौरान 191 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है। इधर बीते वर्ष 4 जुलाई तक केवल 64 मिमी बारिश रिकार्ड हुई थी। राज्य के तीस से अधिक जिलों के लिए मौसम विभाग ने आरेंज व यलो अलर्ट जारी किया है।