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Jaipur.अजमेर में पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) की टीम ने बुधवार रात शास्त्रीनगर पुलिस चौकी में छापा मारा। इस छापे में चौकी प्रभारी सूरज कुमार अपने दो दोस्तों के साथ शराब पार्टी करते हुए पकड़े गए। इस घटना ने पुलिस विभाग में खलबली मचा दी है और इस पर त्वरित कार्रवाई की गई है।
राजस्थान में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। राजस्थान पुलिस अपराधियों पर लगाम लगाने की कोशिश कर रही है,लेकिन पुलिस विभाग के कार्मिकों की कारगुजारी के कारण कई बार पुलिस को शर्मिदा होना पड़ता है। अजमेर की पुलिस चौकी में शराब पार्टी की घटना भी इसका उदाहरण है। अजमेर की पुलिस चौकी पर छापा वाकई लोगों को चौंकात है।
कार्रवाई के बाद निलंबन
आईजी राजेन्द्र सिंह के आदेश पर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (लीव रिजर्व) विजय कुमार ने शास्त्रीनगर पुलिस चौकी पर छापा मारा। छापे के दौरान चौकी प्रभारी सूरज कुमार को अपने दो मित्रों के साथ शराब पीते हुए पाया गया। पूछताछ के बाद एएसपी विजय कुमार ने तुरंत पुलिस चौकी प्रभारी को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया और मेडिकल जांच के लिए जेएलएन अस्पताल भेजा। जहां शराब पीने की पुष्टि होने पर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया।
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पुलिस चौकी पर मांस भी पकाया
तफ्तीश में यह भी सामने आया कि चौकी प्रभारी सूरज कुमार ने न सिर्फ शराब का सेवन किया, बल्कि पुलिस चौकी पर मांस भी पकाया था। हालांकि, शराब पार्टी के पकड़े जाने से पहले ही आईजी की टीम ने छापा मार दिया था। इस घटना ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
चौकी प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू
पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने इस मामले को गंभीरता से लिया और चौकी प्रभारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है। यह कदम यह दर्शाता है कि पुलिस विभाग अब ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लेकर उचित कार्रवाई कर रहा है।
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लेखराज हत्याकांड में भूमिका
यह भी गौरतलब है कि निलंबित चौकी प्रभारी सूरज कुमार का नाम लेखराज हत्याकांड की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए लिया गया था। पुलिस ने इस कांड के खुलासे में सूरज कुमार के योगदान को माना था। इस तरह की घटनाएं पुलिस विभाग की छवि को आहत करती हैं, जहां एक ओर पुलिस कर्मचारियों का अच्छा काम था, वहीं दूसरी ओर इस प्रकार की घटनाओं से विभाग की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं।